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#औसत
studycarewithgsbrar · 2 years
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डेस्टिनेशन ड्रीम कॉलेज दूर लगता है, सीयूईटी के परीक्षार्थी औसत अंक से निराश हैं
डेस्टिनेशन ड्रीम कॉलेज दूर लगता है, सीयूईटी के परीक्षार्थी औसत अंक से निराश हैं
सीयूईटी-यूजी में अंकों के “सामान्यीकरण” ने कई उम्मीदवारों को निराश कर दिया है क्योंकि वे अपने अंकों को अपने मूल अंकों से कम पाते हैं, जिससे उनके लिए अपने सपनों का कॉलेज प्राप्त करना मुश्किल हो जाता है। कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) -UG के पहले संस्करण के परिणाम शुक्रवार को घोषित किए गए। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने यह भी स्पष्ट किया है कि विश्वविद्यालय सामान्यीकृत एनटीए अंकों के…
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dailyhantnews · 2 years
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HIFIMAN BW200 समीक्षा: कड़ाई से औसत
HIFIMAN BW200 समीक्षा: कड़ाई से औसत
HIFIMAN सुंदर और अत्यधिक मूल्यवान HIFIMAN शांगरी-ला जैसे तारकीय उत्पादों के लिए HIFIMAN ऑडियोफाइल सर्कल में एक अपेक्षाकृत प्रसिद्ध ब्रांड है। हमने HIFIMAN TWS600, एक मिड-रेंज ट्रू वायरलेस इन-ईयर हेडफ़ोन का भी परीक्षण किया, जिसने हमें इसकी ध्वनि सटीकता से प्रभावित किया। इस समीक्षा में, हम कंपनी की नवीनतम पेशकश, HIFIMAN BW200 का परीक्षण कर रहे हैं, जो एक बजट वायरलेस ईयरफोन है। देखते हैं कि क्या यह…
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dks91 · 2 years
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Today Healthtips ! Today Lifestyles ! Today news ! Health foods ! Healthy diet ! Health news !healthcare ! In Hindi.
Today Healthtips ! Today Lifestyles ! Today news ! Health foods ! Healthy diet ! Health news !healthcare ! In Hindi.
प्रेग्नेंसी के वो नौ महीने हर मां के लिए खास होते हैं। चाहे वह पहला बच्चा हो या दूसरा। एक मां के लिए उसके दोनों बच्चे एक जैसे होते हैं। और दोनों के जन्म का अनुभव भी अलग है। ऐसे में मां को कुछ ख्याल रखने की जरूरत होती है। गर्भावस्था के दौरान हर महिला की जिंदगी बदल जाती है। फिर चाहे वो उनकी लाइफस्टाइल हो या फिर डाइट प्लान। दूसरी बार मां बनने पर एक महिला को अपना खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। आइए…
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yogenderthakur · 5 months
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Current Affairs Daily Quiz: 13-14 December 2023 Current Affairs in Hindi
Current Affairs Daily Quiz: 13-14 December 2023 Current Affairs in Hindi Current Affairs Daily Quiz: 13-14 December 2023 Current Affairs in Hindi: All Exam Solutions Daily Current Affairs Today Section provides the latest and Best Daily Current Affairs 2023-2024 for UPSC, IAS/PCS, Banking, IBPS, SSC, Railway, UPPSC, RPSC, BPSC, MPPSC, TNPSC, MPSC, KPSC, and other competition exams. भारत COP28…
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mwsnewshindi · 1 year
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EXCLUSIVE weight loss Tips: सर्दियों में वजन बढ़ने से कैसे बचें - खाने और परहेज करने के लिए 5 खाद्य पदार्थ
