गोवर्धन पूजा | श्रीमद भागवत कथा | sheleshanand ji Maharaj
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Nearly 17 lakh teachers received training under Nishtha programme: Pokhriyal
Nearly 17 lakh (16,99,931) teachers received training under the government’s Nishtha programme which was launched in 2019. “A total of 23,137 Key Resource Persons (KRPs) and State Resource Persons (SRPs) and 16,99,931 school heads and teachers have been trained under NISTHA in 2019-20,” as shared by Education Minister Ramesh Pokhriyal in a written reply in Lok Sabha on September 14. The programme was started on August 21 with an aim to build the capacities of around 42 lakh teachers and heads of schools across the country.
The ministry has also created a virtual platform for Nishtha programme — Nishtha online considering the COVID-19 pandemic situations.
Apart from the ministry, the Central Board of Secondary Education (CBSE) is also organising Prospective Resource Persons training programmes, and till now 1500 key resource persons were empanelled, the education minister informed.
The government has also taken various steps to impart education during the CBSE Podcast- ShikshaVani. The CBSE has reduced the syllabi of major subjects for the commencing academic session. The online courses and classes are being conducted through various e-learning platforms, PM eVIDYA, Diksha, TV channels, CBSE Podcast- ShikshaVani, radio, community radio.
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श्रीमद भागवत कथा | स्वामी शैलेषानंद जी महाराज |Bhagwat Katha
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श्रीमद भागवत कथा। anil shastri ji। श्री परमधाम bhagwatkatha
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श्री कृष्ण जन्म | sheleshanand ji Maharaj | Bhagwat Katha|
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नीलम रत्न को धारण करते समय इन बातों का जरूर रखे ध्यान
नीलम रत्न को धारण करते समय इन बातों का जरूर रखे ध्यान
ज्योतिष की समझ रखने वाले लोग रत्न के महत्त्व को बहुत अच्छे से समझते हैं। रत्न कैसे आपको ज़िन्दगी को बदल कर रख देते हैं इसका अंदाज़ा उन लोगो को बहुत अच्छे से हैं जिन लोगो ने रत्नो को धारण किया हुआ हैं। रत्न आपके लिए लाभकारी तभी साबित होते हैं जब आप किसी अच्छे ज्योतिष से सलाह लेकर पुरे नियम के साथ असली रत्न को धारण करते हैं तब जाकर रत्न आपके लिए अत्यंत लाभकारी सिद्ध होता हैं। यहाँ आप हमने असली…
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धन प्राप्ति के लिए जरूर करे लौंग के ये सरल उपाय
धन प्राप्ति के लिए जरूर करे लौंग के ये सरल उपाय
रसोईघर में व्यंजनों का स्वाद बढ़ने वाली लौंग न केवल आपके व्यंजनों के स्वाद को बढ़ाने का काम करती हैं अपितु ज्योतिष में भी लौंग के कई उपाय बताये गए हैं जिन्हे करने के बाद अपने जीवन से कष्टों का निवारण पा सकते हैं। बस जरूरत हैं ज्योतिष में बताए गए उपायों को सही नियम व सच्चे मन से करने की जरूरत हैं। अगर आप अपने द्वारा किये जा रहे उपाय का सकारात्मक परिणाम चाहते हैं तो , आपको मन में किसी भी प्रकार का छल…
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आखिर क्यों शनिदेव को पसंद हैं काली वस्तुएं ,जाने पुराणों में इसका कारण
आखिर क्यों शनिदेव को पसंद हैं काली वस्तुएं ,जाने पुराणों में इसका कारण
शनिदेव को कर्मफल दाता के नाम से जाना जाता हैं। माना जाता हैं कि शनिदेव मनुष्य को उसके कर्मो का फल देते हैं। शनिदेव के नाम से मनुष्य भयभीत भी बहुत ज्यादा होता हैं क्यों कि अगर शनिदेव का प्रकोप एक बार किसी व्यक्ति पर पड़ जाए तो उसके जीवन में काफी उथल -पुथल मच जाती हैं। लेकिन वही ये भी सत्य हैं कि जिस व्यक्ति की भक्ति से शनिदेव प्रसन्न होते हैं उनके जीवन में खुशहाली भी भर देते है। शनिदेव को प्रसन्न…
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बिल्ली का रास्ता काटना शुभ या अशुभ ? जाने क्या हैं इसके पीछे की सच्चाई
बिल्ली का रास्ता काटना शुभ या अशुभ ? जाने क्या हैं इसके पीछे की सच्चाई
अमूमन हम सभी को यही लगता हैं कि जब भी बिल्ली रास्ता काट जाएं तो हमारे साथ कुछ न कुछ जरूर गलत हो सकता हैं , या कोई अनहोनी अब हमारे साथ हो सकती हैं। लेकिन क्या ये पूरी तरह से सत्य हैं ? या फिर यह केवल मन का भ्रम हैं। बिल्ली को लेकर चली आ रही हमारे मन में सालों से जो धारणा हैं शायद वह केवल अन्धविश्वास तो नहीं। तो चलिए आपको इस बारे में बड़े ही विस्तार से बताते हैं कि बिल्ली आपके लिए किस स्थिति में…
