शिक्षक दिन : शहीद मिश्रा कनिष्ठ महाविद्यालय व सी.जे. पटेल महाविद्यालयात माजी विद्यार्थ्यांनी केला प्राचार्यांचा सत्कार
शिक्षक दिन : शहीद मिश्रा कनिष्ठ महाविद्यालय व सी.जे. पटेल महाविद्यालयात माजी विद्यार्थ्यांनी केला प्राचार्यांचा सत्कार
तिरोडा : शहीद मिश्रा कनिष्ठ महाविद्यालय व सी.जे. पटेल महाविद्यालयाच्या माजी विद्यार्थ्यांनी शिक्षक दिनानिमित्त तेथील सेवानिवृत्त प्राचार्य व प्राचार्याचा पुष्पगुच्छ देवून सत्कार केला. याप्रसंगी समाजात शिक्षकांची गरज व विद्यार्थी जीवनात शिक्षकांचे किती मोठे महत्व असते, याबाबतची माहिती माजी विद्यार्थी अजयसिंग गौर यांनी सांगितली.
शहीद मिश्रा विद्यालय व कनिष्ठ महाविद्यालय
शहीद मिश्रा कनिष्ठ…
View On WordPress
0 notes
शिक्षक दिन 2022: मानव तस्करीतून ४०० अधिक वाचव या शिक्षक राष्ट्रपतींचे गौरव | राजस्थानने मानवी तस्करीतून वाचवलेल्या बालकांना उदयपूर पीआरपी 93 च्या शिक्षकाचा गौरव करणार आहे
शिक्षक दिन 2022: मानव तस्करीतून ४०० अधिक वाचव या शिक्षक राष्ट्रपतींचे गौरव | राजस्थानने मानवी तस्करीतून वाचवलेल्या बालकांना उदयपूर पीआरपी 93 च्या शिक्षकाचा गौरव करणार आहे
शिक्षक दिन २०२२: राजस्थान उदयपूर जिल्हा आपल्या सौंदर्यासाठी जगप्रसिद्ध आहे, त्याच्यावर सर्वात मोठा डाग आहे म्हणजे इथले मानव तस्करीचे वर्णन आहे. शेकडो आदिवासी नेऊन त्यांना गुजरातमध्ये नेऊन मजुरची धमकी दिली. या गुन्ह्याचा नायनाट शिक्षक एक शिक्षक सध्या प्रचंड आलाय. या शिक्षकाचा गौरव आज ५ सप्टेंबर रोजी शिक्षक दिनी होत आहे. दुर्गाराम असे या शिक्षकाचे नाव आहे. तेनाचे नागौरचे रहिवासी आणि येथील फलासिया…
View On WordPress
0 notes
शिक्षक दिन: या शाळेत कधीच सुट्टी नसते! ३६५ दिवस मुले अभ्यास करतात
शिक्षक दिन: या शाळेत कधीच सुट्टी नसते! ३६५ दिवस मुले अभ्यास करतात
कर्देलवाडी हे महाराष्ट्रातील पुणे शहराच्या पूर्वेस सुमारे ६० किमी अंतरावर वसलेले एक छोटेसे गाव आहे. या गावात एक अनोखी शाळा आहे. चला या शाळेबद्दल माहिती द्या.
प्रतीकात्मक चित्र
आज देशभरात शिक्षक दिन साजरा केला जात आहे. कोणत्याही मुलाचे भविष्य घडविण्याचे काम शिक्षक करत असतात. या शिक्षक दिनानिमित्त आपण अशा शाळेबद्दल जाणून घेऊया जिथे कधीही सुट्टी नसते. या शाळेने आठवड्यातील सातही दिवस सर्व…
View On WordPress
0 notes
शिक्षा विभाग ब्रेकिंग न्यूज़:- BEO के खिलाफ आरोप पत्र जारी, शिक्षक का संविलियन लिस्ट से नाम काटने का आरोप, 15 दिन में जवाब तलब
शिक्षा विभाग ब्रेकिंग न्यूज़:-रायपुर 17 मार्च 2023। BEO केएन वर्मा की मुश्किलें बढ़ गयी है। राज्य सरकार ने बलौदाबाजार जिले के कसडोल के तत्कालीन बीईओ के खिलाफ आरोप पत्र जारी कर विभागीय जांच के आदेश दिये हैं। तत्कालीन बीईओ केएन वर्मा के खिलाफ जारी आरोप पत्र में दो गंभीर आरोप है। आरोप पत्र के मुताबिक केएन वर्मा ने 2018 में संविलियन हुए चार व्याख्याता को वेतन मद से 25 लाख रुपये एरियर्स का भुगतान कर…
View On WordPress
0 notes
लखनऊ, 05.04.2024 l माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी की मुहिम आत्मनिर्भर भारत को साकार करने तथा महिला सशक्तिकरण हेतु गो कैंपेन (अमेरिकन संस्था) के सहयोग से हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट तथा रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के संयुक्त तत्वावधान में भारतीय विद्या भवन गर्ल्स डिग्री कॉलेज, गोमती नगर, लखनऊ में आत्मरक्षा कार्यशाला आयोजित की गई जिसमें 39 छात्राओं ने मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी मंत्र को अपनाते हुए आत्मरक्षा के गुर सीखे तथा वर्तमान परिवेश में आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को जाना l