EXCLUSIVE weight loss Tips: सर्दियों में वजन बढ़ने से कैसे बचें – खाने और परहेज करने के लिए 5 खाद्य पदार्थ
सर्दियों में वजन की समस्या: जैसे ही पारा गिरता है, हमारी भूख का दर्द बढ़ जाता है और हम अक्सर उस गर्म कप गर्म चॉकलेट या स्वादिष्ट घी से भरे गाजर का हलवा के लिए तरस जाते हैं! सर्दियां वह समय भी होता है जब हम आम तौर पर आलसी महसूस करते हैं और हम में से कई लोग जिम की सदस्यता छोड़ देते हैं और आम तौर पर कंबल के नीचे लिपटे रहना पसंद करते हैं। जबकि ये सभी आरामदायक और रमणीय लगते हैं, यह भयानक वजन बढ़ाने के…
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kavitakumawatsblog · 1 year
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crickettr · 2 years
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हिंदी में केविन पीटरसन का विशेष स्वतंत्रता दिवस ट्वीट ध्यान खींचता है
हिंदी में केविन पीटरसन का विशेष स्वतंत्रता दिवस ट्वीट ध्यान खींचता है
कई भारतीय क्रिकेटरों ने देश का 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया। विराट कोहली, रोहित शर्मा और रवींद्र जडेजा की पसंद ने सोशल मीडिया पर अपने प्रशंसकों को शुभकामनाएं दी हैं और अब केविन पीटरसन और एबी डिविलियर्स जैसे कई विदेशी क्रिकेटर भी इसमें शामिल हो गए हैं। इस बीच भारत के दीवाने पीटरसन ने हिंदी में ट्वीट किया। 75वें स्वतंत्रता दिवस की खेल, भारत। गौरव करो और करो आप सभी के लिए एक बेहतर निर्माण का निर्माण…
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rudrjobdesk · 2 years
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Sarfaraz Khan: मॉडर्न क्रिकेट का नया 'डॉन'
Sarfaraz Khan: मॉडर्न क्रिकेट का नया ‘डॉन’
Image Source : INDIA TV Don Bradman and Sarfaraz Khan Highlights सरफराज खान का नया माइलस्टोन फर्स्ट क्लास क्रिकेट में ब्रैडमैन के सबसे करीब सरफराज बल्लेबाजी औसत में सरफराज से बेहतर सिर्फ ब्रैडमैन सरफराज खान, इस खिलाड़ी ने अब तक इंटरनेशनल क्रिकेट नहीं खेला। अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट में उनके जल्द डेब्यू करने के कयास लगाए जा रहे हैं। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनकी पहचान ज्यादा बड़ी नहीं है,…
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trendingwatch · 2 years
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सीईओ का मुआवजा पूर्व-कोविड स्तर से अधिक, औसत वेतन 10 करोड़ रुपये के पार: सर्वेक्षण
सीईओ का मुआवजा पूर्व-कोविड स्तर से अधिक, औसत वेतन 10 करोड़ रुपये के पार: सर्वेक्षण
सीईओ मुआवजा अब पूर्व-महामारी के स्तर से अधिक हो गया है और यह पहला सर्वेक्षण है जहां औसत सीईओ कुल मुआवजे ने 2022 डेलॉइट के अनुसार 10 करोड़ रुपये का आंकड़ा पार कर लिया है। भारत कार्यकारी पारिश्रमिक सर्वेक्षण। इसमें कहा गया है कि औसत सीईओ का कुल मुआवजा 7.4 करोड़ रुपये है। “सीएक्सओ मुआवजे में भी 2021 के स्तर से उछाल देखा गया है। सीओओ (मुख्य परिचालन अधिकारी), सीएफओ (मुख्य वित्तीय अधिकारी) और व्यवसाय…
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parichaytimes · 2 years
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बुधवार को शेयर बाजार खुलने से पहले जान लें ये 5 बातें
बुधवार को शेयर बाजार खुलने से पहले जान लें ये 5 बातें
