बोलना ही हैं।
Book Review
आज मैंने रविश कुमार द्वारा लिखित बहुचर्चित किताब बोलना ही हैं को पढ़ कर खत्म किया। अब मैं इस किताब के बारे मे जो सोचता हूँ उसे कुछ आसान से शब्दों मे लिखना चाहता हूँ। इस किताब के बारे मे कई पढे लिखे विद्वानों ने लिखा हैं, लेकिन मैं अपनी छात्र वाली समझ जो इस समाज मे कई तरह के लोगों के बीच रहता हैं, उसके अनुसार लिखना लिखना चाहता हूँ।
वैसे तो किताबों को खत्म करने मे मेरा रिकार्ड बहुत खराब हैं, लेकिन…
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सवा रुपये की मानहानि
सवा रुपये की मानहानि
इन दिनों मैं रविश कुमार जी द्वारा लिखित “बोलना ही हैं” पढ़ रहा हूँ। किताब में भारत के मौजूदा छात्रों की स्तिथि, लोकतंत्र मे रह रहे लोक की स्तिथि, भीड़तंत्र और कई सारे मुद्दों के बारे मे लिखा गया हैं। इस लेख की मुख्य पंक्ति गरीबों की मानहानि लिखने का कारण लेखक द्वारा दिए गए विवरण के कारण हैं। जो आपको आगे के लेख से समझ में आजाएगी।
लेखक के मुताबिक भारत के किसी भी नागरिक सम्मान सवा रुपये से अधिक नहीं…
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इस्लाम में बहुविवाह
एक और प्रयास।
इन दिनों मैं पारिवारिक विधि की कक्षा में मुस्लिम विधि का अध्ययन कर रहा हूँ। मुझे याद हैं, जब तीन तलाक का कानून पास हो रहा था तब उन दिनों इस्लाम में बहुविवाह पर भी चर्चा हो रही थी। मैंने भी इस चर्चा में भाग लिया, और इस तरह के नियम के विरुद्ध में अपने कई तरह के विचारो को गढ़ा और प्रस्तुत किया। इतने दिनों बाद जब फिर से इसके बारे में सुनने को और पढ़ने को मिला तो सोचा, क्यूँ ना इसे एक बार तथ्यो और…
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भारत बनाम भारत
यूं तो मैं किसी भी खबरिया चैनल को देखने से बचता हूं लेकिन ट्विटर पर अधिक सक्रिय होने के कारण मुझे खबरिया चैनलों की करतूतों के बारे में पता चलता रहता हैं। आज कल के खबरिया चैनलों में खबर के नाम पर सरकार का प्रोपेगंडा या तो फिर रेडियो रवांडा चलता हैं। जिसको रेडियो रवांडा के बारे में नहीं पता वो इसके बारे में ढूंढ कर पढ़ सकते हैं। शायद उससे आपको मेरे इस शीर्षक को रखने का उद्देश्य भी समझ आ जाए।
आज कल…
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बांग्लादेश की भारत के मुकाबले रफ्तार
पिछले लेख में हमने बांग्लादेश की प्रति व्यक्ति आय की बढ़ोतरी के संदर्भ में बात की थीं। इस बार हम कई और सूचकांकों पर बात करेंगे और उसकी तुलना भारत से करेंगे। बांग्लादेश से भारत की तुलना कहीं से भी बराबरी की तुलना नहीं कहीं जाएगी, पर पिछले कुछ दिनों में इतनी बार तुलना पर बात हुई हैं तो हमने भी सोचा कर लेते हैं।
1) मानव विकास सूचकांक के अनुसार, 2018 में जन्म के समय भारत की जीवन प्रत्याशा 69.4…
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बांग्लादेश का भारत को पिछाड़ना, समझना इतना आसान नहीं
कुछ दिनों पहले राहुल गांधी का एक ट्वीट देखा जिसमें उन्होंने बांग्लादेश का भारत से आगे निकलने की कहानी बायां की थी। यह पढ़कर मुझे थोड़ी हैरानी हुई, तो मैंने सोचा थोड़ी खोजबीन कर ली जाए। जब मुझे समझ आया, तो सोचा अब थोड़ा ज्ञान भी बांट लिया जाए। तभी ये लेख लिखने का विचार मन में आया।
अब बात कुछ यूं है, कि कुछ दिनों पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जिसे हम छोटे में आईएमएफ कहते हैं उसने अपनी वर्ल्ड…
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बांग्लादेश का भारत को पिछाड़ना, समझना इतना आसान नहीं
कुछ दिनों पहले राहुल गांधी का एक ट्वीट देखा जिसमें उन्होंने बांग्लादेश का भारत से आगे निकलने की कहानी बायां की थी। यह पढ़कर मुझे थोड़ी हैरानी हुई, तो मैंने सोचा थोड़ी खोजबीन कर ली जाए। जब मुझे समझ आया, तो सोचा अब थोड़ा ज्ञान भी बांट लिया जाए। तभी ये लेख लिखने का विचार मन में आया।
अब बात कुछ यूं है, कि कुछ दिनों पहले अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष जिसे हम छोटे में आईएमएफ कहते हैं उसने अपनी वर्ल्ड…
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भारतीयों के लिए पेट्रोल डीजल महंगा क्यों?