कार्यशाला का शुभारंभ राष्ट्रगान से हुआ तथा भारतीय विद्या भवन गर्ल्स डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉ. अलका निवेदन, शिक्षक/ शिक्षिकाओं एवं रेड ब्रिगेड से तन्ज़ीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने दीप प्रज्वलित किया |
भारतीय विद्या भवन गर्ल्स डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉ. अलका निवेदन ने हेल्प यू एजुकेशनल एण्ड चैरिटेबल ट्रस्ट का धन्यवाद करते हुए कहा कि, “आज महिलाएं इस विकासशील भारत को विकसित बनाने के लिए अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रही हैं परंतु फिर भी उन्हें कई बार अलग-अलग रूपों में प्रताड़ित किया जाता है तथा उनके अधिकारों का हनन किया जाता है । आज हमारा समाज कई मायनों में पुरानी रूढ़िवादी सोच से बाहर आ चुका है लेकिन फिर भी अगर हम समाज में लड़कियों और महिलाओं की सुरक्षा की बात करें तो हमें मायूसी ही हाथ लगती है | आए दिन हम अखबारों में कभी किसी लड़की कभी किसी महिला और तो और बुजुर्ग महिलाओं के साथ हुई छेड़छाड़ या बलात्कार के विषय में पढ़ते रहते हैं | यह हमारे लिए कितने शर्म की बात है कि सरकार द्वारा महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं स्वावलंबी बनाने हेतु इतनी सारी योजनाएं चलाने के बावजूद भी आज महिलाओं को उनकी सुरक्षा तक के लिए लड़ना पड़ रहा है | चाहे घर पर हो या सड़क पर हर महिला के साथ मनचले और शोहदे कुछ ना कुछ ऐसी हरकत कर देते है जो उन्हें पसंद नहीं होती लेकिन समाज के डर से उन्हें चुप रहना पड़ता है | मेरे विचार से यह हर महिला का अधिकार है कि वह अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी खुद उठाए तथा अपने साथ होने वाले अत्याचारों के खिलाफ आवाज बुलंद करे | हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट समय-समय पर हमारे कॉलेज में महिला जागरूकता हेतु कार्यक्रम कराता रहता है जिससे हमारी छात्राओं को बहुत कुछ सीखने को मिलता है | आज की इस कार्यशाला में आप निश्चित ही आत्मरक्षा के गुर सीख कर अपने जीवन में आने वाली परेशानियों का डटकर मुकाबला करने हेतु तैयार हो पाएंगी ऐसा मेरा विश्वास है |”
कार्यशाला में रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख श्री अजय पटेल ने बालिकाओं को आत्मरक्षा प्रशिक्षण के महत्व को बताते हुए कहा कि, "किसी पर भी अन्याय तथा अत्याचार किसी सभ्य समाज की निशानी नहीं हो सकती हैं, फिर समाज के एक बहुत बड़े भाग यानि स्त्रियों के साथ ऐसा करना प्रकृति के विरुद्ध हैं | महिलाओं एवं बालिकाओं के खिलाफ देश में हो रहे अत्याचारों को रोकने के लिए भारत सरकार द्वारा अनेक कदम उठाए गए हैं तथा सरकार निरंतर महिलाओं को आत्मनिर्भर एवं सशक्त बनाने के लिए कई योजनाएं चला रही है लेकिन यह अत्यंत दुख की बात है कि हमारा समाज 21वीं सदी में जी रहा है लेकिन कन्या भ्रूण हत्या व लैंगिक भेदभाव के कुचक्र से छूट नहीं पाया है | आज भी देश के तमाम हिस्सों में बेटी के पैदा होते ही उसे मार दिया जाता है या बेटी और बेटे में भेदभाव किया जाता है | महिलाओं के साथ घरेलू हिंसा होती है तथा उनको एक स्त्री होने की बहुत बड़ी कीमत चुकानी पड़ती है | आत्मरक्षा प्रशिक्षण समय की जरूरत बन चुका है क्योंकि यदि महिला अपनी रक्षा खुद करना नहीं सीखेगी तो वह अपनी बेटी को भी अपने आत्म सम्मान के लिए लड़ना नहीं सिखा पाएगी | आज किसी भी क्षेत्र में नजर उठाकर देखियें, नारियां पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर प्रगति में समान की भागीदार हैं | फिर उन्हें कमतर क्यों समझा जाता है यह विचारणीय हैं | हमें उनका आत्मविश्वास बढाकर, उनका सहयोग करके समाज की उन्नति के लिए उन्हें साहस और हुनर का सही दिशा में उपयोग करना सिखाना चाहिए तभी हमारा समाज प्रगति कर पाएगा | आत्मरक्षा प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित करने का हमारा यही मकसद है कि हम ज्यादा से ज्यादा बालिकाओं और महिलाओं को आत्मरक्षा के गुर सिखा सके तथा समाज में उन्हें आत्म सम्मान के साथ जीना सिखा सके |"