यहां सबसे महत्वपूर्ण समाचार, रुझान और विश्लेषण हैं जो निवेशकों को अपना ट्रेडिंग दिवस शुरू करने की आवश्यकता है: 1. उपभोक्ता कीमतों के चार दशक के उच्चतम स्तर पर रहने के बाद फ्यूचर्स में गिरावट NYSE, 10 मई, 2022 के फर्श पर व्यापारी। स्रोत: एनवाईएसई यूएस स्टॉक फ्यूचर्स बुधवार को कम हो गया जब इस सप्ताह अप्रैल की पहली दो प्रमुख मुद्रास्फीति रिपोर्टों से पता चला कि उपभोक्ता कीमतें अभी भी 40 साल के…
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satlokashram · 5 months
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प्रारब्ध कर्म:- प्रारब्ध कर्म वे कर्म हैं जो जीव को जीवन काल में भोगने होते हैं जो संचित कर्मों से औसत करके बनाए जाते हैं। उदाहरण के लिए यदि पाप कर्म एक हजार (1000) हैं और पुण्य कर्म पाँच सौ (500) हैं तो दोनों से औसत में लिए जाते हैं। प्रारब्ध कर्म यानि जीव का भाग संचित कर्मों से Average में लेकर बनाया जाता है। यदि 20-20 प्रतिशत लेकर प्रारब्ध बना तो पाप कर्म 50 और पुण्य कर्म 25 बने। इस प्रकार प्रारब्ध कर्म यानि जीव का भाग्य बनता है। इनको प्रारब्ध कर्म कहते हैं।
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studycarewithgsbrar · 2 years
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जेईई एडवांस 2022 परीक्षा: जानें 'औसत से कठिन पेपर', टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी
जेईई एडवांस 2022 परीक्षा: जानें ‘औसत से कठिन पेपर’, टाई-ब्रेकिंग पॉलिसी
नई दिल्ली: संयुक्त प्रवेश परीक्षा उन्नत (जेईई एडवांस) रविवार, 28 अगस्त को आयोजित की गई थी। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) में स्नातक इंजीनियरिंग पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के इच्छुक आवेदकों के लिए ऑनलाइन परीक्षा आयोजित की गई थी। परीक्षा में दो पेपर शामिल थे – पेपर 1 सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक आयोजित किया गया था, जबकि पेपर 2 दोपहर 2:30 बजे से शाम 5:30 बजे तक आयोजित किया गया था। जेईई मेन…
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essentiallyoutsider · 26 days
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चाहिए थोड़ा दुख
खबरें देखता रहता हूं दिन भर और
कुछ नहीं लिखता मैं
देखता हूं रील, तस्‍वीर और वीडियो
दूसरों का नाच गाना सोना नहाना
सब कुछ पर बेमन
सीने में जाने किसका है वजन
जो काटे नहीं कटता वक्‍त की तरह
गोकि मैं हूं बहुत बहुत व्‍यस्‍त और
ऐसा सिर्फ दिखाने के लिए नहीं है चूंकि
मैं फोन नहीं उठाता किसी का
मैं वाकई व्‍यस्‍त हूं, और जाने
किन खयालों में मस्‍त हूं कि अब
कुछ भी छू कर नहीं जाता
निकल लेता है ऊपर से या नीचे से
या दाएं से और बाएं से
सर्र से पर मेरी रूह को तो छोड़ दें
त्‍वचा तक को कष्‍ट नहीं होता।
ये जो वजन है
यही दुख का सहन है
वैसे कारण कम नहीं हैं दुखी होने के
दूसरी सहस्रा��्दि के तीसरे दशक में, लेकिन
दुख की कमी अखरती है रोज-ब-रोज
जबकि समृद्धि इतनी भी नहीं आई
कि खा पी लें दो चार पुश्‍तें
या फिर कम से कम जी जाएं विशुद्ध
हरामखोर बन के ही बेटा बेटी
या अकेले मैं ही।
मैंने सिकोड़ लिया खुद को बेहद
तितली से लार्वा बनने के बाद भी
फोन आ जाते हैं दिन में दो चार
और सभी उड़ते हुए से करते हैं बात
चुनाव आ गया बॉस, क्‍या प्‍लान है
मेरा मन तो कतई म्‍लान है यह कह देना
हास्‍यास्‍पद बन जाने की हद तक
