टीआरपी चेकलिस्ट पचासवां सप्ताह 2022: साल 2022 के 50वें हफ्ते की टीआरपी लिस्ट फाइनली जारी कर दी गई है। हर बार की तरह इस बार भी रूपाली गांगुली स्टारर ‘अनुपमा’ सभी को पीछे छोड़ पहले नंबर पर आ गई है। टीवी का जाना माना शो ‘गुम है किसी के प्यार में’ ने भी इस बार ‘अनुपमा’ को टक्कर दी है, लेकिन वह अनुपमा को पीछे नहीं छोड़ पाई है। इसके अलावा इस बार टीआरपी की टॉप लिस्ट में कुछ नए शोज भी देखने को मिले हैं।…
Crime News: पत्नी से अलग रहकर एक विधवा के करीब रहने के कारण शादी की जिद करने पर उसके प्रेमी ने उसकी हत्या कर दी
Crime News: पत्नी से अलग रहकर एक विधवा के करीब रहने के कारण शादी की जिद करने पर उसके प्रेमी ने उसकी हत्या कर दी
Crime News: यूपी के आगरा जिले की एक घटना ने न केवल पुलिस बल्कि अन्य लोगों को भी झकझोर कर रख दिया है. पुलिस ने जब यह समझाया तो पता चला कि मामला प्रेम प्रसंग का है। दरअसल, शादी की जिद करने पर एक युवक ने अपनी प्रेमिका की गला दबाकर हत्या कर दी। प्रेमी विधवा था और प्रेमी पत्नी से अलग रहता था। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ती गईं। प्रेमिका खाना बनाने के बहाने प्रेमी के घर जाती थी। दोनों के बीच…
भोजपुरी वीडियो : नीलम गिरी की खूबसूरती का जादू, अंदाज देख दंग रह गए फैंस
भोजपुरी वीडियो : नीलम गिरी की खूबसूरती का जादू, अंदाज देख दंग रह गए फैंस
भोजपुरी वीडियो: भोजपुरी सिनेमा की एक्सप्रेशन क्वीन नीलम गिरि (नीलम गिरी) आज किसी पहचान की जरूरत नहीं है। वह अपने अभिनय के लिए जानी जाती हैं। उनका हर अंदाज फैंस को खूब भाता है. और अब उनका एक वीडियो (नीलम गिरी वीडियो) सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें वह अपनी कातिलाना अदाओं से लोगों का दिल जीत रही हैं।
वीडियो को नीलम गिरी ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर शेयर किया है, जिसमें उन्होंने साड़ी पहनी…
ऑस्टिन कोल्बी का कहना है कि वह शाहरुख के जादू को फिर से बनाने की कोशिश नहीं करेंगे ...
ऑस्टिन कोल्बी का कहना है कि वह शाहरुख के जादू को फिर से बनाने की कोशिश नहीं करेंगे …
आदित्य चोपड़ा की 1995 की रोमांटिक हिट ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’ का एक संगीत रूपांतरण फॉल इन लव – डीडीएलजे द म्यूजिकल इसमें अमेरिकी अभिनेता ऑस्टिन कोल्बी में मुख्य भूमिका है। वह राज मल्होत्रा की भूमिका निभाएंगे, जिसे अब रोग मंडेल नाम दिया गया है, जिसे मूल रूप से शाहरुख खान ने निभाया था।
अमेरिकी थिएटर दर्शकों के लिए डीडीएलजे के संगीतमय संस्करण को लाने के लिए ऑस्टिन ‘सम्मानित’ महसूस करते हैं।…
विधानसभा उपचुनाव: रविवार को 6 राज्यों में 7 सीटों पर वोटों की गिनती, जगह में विस्तृत व्यवस्था | विवरण