कल कई दिनों बाद अपनी मोटरसाइकिल से सैर पर निकला तो देखा गाड़ी रिजर्व में थीं तो सोचा पेट्रोल डला लिया जाए। ये सोच पेट्रोल पंप की तरफ गाड़ी मोड़ ली और पहुंच गए, तब पेट्रोल का दाम देख कर होश उड़ गए। जो गाड़ी पहले ₹700 में टंकी भर लेती थी अब उसे ₹800 से ऊपर लगेंगे, ये सोच कर ₹100 का पेट्रोल डलवा कर गाड़ी चुपचाप घर पर खड़ी कर दी। अब थोड़ा पढ़ने लिखने में रुचि रखता हूं तो पता था कि अंतरराष्ट्रीय…
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हाथरस हमें क्या बताता हैं
4 दिन पहले जब मैं सुबह सो कर उठा और अपना फोन चेक किया तो मैंने अपने शॉर्ट न्यूज वाले ऐप से जाना की हाथरस की गुड़िया नहीं रहीं, लेकिन उस दिन तक मैं इस दुर्घटना के बारे कुछ भी नहीं जानता था। तो मेरे अंदर जानने की जिज्ञासा हुई तो मैंने पढ़ना शुरू किया। फिर जो मैंने पढ़ा उसने मुझे अन्दर तक झकझोर कर रख दिया। यह कोई पहली घटना नहीं थी, जिससे मैं परेशान हुआ, इससे पहले भी इस देश में कई ऐसी घटनाएं हो चुकी…
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साधारण छात्र की नजर से किसान बिल
साधारण छात्र की नजर से किसान बिल
इन दिनों किसान बिल वाकई चर्चा मे हैं, कुछ कारण उसके प्रावधानों और बाकी राज्य सभा मे जो हंगामा हुआ हैं। भारत का हर नागरिक चाहेगा, कि अगर कोई कानून उस पर असर डाल रहा तो उसे सर्वसम्मति से भारत के दोनों सदनों से पास होना चाहिए।
मुझे लगता हैं जिन सांसदों ने इस बिल का समर्थन किया हैं, उन्हे भी इसके बारे मे पूरा ज्ञान नहीं होगा। बहुमत का आँकड़ना पाने के लिए जिन सांसदों को भारत की जनता द्वारा चुना गया…
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रासायनिक विचार
जब आप एक किशोर होते हैं, तब आपके मस्तिष्क के रसायन आपके फैसलों को प्रभावित करते हैं जो आपको आपके सुरक्षित बचपन से घसीटते हुए जवानी के एक भयानक जंगल मे छोड़ देते हैं। मैंने कहीं सुना था, कि वयस्क सिर्फ डरे हुए बच्चे होते हैं, जो खुशकिस्मत थे जिन्होंने अपने किशोरावस्था को जीने के काबिल बना लिया। मैं आप लोगों से गुजारिश करता हूँ कि बाहर जाओ और दुनिया को अपने तरीके से देखो, जिसमे आप जो चाहते हो उसकी…
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देश में दोहरे मापदंड
देश में दोहरे मापदंड
कुछ दिनों पहले बॉम्बे हाई कोर्ट और कल दिल्ली हाईकोर्ट का जमातियों पर फैसला आया, जिसे जानने के लिए मुझे इंटरनेट पर सर्च करना पड़ा। फैसले मे कोर्ट ने पुलिस, सरकार और तथाकथित खबरिया चैनलो को फटकार लगाई हैं, और जमातियों को निर्दोष पाया हैं। जिस तरह का नंगा नाच हमारे मुख्यधारा के पत्रकारों ने मचाया था, उसके मुकाबले इस फैसला की सुगबुगाहट तक सुनाई नहीं दी। इससे पता चलता हैं कि हमारा तथाकथित प्रजातन्त्र…
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Follow @themr_a3 on @mirakeeapp #mirakee #poems #poetry #writersnetwork #quotes #quote #writersofinstagram #stories #ttt #quoteoftheday #writersofig #writersofmirakee #wordporn #writing #writer (at Banaras Hindu University) https://www.instagram.com/p/BxZUZvtFBJIaemJSiScxPe349QtkilT2snAtpQ0/?utm_source=ig_tumblr_share&igshid=1s91b7ikyoak2
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Statue of Unity in Varanasi
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है इश्क़ तो फिर असर भी होगा - अब्दुल गफूर ' शहबाज़ ' | theMr_A3
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Poetry *theMr_A3* | #NojotoVoice | #Nojoto
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