संन्‍यस्‍त हो जाने की उलाहना को आमंत्रित करता
बेकल आदमी का एकल गान है।
एक कल्‍पना है
जिसका ठोस प्रारूप कागज पर उतारना
इतना कठिन है कि महीनों हो गए
और इतना आसान, कि लगता है
एक रोज बैठूंगा और लिख दूंगा
रोज आता है वह एक रोज
और बीत जाता है रोज
अब उसकी भी तीव्रता चुक रही है
तारीख करीब आ रही है और धौंकनी
धुक धुक रही है
कि क्‍या 4 जून के बाद भी करते रहना होगा
वही सब चूतियापा
जिसके सहारे काट दिए दस साल
अत्‍यंत सुरक्षित, सुविधाजनक
बिना खोए एक क्षण भी आपा
बदले में उपजा लिए कुछ रोग जिन्‍हें
डॉक्‍टर साहब जीवनशैली जनित कहते हैं
जबकि इस बीच न जीवन ही खास रहा
न कोई शैली, सिवाय खुद को
बचाने की एक अदद थैली
आदमी से बन गए कंगारू
स्‍वस्‍थ से हो गए बीमारू
कीड़े पनपते रहे भीतर ही भीतर
बाहर चिल्‍लाते रहे फासीवाद और
भरता रहा मन में दुचित्‍तेपन का
गंदा पीला मवाद।
यार, ऐसे तो नहीं जीना था
सिवाय इस राहत के कि
जीने की भौतिक परिस्थितियां ही
गढ़ती हैं मनुष्‍य को
यह दलील चाहे जितना डिस्‍काउंट दे दे
लेकिन मन तो जानता है (न) कि
दुनिया के सामने आदमी कितनी फानता है
और घर के भीतर चादर कितनी तानता है।
अगर ये सरकार बदल भी जाए तो क्‍या होगा मेरा
यही सोच सोच कर हलकान हुआ जाता हूं
जबकि सभी दोस्‍त ठीक उलटा सोच रहे हैं
जरूरी नहीं कि दोस्‍त एक जैसा सोचें
बिलकुल इसी लोकतांत्रिक आस्‍था ने दोस्‍त
कम कर दिए हैं और जो बच रहे हैं
वे फोन करते हैं और मानकर चलते हैं
मैं उनके जैसी बात कहूंगा हुंकारी भरूंगा
मैं तो अब किसी को फोन नहीं करता
न बाहर जाता हूं मिलने
बहुत जिच की किसी ने तो घर
बुला लेता हूं और जानता हूं कि
दस में से दो आ जाएं तो बहुत
इस तरह कटता है मेरा क्‍लेश और
बच जाता है वक्‍त
चूंकि मैं हूं बहुत बहुत व्‍यस्‍त
बचे हुए वक्‍त में मैं कुछ नहीं करता
यह जानते हुए भी लगातार लोगों से बचता
फिरता हूं क्‍योंकि वे जब मिलते हैं तो
ऐसा लगता है कि बेहतर होता कुछ न करते
घर पर ही रहते और ऐसा
तकरीबन हर बार होता है
हर दिन बस यही संतोष
मुझे बचा ले जाता है
कि मेरा खाली समय कोई बददिमाग
पॉलिटिकली करेक्‍ट
बुनियादी रूप से मूर्ख और अतिमहत्‍वाकांक्षी
लेकिन अनिवार्यत: मुझे जानने वाला मनुष्‍य
नहीं खाता है।
लोगों को ना करते दुख होता है
ना नहीं करने के अपने दुख हैं
आखिर कितनों की इच्‍छाओं, महत्‍वाकांक्षाओं
और मूर्खतापूर्ण लिप्‍साओं की आत्‍यंन्तिक रूप से
मौद्रिक परियोजनाओं में
आदमी कंसल्‍टेंट बन सकता है एक साथ?
आपके बगैर तो ये नहीं होगा
आपका होना तो जरूरी है
रोज दो चार लोग ऐसी बातें कह के मुझे
फुलाते रहते हैं और घंटे भर की ऊर्जा
उनके निजी स्‍वार्थों की भेंट चढ़ जाती है
इतने में दस आदमी कांग्रेस से भाजपा में और
चार आदमी भाजपा से कांग्रेस में चले जाते हैं
हेडलाइन बदल जाती है
किसी के यहां छापा पड़ जाता है
तो किसी को जेल हो जाती है
फिर अचानक कोई ऐसा नाम ट्रेंड करने लगता है
जिसे जानने में बची हुई ऊर्जा खप जाती है।
मुझे वाकई ये बातें जानने का शौक नहीं
ज्‍यादा जरूरी यह सोचना है कि अगले टाइम
क्‍या छौंकना है लौकी, करेला या भिंडी
और किस विधि से उन्‍‍हें बनना है
यह और भी अहम है पर संतों के कहे
ये दुनिया एक वहम है और मैं
इस वहम का अनिवार्य नागरिक हूं
और औसत लोगों से दस ग्राम ज्‍यादा
जागरिक हूं और यह विशिष्‍टता 2014 के बाद
अर्जित की हुई नहीं है क्‍योंकि उससे पहले भी
मैं जग रहा था जब सौ करोड़ हिंदू
सो रहा था इस देश का जो आज मुझसे