विधानसभा उपचुनाव: रविवार को 6 राज्यों में 7 सीटों पर वोटों की गिनती, जगह में विस्तृत व्यवस्था | विवरण
छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए रविवार को वोटों की गिनती होगी और इसके लिए व्यापक बंदोबस्त किए गए हैं। इन सीटों पर मतदान हुआ था – हरियाणा के आदमपुर, बिहार के गोपालगंज और मोकामा, महाराष्ट्र के अंधेरी (पूर्व), तेलंगाना के मुनुगोड़े, उत्तर प्रदेश के गोला गोकर्णनाथ और ओडिशा के धामनगर में 3 नवंबर को मतदान हुआ था।
जिन सात सीटों पर भाजपा और क्षेत्रीय दलों के बीच कड़ा मुकाबला देखा…
'नेशनल रोल फॉर नीतीश कुमार?': जद (यू) ने पटना में बुलाई अहम बैठक, देश भर से पार्टी के सदस्य शामिल होंगे
‘नेशनल रोल फॉर नीतीश कुमार?’: जद (यू) ने पटना में बुलाई अहम बैठक, देश भर से पार्टी के सदस्य शामिल होंगे
“देश का नेता कैसा हो” नीतीश कुमार शनिवार को होने वाली पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक से पहले यहां जद (यू) के बिहार मुख्यालय में ‘जैसा हो’ नारा था जो हवा को किराए पर देता था और भावनाओं को अभिव्यक्त करता था।
मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को बैठक की तैयारियों का जायजा लेने के लिए बीरचंद पटेल मार्ग कार्यालय का दौरा किया, जिसमें देश भर से जद (यू) के पदाधिकारी शामिल होंगे और एक दिन बाद, बैठक की बैठक…
गरीब, सोहं ऊपर और है, सतसुकृत एक नाम। सब हंसों का बास है, नहीं बस्ती नहीं गाम।।
सोहम में थे ध्रुव प्रहलादा, ओ3म सोहं वाद विवादा।
नामा छिपा ओ3म तारी, पीछे सोहं भेद विचारी। सार शब्द पाया जद लोई, आवागवन बहुर न होई।।
भावार्थ:- उपरोक्त अमृत वाणी में परमात्मा प्राप्त महान आत्मा आदरणीय गरीबदास साहेब जी ने कहा है कि जो केवल ओ3म व सोहं के मंत्र जाप तक सीमित है, वे भी काल के जाल में ही हैं।
जैसे पूर्ण परमात्मा कविर्देव चारों युगों में आते हैं, तब पूर्ण विधि स्वयं ही वर्णन करके जाते हैं। इसी पूर्ण परमात्मा के नाम रहते हैं - सतयुग में सतसुकृत जी, त्रोतायुग में मुनिन्द्र जी, द्वापर युग में करूणामय जी तथा कलयुग में वास्तविक कविर्देव नाम से ही प्रकट होते हैं। जब पूर्ण ब्रह्म कविर्देव सतयुग में सतसृकुत नाम से आए थे तो वास्तविक ज्ञान वर्णन करते थे। जो उस समय के ऋषियों द्वारा वर्णित ज्ञान के विपरित (सत्य) ज्ञान था। क्योंकि ऋषिजन वेदों को ठीक से न समझ कर ओ3म मंत्र को पूर्ण ब्रह्म का मानकर जाप करते तथा कराते थे तथा ब्रह्म को पूर्ण ब्रह्म ही बताते थे।
पूर्ण परमात्मा कहा करते थे कि ब्रह्म से ऊपर परब्रह्म, उससे ऊपर पूर्ण ब्रह्म पूर्ण शक्ति युक्त प्रभु है।
इस ज्ञान को स्वीकार न करके उस परमपिता को वामदेव (उल्टा ज्ञान देने वाला) कहने लगे।