आत्मरक्षा प्रशिक्षण की प्रशिक्षिका तन्ज़ीम अख्तर, महिमा शुक्ला ने लड़कियों को आत्मरक्षा के गुर सिखाते हुए लड़कों की मानसिकता के बारे में अवगत कराया तथा उन्हें हाथ छुड़ाने, बाल पकड़ने, दुपट्टा खींचने से लेकर यौन हिंसा एवं बलात्कार से किस तरह बचा जा सकता है यह अभ्यास के माध्यम से बताया |
कार्यशाला में भारतीय विद्या भवन गर्ल्स डिग्री कॉलेज की प्राचार्य डॉ. अलका निवेदन एवं शिक्षक/ शिक्षिकाओं डॉ. संदीप बाजपेयी, डॉ. नीतू सक्सेना, डॉ. छवि निगम, डॉ. प्रियंका सिंह, सुश्री पलक सिंह, सुश्री श्वेता विश्वकर्मा, सुश्री नजमा शकील, छात्राओं, रेड ब्रिगेड ट्रस्ट से श्री अजय पटेल, तन्ज़ीम अख्तर, महिमा शुक्ला तथा हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थिति रही l
#selfdefenseforwomen #womenempowerment #selfdefensetraining #selfdefence #FemaleEmpowerment #EmpowerWomen #selfprotection #personaldefense #safetyfirst #safetytips #strongertogether #ServeHumanity #selfdefencewarrior
#BhartiyaVidyaBhawanGirlsDegreeCollege #DrAlkaNivedan
#GoCampaign #RedBrigadeTrust #AjayPatel #SushmitaBharti
#NarendraModi #PMOIndia
#YogiAdityanath #UPCM
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust
#KiranAgarwal #DrRupalAgarwal #HarshVardhanAgarwal
#followers #highlight
www.helputrust.org
@narendramodi @pmoindia
@MYogiAdityanath @cmouttarpradesh
@theGOCampaign @redbrigadetrust.org
@HelpUEducationalAndCharitableTrust @HelpU.Trust
@KIRANHELPU
@HarshVardhanAgarwal.HVA @HVA.CLRS @HarshVardhanAgarwal.HelpUTrust
@HelpUTrustDrRupalAgarwal @RupalAgarwal.HELPU @drrupalagarwal
@followers @highlight
9 notes
·
View notes
Free tree speak काव्यस्यात्मा 1400.
कुटिल सोच और हित साधती वर्जनाएँ
-© कामिनी मोहन।
संस्कार, सभ्यता, अनुशासन, परंपरा, मानवता इनके आवरण की परतों में ढके मनुष्य के गिरेबान में झाँक कर देखा जाए तो उसमें कहाँ खाज है, नज़र नहीं आता है। धर्म संस्कार और सभ्यता ने मनुष्य को विचार दिए हैं।हमारी सारी वर्जनाएँ व्यवस्था के हित के साथ जुड़ी है। कुटिलता इसे रीति बनाकर मनुष्यता से जोड़कर प्रचारित करती है। लेकिन यह कहना मुश्किल है कि यह सब विचार-विमर्श आख़िर है क्या।
दूसरों के सामने निर्विचार से दिखने वाले दरअसल मानवीयता के दर्पण की तरह होते हैं। धर्म परंपरा और मान्यता की कवच से लैस स्वतंत्र तथा सतत् मंत्रमुग्ध बने रहते हैं। उनमें होता है उड़ने का हौसला। उड़ने में ख़तरे तो बहुत है, उन ख़तरों से बच गए तो ठीक है, न बचे तो हँसी में टालकर फिर से उड़ने का दम भरते हैं।
स्नेह का अभाव हर शख़्स को खटकता है। जो शीतलता, ममता या मधुरता के दुलार से निशब्द-सी शांति मिलती है। वह अभिमान के छलावे से नहीं मिलती। अंधकार में किसी मैदान, जंगल, आकाश में अर्धवृत्त, आनंद नीलिमा और सवेरा होने से पहले प्रकृति के क्षण-क्षण बदलते रूप के दर्शन होते हैं। यह दर्शन न तो घनी अंधेरी रात में और न तो दिन के उजाले में संभव है। लोगों की सांस्कृतिक मान्यताओं और पहचान के विपरीत जाना वर्जनाओं को तोड़ना है। क्योंकि यह मान्यताओं परंपराओं और संस्कृति का पर्याय होती है। अनुभव सबसे अच्छा शिक्षक है, और सबसे ख़राब अनुभव हमें सबसे अच्छा सबक सिखाते हैं।
जीवन में सबसे अच्छी बात किसी ऐसे व्यक्ति को ढूँढ़ना है जो ख़ामियों, ग़लतियों और कमज़ोरियों को जानता है और वो व्यक्ति हम ख़ुद हो, तो यह पूरी तरह से अद्भुत है। जब भी सपनों के सच होने की संभावना बढ़ती है तो जीवन दिलचस्प बनता जाता है। इसलिए अंधेरे को दूर करने के लिए स्वयं की बेहतरी प्रकाशयुक्त होनी चाहिए। अजीब से लगने वाले शब्द विश्वास की सतह पर सच होने चाहिए।