कहीं ज्‍यादा जाग चुका है और
मेरे जैसा आदमी बाजार से भाग चुका है
भागा हुआ आदमी घर में दुबक कर
खबरें ही देख सकता है और गाहे-बगाहे सजने वाली
महफिलों में अपने प्रासंगिक होने के सुबूत
उछाल के फेंक सकता है।
दरअसल मैं इसी की तैयारी करता हूं
इसीलिए खबरें देखता रहता हूं
पर लिखता कुछ नहीं
बस देखता हूं दूसरों का नाच गाना
सोना नहाना सब कुछ
नियमित लेकिन बेमन।
कब आ जाए परीक्षा की घड़ी
खींच लिया जाए सरेबाजार और
पूछ दिया जाए बताओ क्‍या है खबर
और कह सकूं बेधड़क मैं कि सरकार बहादुर
गरीबों में बांटने वाले हैं ईडी के पास आया धन।
छुपा ले जाऊं वो बात जो पता है
सारे जमाने को लेकिन कहने की है मनाही
कि एक स्‍वतंत्र देश का लोकतांत्रिक ढंग से
चुना गया प्रधानमंत्री कर रहा था सात साल से
धनकुबेरों से हजारों कर���ड़ रुपये की उगाही
खुलवाकर कुछ लाख गरीबों का खाता जनधन।
सच बोलने और प्रिय बोलने के द्वंद्व का समाधान
मैंने इस तरह किया है
बीते बरसों में जमकर झूठ को जिया है
स्‍वांग किया है, अभिनय किया है
जहां गाली देनी थी वहां जय-जय किया है
और सीने पर रख लिया है एक पत्‍थर
विशालकाय
अकेले बैठा पीटता रहता हूं छाती हाय हाय
कि कुछ तो दुख मने, एकाध कविता बने
लगे हाथ कम से कम भ्रम ही हो कि वही हैं हम
जो हुआ करते थे पहले और अकसर सोचा करते थे
किसके बाप में है दम जो साला हमको बदले।
ये तैंतालीस की उम्र का लफड़ा है या जमाने की हवा
छूछी देह ही बरामद हुई हर बार जब-जब
खुद को छुवा
हर सुबह चेहरे पर उग आती है फुंसी गोया
दुख का निशान देह पर उभर आता हो
मिटाने में जिसे आधा दिन गुजर जाता हो
दुख हो या न हो, दिखना नहीं चाहिए
ऐसी मॉडेस्‍टी ने हमें किसी का नहीं छोड़ा
भरता गया मवाद बढ़ता गया फोड़ा
अल्‍ला से मेघ पानी छाया कुछ न मांगिए
बस थोड़ा सा जेनुइन दुख जिसे हम भी
गा सकें, बजा सकें और हताशाओं के
अपने मिट्टी के गमले में सजा सकें
और उसे साक्षी मानकर आवाहन करें
प्रकृति का कि लौट आओ ओ आत्‍मा
कम से कम कुछ तो दो करुणा कि
स्‍पर्श कर सकें वे लोग, वे जगहें, वे हादसे
जिनकी खबरें देखता रहता हूं मैं
दिन भर और कुछ भी नहीं लिख पाता।
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dasjaswant960 · 8 days
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#GodMorningSaturday
#Who_Is_AadiRam
प्रारब्ध कर्म वे कर्म हैं जो जीव को जीवन काल में भोगने होते हैं जो संचित कर्मों से औसत करके बनाए जाते हैं। उदाहरण के लिए यदि पाप कर्म एक हजार (1000) हैं और पुण्य कर्म पाँच सौ (500) हैं तो दोनों से औसत में लिए जाते हैं। प्रारब्ध कर्म यानि जीव का भाग संचित कर्मों से Average में लेकर बनाया जाता है। यदि 20-20 प्रतिशत लेकर प्रारब्ध बना तो पाप कर्म 50 और पुण्य कर्म 25 बने। इस प्रकार प्रारब्ध कर्म यानि जीव का भाग्य बनता है। इनको प्रारब्ध कर्म कहते हैं।
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anilpooja · 7 months
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#सत_भक्ति_संदेश़
किसान बीज भी बो रहा होता रास्ते पर चलते (पंथी) से बाते भी कर रहा होता ‌बीज के दाने उसी प्रकार जमीन मे बोता उसके बीज बोने के ध्यान मे कमी नही आती बिना बात करे जिस औसत से दाने छोड रहा होता यात्री से बाते करते समय भी वह१/२ ध्यान रखता है और देखे शाम 730साधन चैनल मे
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9667508787 · 2 years