वास्तविक सत्सुकृत नाम भुलाकर प्रचलित उर्फ ना��� वामदेव से ही जानने लगे। यही पूर्ण परमात्मा श्री ब्रह्मा जी, श्री विष्णु जी तथा श्री शिव जी को मिले, तत्वज्ञान समझाया। तीनों प्रभुओं ने प्रथम मंत्र प्राप्त किया, परन्तु आगे नाम प्राप्त करने में कालवश होकर रूची नहीं रखी। यही परमात्मा श्री नारद जी आदि से भी मिलें। श्री नारद जी को भी उपदेश दिया। इनको केवल ‘सोहं‘ मंत्र दिया। फिर नारद जी ने यही मंत्र धु्रव तथा प्रहलाद को भी प्रदान किया जिससे वे भी काल जाल
में ही रहे।
पूर्ण ब्रह्म कविरग्नि (कबीर परमेश्वर) पहली बार प्रमाणित मंत्रों (ओ3म - किलियम् - हरियम्- श्रीयम् - सोहं) में से कोई एक मंत्र साधक को प्रदान करते थे। फिर साधक की पूर्ण परमात्मा को प्राप्त करने की अति उत्सुक्ता देख कर फिर वास्तविक मंत्र ओ3म $ तत् (सांकेतिक) प्रदान करते
थे, जिसे सतनाम कहा जाता है। जैसे नारद जी को मार्ग दर्शन किया तो नारद जी ने उत्सुकता (लग्न) तो बहुत लगाई, परन्तु मन में शंका फिर भी रही कि आज तक अन्य किसी ऋषि-महर्षि ने पूर्ण परमात्मा का विवरण नहीं दिया, क्या पता सत्य है या असत्य? इस एक महात्मा पर विश्वास करना बुद्धिमता नहीं। यह भाव अन्तःकरण में समाया रहा। ऊपर से औपचारिकता आवश्यकता से अधिक करते रहे। अंतर्यामी पूर्ण परमेश्वर सतसुकृत उर्फ वामदेव जी ने महर्षि नारद जी को
वास्तविक मंत्र (ओ3म $ तत्) नहीं प्रदान किया। केवल सोहं नाम प्रदान किया तथा नारद जी की प्रार्थना पर उसे केवल (सोहं) एक नाम दान करने की आज्ञा दे दी। पूर्ण परमात्मा के सच्चे संत के अतिरिक्त यदि कोई ब्रह्म तक के साधक अधिकारी संत से उपदेश लेता है तो काल (ब्रह्म) उसे
ब्रह्मलोक में बने नकली (झूठे) सत्यलोक में भेज देता है। वहाँ उन्हें उच्च पद प्रदान कर देता है
तथा सोहं मंत्र के जाप की कमाई को समाप्त करवा कर फिर कर्माधार पर नरक, फिर पृथ्वी पर नाना प्रकार के प्राणियों के शरीर में पीड़ा बनी रहती है। ओ3म नाम के जाप के साधक ब्रह्मलोक में से ने महास्वर्ग में चले जाते हैं तथा फिर स्वर्ग सुख भोगकर जन्म-मृत्यु तथा नरक के विकट चक्र में
पड़े रहते हैं। जो दो मंत्र का सत्यनाम जिसमें एक ओ3म मंत्र तत् मंत्र (गुप्त) है, को मुझ दास से प्राप्त करके जो साधक साधना करता है और तीसरे (सत्) नाम को प्राप्त करने योग्य नहीं हुआ तथा देहान्त हो गया, वह साधक काल के हाथ नहीं लगेगा। पूर्ण परमात्मा कविर् देव ने ब्रह्मण्ड में
एक ऐसा स्थान बनाया है जिसका न ब्रह्म (काल) को पता है और न अन्य ब्रह्मादिक को। वह साधक उस लोक में चला जाता है। वहाँ पर पूर्ण परमात्मा की तरफ से सर्व सुख लाभ मिलते रहते हैं। साधक की सत्यनाम की कमाई समाप्त नहीं होती। फिर कभी सत्यभक्ति युग आने पर उन्हीं पुण्यात्माओं को मानव शरीर प्रदान कर देता है। पूर्व सत्यनाम (सच्चे नाम) की कमाई के आधार पर जितनी जिसने कमाई की