एक शेखतकी नाम के मुस्लिम पीर ने झूठी चिट्ठी लिखकर 18 लाख साधु संतों को आंमत्रण भिजवा दिया कि इस दिन कबीर सेठ भंडारा कराएंगे।
परमेश्वर कबीर बंदीछोड़ जी ने सतलोक जाकर केशव बंजारा(व्यापारी) रुप बनाया फिर वहीं के हंसात्माओं(मनुष्यों) को बैल बनाकर खाने पीने का समान लादकर लाए और अद्भुत भंडारा कराया था।
0 notes
संत रामपाल जी महाराज जी को 37 वर्ष की आयु में स्वामी रामदेवानंद जी महाराज से 17 फरवरी 1988 को फाल्गुन महीने की अमावस्या को रात्रि के समय नाम दीक्षा प्राप्त हुई। और तन-मन से सक्रिय होकर भक्ति साधना करके परमात्मा का साक्षात्कार किया।
0 notes
कोरोना ने कई लोगों की जान ली। संत रामपाल जी महाराज के शिष्य यह सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास करते हैं कि लोगों को मुफ्त में भोजन और राशन मिले संत रामपाल जी महाराज की शिक्षाएं ऐसी हैं, जिन्होंने लोगों के दिलों को मानवता और उदारता से भर दिया है।
0 notes
1 note
·
View note
1 note
·
View note
मृत गऊ को जीवित करना*
सिकंदर लोधी ने एक गर्भवती गाय को तलवार से काट दिया जिससे माँ, बेटे के चार टुकड़े हो गए और सिकंदर लोधी राजा ने कहा कि कबीर, यदि तू खुदा है तो इस गऊ को जीवित कर दे अन्यथा तेरा सिर भी कलम कर दिया जाएगा। परमेश्वर कबीर ने एक बार हाथ गऊ के दोनों टुकड़ों को तथा दूसरी बार उसके बच्चे के टुकड़ों को लगाया। उसी समय दोनों माँ-बेटा जीवित हो गए और कहा -
गऊ अपनी अम्मा है, इस पर छुरी न बाह।
गरीबदास घी दूध को, सब ही आत्म खाय।।
चुटकी तारी थाप दे, गऊ जिवाई बेगि।
गरीबदास दूझन लगी, दूध भरी है देग।।
3 notes
·
View notes
परमेश्वर कबीर साहेब जी को तोप से मारने की साज़िश
शेखतकी ने कहा कि कबीर का तोप से गोले मारकर काम तमाम कर दो। ऐसा ही किया गया तोप यंत्र से गोले चलाए गए परंतु परमेश्वर कबीर साहेब जी के पास एक भी नहीं गया। कोई तो वहीं गंगा जल में जाकर गिर जाय। कई दूसरे किनारे पर जाकर गंगा किनारे शांत हो जाएं। कोई कुछ दूर तालाब में जाकर गिरे। परन्तु परमेश्वर के निकट एक भी न जाय। इस प्रकार शेखतकी 4 पहर (12 घंटे) तक यह जुल्म करता रहा।
तब परमेश्वर कबीर साहेब जी अंतर्ध्यान होकर रविदास जी की कुटिया पर गए और दोनों परमात्मा की चर्चा करने लगे।
1 note
·
View note
कबीर परमेश्वर मगहर से सशरीर सतलोक गए।
उनके शरीर के स्थान पर सुगंधित फूल पाए गए जो कबीर परमेश्वर की आज्ञा के अनुसार दोनों धर्मों ने आपस में लेकर मगहर में 100 फुट के अंतर से एक-एक यादगार बनाई जो आज भी विद्यमान है।
यह दोनों धर्मों हिंदुओं और मुसलमानों में आपसी भाईचारे व सद्भावना की एक मिसाल का प्रमाण है।
गरीब, बिरसिंघ बघेला करै बीनती, बिजली खाँन पठाना हो।
दो चदरि बकसीस करी है, दीना यौह प्रवांना हो।।
1 note
·
View note
Watch "इस दुनियाँ में कोई भी सुखी नहीं है | Sant Rampal Ji Satsang | SATLOK ASHRAM" on YouTube
1 note
·
View note
Watch "Sant Rampal Ji's 2011 Satsangs | 09 to 11 December 2011 HD | Episode - 07 | SATLOK ASHRAM" on YouTube
1 note
·
View note
Watch "Sant Rampal Ji's 2012 Satsangs | 18 to 20 May 2012 HD | Episode - 04 | SATLOK ASHRAM" on YouTube
1 note
·
View note
Watch "ब्रह्मकुमारी पंथ 'सिरफिरा पंथ' है! | Brahma Kumaris Exposed | Sant Rampal Ji Satsang | SATLOK ASHRAM" on YouTube
1 note
·
View note
Watch "Spiritual Debate | Satpal Ji Vs Sant Rampal Ji Hindi Volume with CC | Episode - 01 | SATLOK ASHRAM" on YouTube
1 note
·
View note
Watch "दो अक्षर वाला सतनाम कौनसा मंत्र है? | Radha Soami Exposed | Sant Rampal Ji Satsang | SATLOK ASHRAM" on YouTube
1 note
·
View note
Watch "दीपावली का अनसुना सच | SA NEWS" on YouTube
1 note
·
View note
Watch "Sant Rampal Ji's 2010 Satsang | 03 to 05 December 2010 HD | Episode - 09 | SATLOK ASHRAM" on YouTube
1 note
·
View note
Watch "Sant Rampal Ji's 2010 Satsang | 03 to 05 December 2010 HD | Episode - 09 | SATLOK ASHRAM" on YouTube
0 notes