हम, तुम सब अजीब है। इस दुनिया में हर कोई अजीब है, हमारी पीढ़ी सोचती है कि परवाह नहीं करना अच्छा है। लेकिन हम सब जानते हैं यह ग़लत है, यह अजीब है। देखभाल करना, परवाह करना अच्छा है। अपने कर्तव्य कर्म के प्रति वफ़ादार रहना अच्छा है। ऊँचे पेड़ छोटे बीजों से बनने में सक्षम होते हैं। बीज को वृक्ष बनने के पहले एक पूरी की पूरी देखभाल की प्रक्रिया से गुज़रना पड़ता है।
एक रहस्य की कई परतें होती हैं। रहस्य को जानने समझने के बावजूद उनमें बहुत सारे ऐसे रहस्य होंगे, जिनका उद्देश्य हमें पता ही नहीं चल पाता है। ऐसे में आत्म-मूल्य महत्वपूर्ण हो जाता है। यदि आप अपने बारे में अच्छा महसूस नहीं करते हैं, तो किसी और चीज़ के बारे में अच्छा महसूस होना कठिन है।
फिर तो कुटिल सोच का फ़ायदा कोई न कोई वर्जना उठाने की पूरी कोशिश करेगी। तो एक ही तरीका है कि लोग जो सोचते हैं उसे दरकिनार कर समाज संस्कार सभ्यता और संस्कृति को केंद्र में रखकर निरंतर आगे बढ़ते रहा जाए।
3 notes
·
View notes
विवेकानन्द के प्रेरक उद्धरण।
स्वामी विवेकानन्द एक प्रमुख भारतीय हिंदू भिक्षु थे और वेदांत और योग के भारतीय दर्शन को पश्चिमी दुनिया में पेश करने में एक प्रमुख व्यक्ति थे। वह एक प्रसिद्ध वक्ता और गहन विचारक थे। यहां उनके कुछ प्रेरणादायक उद्धरण दिए गए हैं:
"उठो, जागो और तब तक मत रुको जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए।"
"जब तक आप स्वयं पर विश्वास नहीं करते तब तक आप ईश्वर पर विश्वास नहीं कर सकते।"
"अपने जीवन में जोखिम उठाएं। यदि आप जीतते हैं, तो आप नेतृत्व कर सकते हैं; यदि आप हारते हैं, तो आप मार्गदर्शन कर सकते हैं।"
"खुद को कमजोर समझना सबसे बड़ा पाप है।"
"दिल और दिमाग के बीच संघर्ष में, अपने दिल की सुनें।"
"सारी शक्ति आपके भीतर है; आप कुछ भी और सब कुछ कर सकते हैं।"
"जितना अधिक हम बाहर निकलेंगे और दूसरों का भला करेंगे, उतना ही हमारा हृदय शुद्ध होगा।"
"खुद पर विजय प्राप्त करो और पूरा ब्रह्मांड तुम्हारा हो जाएगा।"
"आपको अंदर से बाहर तक विकसित होना होगा। कोई भी आपको नहीं सिखा सकता; कोई भी आपको आध्यात्मिक नहीं बना सकता। आपकी अपनी आत्मा के अलावा कोई अन्य शिक्षक नहीं है।"
"खड़े हो जाओ, साहसी बनो, और दोष अपने कंधों पर लो। दूसरों पर कीचड़ मत उछालो; जिन सभी दोषों से तुम पीड़ित हो, उनका एकमात्र कारण तुम ही हो।"
"दुनिया एक महान व्यायामशाला है जहां हम खुद को मजबूत बनाने के लिए आते हैं।"
"किसी का या किसी चीज़ का इंतज़ार मत करो। जो कुछ भी आप कर सकते हो करो। किसी से भी अपनी आशा मत बनाओ।"
"शक्ति ही जीवन है, कमजोरी ही मृत्यु है।"
"तुम्हारे भाग्य का सृजन तुम्हारे हाथ है।"
"शुद्धता, धैर्य और दृढ़ता सफलता के लिए तीन आवश्यक चीजें हैं और सबसे ऊपर, प्यार।"
"सबसे बड़ा धर्म अपने स्वभाव के प्रति सच्चा होना है। स्वयं पर विश्वास रखें।"
"जिस क्षण मैंने महसूस किया कि भगवान हर मानव शरीर के मंदिर में बैठे हैं, जिस क्षण मैं हर इंसान के सामने श्रद्धा से खड़ा होता हूं और उसमें भगवान को देखता हूं - उसी क्षण मैं बंधन से मुक्त हो जाता हूं, जो कुछ भी बांधता है वह गायब हो जाता है, और मैं स्वतंत्र हूं। "
"हम वो हैं जो हमें हमारे विचारों ने बनाया है; इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि आप क्या सोचते हैं। शब्द गौण हैं। विचार जीवित हैं; वे दूर तक यात्रा करते हैं।"
"अस्तित्व का पूरा रहस्य डर न होना है।"
"जिस दिन आपके सामने कोई समस्या न आए, आप निश्चिंत हो सकते हैं कि आप गलत रास्ते पर यात्रा कर रहे हैं।"
2 notes
·
View notes
#Gita_Is_Divine_Knowledge
श्री विष्णु जी व अन्य देवी-देवताओं की पूजा करो !