थी, लगातार कई मनुष्य जन्म मिलते रहेंगे, हो सकता है फिर किसी समय पूर्ण संत मिल जाए, जिससे शीघ्र ही भक्ति प्रारम्भ हो जाएगी तथा नाना प्रकार के प्राणियों के शरीर धारण करने व नरक में गिरने से बचा रहता है। परन्तु मुक्ति फिर भी बाकी है। उसके बिना सत्यनाम व केवल सोहं नाम का जाप भी व्यर्थ ही सिद्ध हुआ। इसी प्रकार श्री नामदेव साहेब जी पहले ओ3म नाम को वास्तविक व अन्तिम प्रभु साधना का
मंत्रा जानकर निश्चिन्त थे। तब पूर्ण परमात्मा कविर् देव (कबीर साहेब) मिले। उनको तत्वज्ञान समझाया। श्री नामदेव जी की श्रद्धा देखकर परमात्मा ने केवल सोहं मंत्रा प्रदान किया। फिर बहुत समय उपरान्त श्री नामदेव जी की असीम श्रद्धा तथा पूर्ण प्रभु पाने की तड़फ देखकर नए सिरे से ओ3म तत् सत नाम जोड़ कर सत्यनाम प्रदान किया तथा तत्पश्चात् सारनाम (सत् शब्द) दिया, जिसे सारशब्द भी कहा है। इस प्रकार श्रीनामदेव साहेब जी की पूर्ण मुक्ति हुई। इससे पूर्व की वाणी
श्री नामदेव की संग्रह करके भक्तजन इन्हें ब्रह्म उपासक ही मानते हैं।
आध्यात्मिक जानकारी के लिए आप संत रामपाल जी महाराज जी के मंगलमय प्रवचन सुनिए। संत रामपाल जी महाराज YOUTUBE चैनल पर प्रतिदिन 7:30-8.30 बजे। संत रामपाल जी महाराज जी इस विश्व में एकमात्र पूर्ण संत हैं। आप सभी से विनम्र निवेदन है अविलंब संत रामपाल जी महाराज जी से नि:शुल्क नाम दीक्षा लें और अपना जीवन सफल बनाएं।
UP News : देवरिया में गैस सिलेंडर फटने से मां और उसके तीन बच्चों की दर्दनाक मौत
Deoria: उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले से दर्दनाक घटना सामने आई है। चाय बनाते समय गैस सिलेंडर फट गया, जिसकी जद में आकर मां और 3 बच्चों की मौत हो गई। यह पूरा मामला भलूआनी थाना क्षेत्र के डुमरी गांव का है।
मि्ली जानकारी के मुताबिक, डुमरी गांव के रहने वाले शिव शंकर गुप्ता की पत्नी आरती देवी घर में चाय बना रही थी, तभी अचानक सिलेंडर फट गया, जिससे आरती (उम्र 35 वर्ष) और उनके तीन बच्चे आंचल (14 वर्ष ),…
Haryanvi Song: दर्शकों पर चला गोरी नागोरी के रूप का जादू, मदहोश हुए फैंस
Haryanvi Song: दर्शकों पर चला गोरी नागोरी के रूप का जादू, मदहोश हुए फैंस
हरियाणवी नृत्य: गोरी नागोरी के नाम की कीर्ति इन दिनों राजस्थान से लेकर हरियाणा तक गूंज रही है। यही वजह है कि सपना चौधरी की तरह ही गोरी नागोरी का स्टेज डांस देखने के लिए लोग दूर-दूर से आते हैं. इतना ही नहीं गोरी के वीडियो सॉन्ग भी आते ही वायरल हो जाते हैं. अब हाल ही में गोरी का एक स्टेज शो यूट्यूब पर खूब ट्रेंड कर रहा है, जिसे दर्शक मजे से देख रहे हैं.
अब लुक्स के मामले में गोरी नागोरी इस वीडियो…
चीन के BRI का भारत देगा IMEC से जवाब... यूरोप से मिडिल-ईस्ट तक फील्डिंग सेट, क्या है प्लान?