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राजस्थान में तेज बारिश का अलर्ट:प्रदेश के 17 जिलों में तीन दिन तक रहेगा बरसात का दौर; एक्टिव हुआ नया सिस्टम
जयपुरराजस्थान में मानसून को लेकर यह माना जा रहा था कि सितंबर के बाद विदाई हो जाएगी, लेकिन अक्टूबर महीने में एक बार फिर से बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम केन्द्र जयपुर ने 5 अक्टूबर से राजस्थान के कई हिस्सों में तेज बारिश का अलर्ट जारी किया है।अनुमान है कि ये दौर अगले तीन दिनों तक जारी रहेगा। नए सिस्टम का असर पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, कोटा, जयपुर और उदयपुर संभाग के 17 जिलों में देखने को मिल सकता है।
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि पूर्वी राजस्थान से मानसून की विदाई फिलहाल अगले 7-8 दिन तक नहीं होगी। उन्होंने बताया कि बंगाल की खाड़ी में एक लो-प्रेशर सिस्टम बन रहा है, जो आगे बढ़ते हुए उड़ीसा, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश होते हुए राजस्थान की पूर्वी सीमा तक आएगा।
इन जिलों को लेकर चेतावनी
मौसम केन्द्र जयपुर के मुताबिक भरतपुर संभाग के भरतपुर, धौलपुर, करौली, सवाई माधोपुर के अलावा कोटा संभाग के कोटा, बारां, बूंदी, जयपुर संभाग के अलवर, जयपुर, दौसा, सीकर, उदयपुर संभाग के चित्तौड़गढ़, डूंगरपुर, बांसवाड़ा उदयपुर के अलावा अजमेर संभाग के टोंक, भीलवाड़ा जिलों में भी कहीं-कहीं आसमान में बादल छाने के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
राजस्थान समेत मध्य और दक्षिण भारत के कई हिस्सों में अक्टूबर के महीने में सामान्य से ज्यादा बारिश होने का अनुमान इस बार केन्द्रीय मौसम विभाग ने जताया है। राजस्थान की बात करें तो यहां अक्टूबर के शुरूआती सप्ताह में बंगाल की खाड़ी से आने वाले सिस्टम से बारिश की गतिविधियां होंगी।
इसके अलावा दीपावली के आसपास और उससे पहले एक-दो पश्चिमी विक्षोभ आ सकते हैं, जिसके असर से गंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, चूरू समेत उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के हिस्सों में बारिश हो सकती है।
रबी की फसल के लिए फायदेमंद होगा साबित
निदेशक शर्मा ने बताया कि इस सिस्टम से जो बारिश होगी वह आगामी रबी की फसल बोने वालों के लिए फायदेमंद होगी। इससे जमीन में नमी का स्तर बढ़ जाएगा और खेती के लिए जमीन उपयोगी हो जाएगी। क्योंकि वर्तमान में जिस तरह धूप पड़ रही है और मौसम साफ है उससे अनुमान है कि जमीन की नमी का लेवल कम होगा।
इस सिस्टम से होने वाली बारिश से किसानों को फायदा होगा। हालांकि उन किसानों के लिए चेतावनी या सलाह है कि जिन्होंने खरीफ की फसलों की कटाई नहीं की है या कटाई के बाद फसल खेतों में पड़ी है। उनके पास अभी 3-4 दिन का समय है, वे इन फसलों को खेतों से हटाकर कहीं सुरक्षित स्थानों पर ले जाएं।
अब तक सामान्य से 36 फीसदी
राजस्थान में अब तक बारिश की स्थिति देखें तो प्रदेश में 30 सितम्बर तक 594.2MM बरसात हो चुकी है, जो औसत बरसात 435.6MM से 36 फीसदी ज्यादा है। सबसे ज्यादा बरसात इस सीजन में झालावाड़ जिले में हुई, जहां 1316.9MM बरसात हुई है, जो सामान्य बारिश 884.3MM से 49 फीसदी ज्यादा है। वर्तमान में मानसून अभी राजस्थान के आधे हिस्से में एक्टिव है, ऐसे में संभावना है कि मानसून की विदाई तक प्रदेश में बारिश का औसत और बढ़ जाएगा।
आईरा वार्ता इक़बाल खान
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