गीता अध्याय 7 श्लोक 12-15 तथा 20-23 में कहा है कि इनकी (3 गुण की) पूजा करने वाले राक्षस स्वभाव को धारण किए हुए,
We Should Follow
0 notes
jamshedpur court two order : जमशेदपुर में दो मामले में कोर्ट का फैसला, 1. कदमा में शादी के 18वें दिन महिला ने लगा ली थी फांसी, दहेज हत्या के एक मामले में पति को सात साल की सजा, 10 हजार रूपए का जुर्माना, 2. बाराद्वारी में बच्ची के साथ छेड़खानी करने वाले शिक्षक को सुनायी सजा
जमशेदपुर : दहेज हत्या के एक मामले में आरोपी पति जमशेदपुर के कदमा रामनगर के सपना कॉम्प्लेक्स के रहने वाला कुणाल कुमार को जमशेदपुर कोर्ट के एडीजे -पांच मंजू कुमारी की अदालत ने मंगलवार को सात साल का सश्रम कारावास और दस हजार रूपए का जुर्माना लगाई हैं. अदालत ने उसे भादवि की धारा 304 बी (दहेज हत्या ) में सात साल और धारा 498 ए (प्रताड़ित करने ) के आरोप में तीन साल, दस हजार रूपए का जुर्माना का सजा सुनाई…
View On WordPress
0 notes
पेपर लीक
पेपर लीक के दानव को भजन लाल सरकार ने किया बेअसर
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने पेपर लीक रोकथाम हेतु SIT की गठित, मिस्टर सीएम भजनलाल सर के साथ पुलिस अधिकारियों का फोटो
राजस्थान में पेपर लीक पिछली सरकार के समय एक गंभीर समस्या बन गया था। पिछले पिछले 10 सालों की बात करें तो आरएएस, एलडीसी, कांस्टेबल सहित कई भर्तियों में या तो पेपर लीक होने के कारण परीक्षा रद्द की गई या फिर सवालों में गफलत के चलते परीक्षाएं निरस्त हो गईं। कुछ वर्षों में राजस्थान में रीट परीक्षा 2022, पटवारी परीक्षा 2023, राजस्थान पुलिस कांस्टेबल भर्ती परीक्षा 2023 जैसी 17 सरकारी परीक्षाओं के पेपर एक के बाद एक लीक हुए, जिनसे न सिर्फ शिक्षा प्रणाली कमजोर हुई बल्कि सरकारी सिस्टम से छात्रों का विश्वास भी डगमगाया। पेपर लीक होने से परीक्षा की विश्वसनीयता कम हुई, युवाओं ने परीक्षा के परिणामों पर भरोसा करना बंद कर दिया, उन्हें लगने लगा कि यह निष्पक्ष नहीं हैं। इन त्रास्द हालातों ने कड़ी मेहनत कर प्रतियोगिता की तैयारी करने वाले छात्रों में मानसिक तनाव भर दिया। उनका मनोबल गिरा, उनका खुद से आत्मविश्वास उठ गया। कई महीनों तक पेपर लीक की घटना को लेकर छात्रों ने शहीद स्मारक पर धरना दिया लेकिन पूर्ववर्ती सरकार टाल मटोल वाला रुख अपनाए रही। परन्तु मिस्टर सीएम भजनलाल सर ने सत्ता में आते ही इसे सीरियस मैटर मानते हुए इस पर 5D फोकस के साथ निर्णय लिए और SIT गठित की।
सरकार बनते ही पेपर लीक पर लिए अहम निर्णय
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शपथ ग्रहण की और अगले ही दिन SIT लागू की
इस बीच, राज्य में पेपर लीक के मामलों ने सियासत को गरमा दिया। बीजेपी लगातार कांग्रेस सरकार को घेरती रही पेपर लीक की जांच एसआईटी को सौंपने की मांग करती रही। उसने छात्रों की मांग उठाने के लिए कई आंदोलन किए, विधानसभा का घेराव किया, यहां तक की बीजेपी के कई कद्दावर नेताओं ने गिरफ्तारियां दी और लाठियां खाईं। मगर कांग्रेस सरकार के सिर जूं तक ना रेंगी। आनन फानन में पेपर लीक पर कानून तो बना दिया गया लेकिन इस अपराध को अंजाम देने वालों जांच कराने में कांग्रेस की गहलोत सरकार का रवैया बेहद लचर रहा। पेपर लीक में अपने मंत्री और सरकारी कर्मचारियों की संलिप्तता की आशंका के चलते कांग्रेस ने मामले पर कड़ा एक्शन लेना ज़रूरी ही नहीं समझा। परन्तु सीएम भजनलाल सर ने पेपर लीक को महत्वपूर्ण मुद्दा मानते हुए इसके सम्बन्ध में कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए। शपथ ग्रहण के अगले ही दिन से SIT पर कार्य शुरू हो चुका था।
