◆ आध्यात्मिक मार्ग पर फैले पाखंडवाद को समाप्त करना है।
◆ सभी प्रमाणित धर्म ग्रंथों के आधार पर शास्त्रानुकूल भक्ति जनसाधारण तक पहुंचाना है।
◆ समाज में व्याप्त कुरीतियां जैसे मृत्यु भोज, भ्रूण हत्या, छुआछूत, रिश्वतखोरी, भ्रष्टाचार, दहेज प्रथा आदि का समूल नाश करके स्वच्छ समाज का निर्माण करना है।
संत रामपाल जी महाराज जी की शिक्षाओं से ऐसी आध्यात्मिक क्रांति उठ रही है जिससे मनुष्य सभी प्रकार की बुराई जैसे नशा, चोरी-ठगी, कपट छोड़कर सभ्य बनेंगे। जिससे धरती ऊपर स्वर्ग की स्थापना होगी।
पूरे विश्व को बुराईयों से मुक्त करके शांति स्थापित करना और आपसी भाईचारा कायम करना है।
• धरती स्वर्ग समान बने, हर इंसान सुखी हो।
• सतभक्ति प्रदान कर सर्व मानव समाज को अंधविश्वास और पाखंडवाद से मुक्ति दिलाना है।
संत रामपाल जी महाराज द्वारा लिखित पुस्तक “धरती ऊपर स्वर्ग” इस पुस्तक को अवश्य पढें।
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पवित्र मुस्लिम धर्म में मांसाहार दिन प्रतिदिन बढ़ रहा है। मांस खाना अल्लाह का आदेश नहीं है। यह बात केवल बाख़बर "संत रामपाल जी महाराज जी" ने ही पवित्र सतग्रंथों से प्रमाणित करके बताई है।
सत्य भक्ति करे जो हंसा, तारूं तास के इकोतर बंशा ।"
परमात्मा जी ने कहा है कि जो साधक शास्त्रोक्त सत्य साधना भक्ति करता है तो मैं उसकी एक सौ एक (101) पीढ़ी को संसार सागर से पार कर दूँगा यानि पूरे वंश का मोक्ष प्रदान कर दूँगा।