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जगरनाथ यात्रा से जुड़ी कुछ ख़ास बातें
जगरनाथ यात्रा से जुड़ी कुछ ख़ास बातें
पूरी में निकलने वाली रथयात्रा विश्व प्रसिद्द हैं। कोरोनाकाल से पहले जब बड़ी ही धूम धाम के साथ जगरनाथ जी की रथयात्रा को निकाला जाता था तब विश्वभर से लोग इस रथयात्रा में शामिल होने आते थे। इस साल 12 जुलाई से शुरू होगी जिसका समापन 20 जुलाई को होगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार, रथ यात्रा हर साल आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को निकाली जाती है। भगवान जगन्नाथ जी के स्मरण में निकाली जाने वाली…
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जानिए क्या हैं योगिनी एकादशी की पूजा विधि
जानिए क्या हैं योगिनी एकादशी की पूजा विधि
सनातन धर्म में सभी तिथियों में से सबसे पावन तिथि एकादशी की तिथि को माना गया हैं। साल भर में कुल 26 एकादशी आती हैं। हर एकादशी का अपना अलग महत्त्व होता हैं। इस बार आषाढ़ मास की योगिनी एकादशी जिसके लिए 5 जुलाई सोमवार के दिन व्रत रखा जाएंगे। योगिनी एकादशी को लेकर मान्यता हैं कि इस दिन व्रत रखने से 88 हज़ार ब्राह्मणो को भोजन कराने जितना फल देती हैं। साथ ही जीवन कि सभी सुख सम्बृद्धि मिलती हैं। नियम के…
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भूलकर भी शनिदेव की पूजा के इन नियमों का न करे उल्लंघन
भूलकर भी शनिदेव की पूजा के इन नियमों का न करे उल्लंघन
कर्मफल दाता शनिदेव जिनके नाम से हर कोई भयभीत हो जाता हैं। लेकिन जो लोग नियमानुसार शनिदेव की आराधना करते हैं उनके ऊपर शनिदेव की कृपा दृष्टि भी पड़ती हैं जिससे उनका हमेशा ही कल्याण होता हैं। शनि को भगवान शिव ने न्याय का देवता होने का आशीर्वाद दिया है। ज्योतिष की गणना में शनि का विशेष महत्व होता है। वैदिक ज्योतिष में शनि को पापी ग्रह माना गया है। सभी ग्रहों में शनि सबसे धीमी गति से चलने वाले ग्रह…
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शादी के बाद अपने पति के लिए भाग्यशाली होती हैं इन 3 राशियों की लडकियां
शादी के बाद अपने पति के लिए भाग्यशाली होती हैं इन 3 राशियों की लडकियां
ज़िन्दगी में शादी के बाद कई तरह के बदलाव आ जाते हैं चाहे लड़का हो या लड़की। दोनों के जीवन में ही कई तरह के सुख आते हैं तो कई तरह की समस्याओं का भी आगमन होता हैं। अब ये पूरी तरह से आपके ऊपर निर्भर करता हैं कि शादी के बाद आप अपने रिश्ते को कैसे अच्छा बनाते हो , लेकिन वही अगर ज्योतिष के नज़रिये से देखा जाएं तो , किसी व्यक्ति विशेष की कुंडली में 12 राशियां, नौ ग्रहों की चाल, और 27 नक्षत्रों की…
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हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ की पूजा का महत्त्व
हिन्दू धर्म में पीपल के पेड़ की पूजा का महत्त्व
श्रीमद्भागवत गीता में श्री कृष्ण ने पीपल के पेड़ को स्वयं का रूप बताया हैं। माना जाता हैं पीपल के पेड़ में नारायण और माँ लक्ष्मी का वास होता हैं। इसलिए पीपल के पेड़ की पूजा करने से जीवन की सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। सुख -समृद्धि की प्राप्ति होती हैं। धार्मिक क्षेत्र में श्रेष्ठ देव वृक्ष की पदवी मिली और इसका विधि विधान से पूजन आरंभ हुआ । हिन्दू धर्म में अनेक अवसरों पर पीपल की पूजा करने का…
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उत्तराखंड का घंटियों वाला मंदिर, दर्शन मात्र से पूरी होती हैं सभी मनोकामना
उत्तराखंड का घंटियों वाला मंदिर, दर्शन मात्र से पूरी होती हैं सभी मनोकामना
उत्तराखंड को देवो की भूमि माना जाता हैं। ऐसी भूमि जहा देवी-देवताओं का वास हो ,ऋषि -मुनियो के लिए उत्तराखंड कर्म भूमि हैं। यू तो, उत्तराखंड में देवी-देवताओं के कई चमत्कारिक मंदिर हैं। इन मंदिरों की प्रसिद्धि भारत ही नहीं बल्कि विदेशों तक फैली हुई है। और आज हम आपको उत्तराखंड में स्थित एक ऐसे मंदिर के बारे में बताएंगे जिसकी मान्यता बहुत अधिक हैं लेकिन इस मंदिर के बारे में जानकारी बहुत कम लोगो को…
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वास्तु के अनुसार क्यों अपने पैसों से नहीं ख़रीदा जाता लाफिंग बुद्धा
वास्तु के अनुसार क्यों अपने पैसों से नहीं ख़रीदा जाता लाफिंग बुद्धा
वास्तु में हर वस्तु के लिए एक विशेष दिशा को निर्धारित किया गया हैं। अगर उस वस्तु को उसी स्थान पर रखा जाए तो इससे हमे फायदा देखने को मिलता हैं। आज के मॉडर्न जमाने में हर व्यक्ति की ये प्राथमिकता होती हैं कि वह अपने घर का निर्माण वास्तु विशेषज्ञ कि देख रेख में ही कराये। जिस से कि उसके घर में हमेशा सुख -समृद्धि बनी रहे। और भारतीय वास्तु की तरह ही चीनी वास्तु भी हैं जिसे फेंगसुई के नाम से जाना…
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