अपना वादा निभाने की दिशा में बढ़ाए कदम
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने पुलिस अधिकारियों से मुलाकात की
विधानसभा 2023 के चुनाव बाद जब बीजेपी सत्ता में आई तो उसने छात्रों से किया पेपर लीक रोकने का अपना वादा निभाने की दिशा में कदम बढ़ाए। पेपर लीक प्रकरणों के विरुद्ध प्रभावी कदम उनके 5D फोकस मॉडल के प्रमुख कार्यों में से एक है। बीजेपी से मुख्यमंत्री चुने गए भजनलाल शर्मा ने सरकार फार्म होते ही सबसे पहले जो निर्णय राजस्थान की जनता के लिए किये उनमें पेपर लीक रोकने के लिए एसआईटी के गठन का फैसला सबसे ऊपर था। मिस्टर सीएम भजनलाल ने कहा कि ज़रूरत प��़ने पर पेपर लीक की जांच सीबीआई से भी कराई जाएगी। इतना ही नहीं भजन सरकार ने पेपर लीक माफिया पर शिकंजा कसने के साथ ही उनके घरों पर बुलडोजर कार्रवाई को अंजाम दिया। इस बेहद गंभीर मामले पर सख्ती दिखाते हुए आजादी के 75 वर्ष बाद पहली बार मोदी सरकार ने सदन में पब्लिक एग्जामिनेशन बिल पास कराया। इससे पहले पेपर लीक जैसे अपराध पर कभी देश के भविष्य को नुकसान पहुंचाने वालों को सजा देने के लिए कानून बनाने की किसी ने नहीं सोची थी।
पहली ही शुरुआत में दो सफल परीक्षाओं का संचालन
पेपर लीक रोकथाम हेतु मिस्टर सीएम सर के प्रयासों की हुई सराहना और जनता ने व्यक्त किया आभार
भजन सरकार पेपर लीक को खत्म करने के लिए कितनी गंभीर है इस बात का अंदाज़ा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सरकार बनने के पहले ही महीने में आयोजित सहायक आचार्य शारीरिक शिक्षक और लाइब्रेरियन की भर्ती परीक्षा बिना पेपर लीक के संपन्न हुईं। इससे पहले भर्ती परीक्षा के सफल आयोजन को लेकर सीएम सर पर खासा दबाव था लेकिन जिस तरह से उन्होंने इतने कम समय में 5D फोकस के साथ सरकारी सिस्टम के पेंच कसे और परीक्षा में लापरवाही के खिलाफ सख्ती दिखाई वह उनका बेहद सराहनीय प्रयास था। परीक्षा के पहले केंद्रों की सुरक्षा से लेकर परीक्षा प्रणाली में सुधार और पेपर लीक करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर उन्होंने न सिर्फ युवाओं के सामने बल्कि राजनीतिक दलों के सामने भी अपनी प्रतिबद्धता और निष्पक्ष अप्रोच का लोहा मनवाया।
1 note
·
View note
एकेएस शिक्षा विभाग में योग एवं न्यूट्रिशन विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन
सतना। 3 अप्रैल 2024 को विश्वविद्यालय के शिक्षा विभाग में योग एवं न्यूट्रिशन विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का समापन समारोह उल्लास पूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर विभाग के डीन डॉ. आर.एस. निगम, योग विभाग अध्यक्ष दिलीप कुमार तिवारी, गणेश प्रसाद गुप्ता, कला संकाय के शंखधर प्रसाद मिश्र तथा विभाग के सभी शिक्षक उपस्थित रहे। कार्यशाला के दूसरे दिन डॉ. आर. एस. निगम ने सभी को संतुलित जीवन व्यतीत करने पर…
View On WordPress
0 notes
तलबको माग गर्दै तेस्रो दिन पनि शिक्षकहरूको धर्ना जारी
सञ्जय मिश्रा
रौतहट, २ चैत। नगदमा सम्झौता गर्ने उधारोमा होइन भन्दै रौतहटको फतुवा बिजयपुर नगरपालिकामा तलबको माग गर्दै आन्दोलनरत शिक्षकहरू आज तेस्रो दिन पनि धर्ना जारी राखेका छन्। शुक्रबार कार्यालय समय सुरु हुनासाथ बिहान १० बजेदेखि दुई दर्जन बढीको संख्यामा शिक्षक र शिक्षिका नगरपालिका अगाडी धर्नामा बसेका हुन्। खातामा तलब नगएसम्म अडान सहीत धर्ना बसेका ४ माबिका प्रधानाध्यापक सहीत १६ विद्यालयका…