नई दिल्ली: दुनिया में अशांति है। रूस और यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इजरायल और हमास में छिड़ी जंग दूसरे देशों को भी अपनी जद में ले रही है। इसने अंतरराष्ट्रीय कारोबार को अंधी गलियों में धकेल दिया है। भारत इन चक्करों से दूर है। अब तक उसने किसी एक खेमे में शामिल होने से दूरी बनाई है। उसका टारगेट बड़ा साफ है। तीन साल के अंदर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बन जाना। क्षेत्र में उसका सबसे बड़ा और कट्टर प्रतिद्वंद्वी सिर्फ एक है। वो है चीन। ड्रैगन बेल्ट एंड रोड इनीशिएटिव (बीआरआई) के जरिये पूरी दुनिया में अपना माल पाट देने की जुगाड़ में है। यह उसकी सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। चीन की इस महात्वाकांक्षी योजना में भारत हिस्सा नहीं है। कारण है पाकिस्तान। यह कॉरिडोर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को शामिल करता है जो पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से होकर गुजरता है। भारत इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन मानता है। अलबत्ता, भारत बीआरआई का जवाब आईएमईसी से देने की तैयारी में है। इंडिया-मिडिल ईस्ट- यूरोप इकनॉमिक कॉरिडोर (IMEC) को लेकर सरकार का बड़ा प्लान है। वित्त मंत्री ने अंतरिम बजट में इसका जिक्र भी किया है। सीतारमण ने IMEC को बताया है गेम चेंजरमोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का अंतिम बजट पेश करते हुए सीतारमण ने आईएमईसी को भारत के लिए गेम चेंजर बताया है। उन्होंने कहा है कि इससे आर्थिक गतिविधियों को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा। सरकार इस पर फोकस बनाए हुए है। इसके जरिये भारत को सड़कों के नेटवर्क से पश्चिम एशिया और यूरोप को जोड़ने का प्लान है। वित्त मंत्री ने यह बात ऐसे समय कही है जब लाल सागर के जरिये एशिया और यूरोप के बीच समुद्री कॉरिडोर में हूती विद्रोहियों के हमलों से व्यवधान पड़ा है। इसने केप ऑफ गुड होप के रास्ते मालवाहक जहाजों को ज्यादा लंबा रूट लेने पर मजबूर किया है। इसने यूरोप को होने वाले भारतीय निर्यात को महंगा बनाया है। भारत, मध्य पूर्व और यूरोप को जोड़ने वाले इंडिया-मिडिल ईस्ट-यूरोप कॉरिडोर (IMEC) की प्लानिंग 2023 में जी20 शिखर सम्मेलन में शुरू हुई थी। यह भारत को यूरोप और मिडिल ईस्ट के बाजारों तक बेहतर पहुंच प्रदान करेगा। आईएमईसी में 13 देश शामिल हैं। इनमें भारत, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, इजरायल, फ्रांस, इटली, जर्मनी, नीदरलैंड, बेल्जियम, ऑस्ट्रिया, चेक गणराज्य, स्लोवाकिया और हंगरी हैं।IMEC है चीन के BRI को जवाब IMEC को चीन के बीआरआई का जवाब मना जाता है। हालांकि, इजरायल और हमास में छिड़ी जंग के बीच अभी इसके अमलीजामा पहनने में अड़चनें हैं। इजयराल और जॉर्डन को इस गलियारे में अहम भूमिका निभानी हैं। लेकिन, जंग के बीच दोनों ही एक-दूसरे के सामने खड़े हैं। सीतामरण ने भी इस चुनौती का जिक्र किया है। उन्होंने कहा है कि युद्धों और संघर्षों के कारण दुनिया तेजी से बदल गई है। इसके कारण सप्लाई चेन में बाधाएं आने लगी हैं। इसने दुनिया के सामने चुनौती खड़ी कर रखी है। IMEC को सीतारमण ने भारत और दूसरे देशों के लिए गेम चेंजर बताया। अभी भारतीय कंपनियां स्वेज नहर के जरिये लाल सागर का इस्तेमाल करती हैं। इसी रूट से भारतीय माल यूरोप, उत्तरी अमेरिका, उत्तरी अफ्रीका और पश्चिम एशिया के कई हिस्सों में पहुंचता है। आईएमईसी से क्या होगा फायदा? -व्यापार और निवेश को बढ़ावा -क्षेत्रीय एकीकरण को मजबूती -बुनियादी ढांचे का विकास - रोजगार के मौके - लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा आईएमईसी भारत के लिए क्यों महत्वपूर्ण? - भारत को यूरोप और मध्य पूर्व के बाजारों तक बेहतर पहुंच प्रदान करता है।- ऊर्जा और अन्य संसाधनों की सुरक्षित आपूर्ति में मदद करता है।- भारत को ग्लोबल वैल्यू चेन में एकीकृत करने में सहायक है।चीन का BRI क्या है? चीन के बीआरआई को 'बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव' (BRI) के नाम से भी जाना जाता है। यह एक बड़ा प्रोजेक्ट है। इसकी शुरुआत 2013 में चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने की थी। इसका मकसद एशिया, अफ्रीका और यूरोप को जमीनी और समुद्री नेटवर्क से जोड़कर व्यापार और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है। भारत बीआरआई का हिस्सा नहीं है। कारण है कि यह चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) को शामिल करता है। यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) से होकर गुजरता है। भारत इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन मानता है। http://dlvr.it/T2CtcY