View On WordPress
0 notes
तलबको माग ���र्दै तेस्रो दिन पनि शिक्षकहरूको धर्ना जारी
सञ्जय मिश्रा
रौतहट, २ चैत। नगदमा सम्झौता गर्ने उधारोमा होइन भन्दै रौतहटको फतुवा बिजयपुर नगरपालिकामा तलबको माग गर्दै आन्दोलनरत शिक्षकहरू आज तेस्रो दिन पनि धर्ना जारी राखेका छन्। शुक्रबार कार्यालय समय सुरु हुनासाथ बिहान १० बजेदेखि दुई दर्जन बढीको संख्यामा शिक्षक र शिक्षिका नगरपालिका अगाडी धर्नामा बसेका हुन्। खातामा तलब नगएसम्म अडान सहीत धर्ना बसेका ४ माबिका प्रधानाध्यापक सहीत १६ विद्यालयका…
View On WordPress
0 notes
Boat Tragedy in Gujarat: वडोदरा में छात्रों से भरी नाव झील में पलटी, दो शिक्षक समेत नौ बच्चों की दर्दनाक मौत हुई
Boat Tragedy in Gujarat: गुजरात के वडोदरा में गुरुवार के दिन स्कूली छात्रों से भरी नाव झील में पलट गई। नाव में छात्र समेत 27 लोग सवार थे। जानकारी के अनुसार हरणी की मोटनाथ झील में स्कूली छात्र नौका विहार कर रहे थे तभी अचानक नाव झील में पलट गई। इस हादसे के बाद बच्चों को खोजने के लिए सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
गुजरात के वडोदरा में छात्रों से भरी नाव झील में पलटी।
Boat Tragedy in Gujarat: गुजरात के वडोदरा में गुरुवार को स्कूली छात्रों से भरी नाव एक झील में पलट गई। नाव में छात्र समेत 27 लोग सवार थे। ये सभी हरणी की मोटनाथ झील में नौका विहार कर रहे थे, तभी हादसा हो ग
और पड़े:-
पढ़ें: गुजरात के वडोदरा में छात्रों से भरी नाव झील में पलटी, दो शिक्षक समेत नौ बच्चों की मौत
JKS TV NEWS पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज़ Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर पढ़े और अपने आपको को रखें अप-टू-डेट
:- Coaching Center Guidelines: सरकार का बड़ा एक्शन,16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की अब कोचिंग में नो एंट्री, पढ़े ये 10 महत्वपूर्ण तथ्य
:-Ram Mandir: 22 जनवरी के दिन केंद्रीय कर्मचारियों की आधे दिन की छुट्टी, प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के चलते लिया गया फैसला
:- Coaching Center Guidelines: सरकार का बड़ा एक्शन,16 वर्ष से कम उम्र के बच्चों की अब कोचिंग में नो एंट्री, पढ़े ये 10 महत्वपूर्ण तथ्य
By Khalil Ansari
0 notes
Youtube Link : https://youtu.be/EKDyLidZvro
05.09.2022, लखनऊ | शिक्षक दिवस के अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा ऑनलाइन संवाद विषयक "शिक्षक शिष्य सम्बंध : तब और अब" का आयोजन ट्रस्ट के इंदिरा नगर स्थित कार्यालय में किया गया | कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप मे डॉ ज्योत्सना सिंह, अध्यापिका, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज, लखनऊ, उनकी शिष्या जान्हवी अवस्थी तथा सुश्री पूजा शर्मा, सहायक अध्यापिका, प्राथमिक विद्यालय, दक्षिण गाँव, बाराबंकी, उनकी शिष्या प्रांशी, मौजूद थे | कार्यक्रम का संचालन सुश्री क्षमा शर्मा ने किया | कार्यक्रम का सीधा प्रसारण हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के फेसबुक पेज लिंक
https://www.facebook.com/HelpUEducationalAndCharitableTrust पर किया गया |
इस अवसर पर डॉ ज्योत्सना सिंह ने कहा "जैसा कि सभी को पता है कि सर्वपल्ली डॉ राधा कृष्णन के जन्म दिवस पर शिक्षक दिवस मनाया जाता है | आज का यह दिन मनाते हैं शिक्षक दिवस के रूप में, लेकिन मेरा यह मानना है कि विद्यार्थी के जीवन में और मनुष्य के जीवन में 4 तरह के गुरुओं से शिक्षा मिलती है, प्रथम गुरु हमारी मां होती है, दूसरे गुरु हमारे पिता होते हैं, तीसरी शिक्षा हमें विद्यालय से प्राप्त होती है और जो एक चौथा गुरु है वह है समय | समय की पाठशाला में हम जब सीखते हैं तब हम उससे ताउम्र लाभान्वित होते हैं | पहले के समय में शिष्य अपने गुरु को ही सर्वस्व मानते थे और आज के समय में गुरु और शिष्य का संबंध मित्र का संबंध है | आज भी प्राचीन परिवेश के कई स्कूलों में गुरु शिष्य का संबंध उसी तरह बना हुआ है जैसे पहले हुआ करता था |"
जान्हवी अवस्थी ने बताया कि "जैसा कि सभी जानते हैं टीचर हमारी लाइफ में बहुत इंपॉर्टेंट होता है | जन्म के बाद जब हम जीना सीखते हैं और उसके बाद 4 या 5 वर्ष की आयु में जब हम स्कूल जाते हैं तो क्या करना है, कैसे करना है यह हमारे टीचर बताते हैं | किसके साथ कैसे उठना बैठना है, कैसा व्यवहार करना है, सामाजिकता का एक-एक गुण हमारी टीचर हमें बताती हैं | हमारे जीवन में टीचर का बहुत महत्व है|"
सुश्री पूजा शर्मा ने बताया कि "शिक्षक दिवस 5 सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्म दिवस के रूप मे मनाया जाता है | उन्होंने इसे सिर्फ अपने लिए ही नहीं सीमित करके रखा बल्कि पूरी शिक्षक जात के लिए समर्पित कर दिया | अपने कार्य के प्रति वह कुशल राजनीतिज्ञ थे, गुरु भी थे, नेता भी थे | इन्हें पता था कि शिक्षा ही राष्ट्र की निर्माता होती है | गुरु द्रोणाचार्य के कहने पर एकलव्य ने अपना अंगूठा ही काट कर दान कर दिया था | आज के युग में जब गुरु छात्र से कुछ करने को कहता है तो शिष्य कहता है ऐसा क्यों करना है ? तर्क वितर्क करता है, गुरु को तभी खुशी मिलती है जब उसका पढ़ाया हुआ शिष्य कहीं अच्छे पद पर पहुंचता है, तरक्की करता है | पहले के शिक्षक अपने शिष्यों की आवाज से ही उनको पहचान लेते थे| गुरु को अपने छात्र की क्षमताओं पर संदेह नहीं करना चाहिए | बदलती शिक्षा प्रणाली में काफी तेजी से बदलाव आया है | खासकर कोविड टाइम से हमारी शिक्षा में काफी बदलाव हुआ है| शिक्षा में टेक्नो एजुकेशन का समय आया है, मोबाइल का प्रयोग होने लगा है, आज का शिक्षक नई टेक्नोलॉजी सीखने में ही बिजी है जिससे उसका जुड़ाव बच्चों से कम हो पा रहा है | पहले घरों पर भी बच्चों को मां, बाप, दादा, दादी का साथ मिलता था, पढ़ने के लिए किस्से कहानियां मिलती थी | आज शिक्षा में टेक्नोलॉजी का प्रयोग हो रहा है, जो शिष्य और छात्रों के रिश्ते में बदलाव ला रहा है | आज के युग में गुरु और शिष्य दोनों को जागरूक होने की जरूरत है |"
इस अवसर पर हेल्प यू एजुकेशनल एंड चैरिटेबल ट्रस्ट के प्रबंध न्यासी हर्ष वर्धन अग्रवाल, न्यासी डॉ रूपल अग्रवाल व स्वयंसेवकों की गरिमामयी उपस्थित रहीं |
#teachersday #teacher #happyteachersday #education #school #teacherday #guru #teachers #thankyouteacher #bestteacher #happyteacher #bestteacherever #teachersday2022, #teacherday #TeachersDay2022 #sarvepalliradhakrishnan #educators #teacherday #TeachersDayCelebration #सर्वपल्लीराधाकृष्णन #शिक्षकदिवस
#HelpUTrust #HelpUEducationalandCharitableTrust #KiranAgarwal #HarshVardhanAgarwal #DrRupalAgarwal
9 notes
·
View notes