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#मोहम्मद बिन सलमान
taazanewslive24 · 2 months
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सऊदी अरब को मॉडर्न कंट्री कैसे बना रहे हैं सऊदी प्रिंस ?
Saudi Arab New Rule: कट्टर इस्लामिक देश कहे जाने वाले सऊदी अरब में क्राउन प्रिंस ने मस्जिदों में इफ्तार पार्टी करने पर रोक लगा दी है. यह आदेश तब जारी किया गया, जब मुस्लिमों का पवित्र महीना रमजान आने वाला है. माना ये जा रहा है कि मोहम्मद बिन सलमान (एमबीएस) सऊदी अरब से कट्टर होने का दाग हटाना चाहते हैं. इसी के तहत लगातार शरिया कानून में ढील दी जा रही है.  मुस्लिमों के लिए सबसे पवित्र स्थल मक्का और…
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trendingwatch · 2 years
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सऊदी क्राउन प्रिंस जल्द ही पाकिस्तान जाएंगे : शहबाज शरीफ
सऊदी क्राउन प्रिंस जल्द ही पाकिस्तान जाएंगे : शहबाज शरीफ
द्वारा आईएएनएस इस्लामाबाद: पाकिस्तान के प्रधान मंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को कहा कि सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुलअजीज अल-सऊद जल्द ही पाकिस्तान का दौरा करेंगे, यह कहते हुए कि क्राउन प्रिंस ने देश में विकास परियोजनाओं का समर्थन करने की इच्छा व्यक्त की है, मीडिया रिपोर्टों में कहा गया है। डॉन की रिपोर्ट के अनुसार, प्रधानमंत्री की यह टिप्पणी सऊदी अरब की तीन दिवसीय यात्रा के समापन…
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thegandhigiri · 2 years
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जमाल खशोगी के चचेरे भाई द्वारा निर्मित पेरिस में 'दुनिया के सबसे महंगे घर' में ठहरे सऊदी राजकुमार
जमाल खशोगी के चचेरे भाई द्वारा निर्मित पेरिस में ‘दुनिया के सबसे महंगे घर’ में ठहरे सऊदी राजकुमार
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन से मिलने के लिए फ्रांस की अपनी यात्रा के दौरान, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (Mohammed bin Salman) 2015 में इसे “दुनिया का सबसे महंगा घर” करार देते हुए एक भव्य शैटॉ में रह रहे हैं। पेरिस के बाहर लौवेसिएन्स में शैटॉ लुई XIV एक नई-निर्मित हवेली है, जिसका उद्देश्य पास के वर्साय पैलेस की असाधारण विलासिता की नकल करना है, जो कभी फ्रांसीसी शाही परिवार की सीट…
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kv1nsbvizag · 2 years
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मॉर्निंग डाइजेस्ट | सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा कि क्या 'तर्कहीन' चुनावी मुफ्त के वादों पर अंकुश लगाया जा सकता है; स्पेक्ट्रम नीलामी दिवस 1, और अधिक पर रिकॉर्ड बोलियां
मॉर्निंग डाइजेस्ट | सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा कि क्या ‘तर्कहीन’ चुनावी मुफ्त के वादों पर अंकुश लगाया जा सकता है; स्पेक्ट्रम नीलामी दिवस 1, और अधिक पर रिकॉर्ड बोलियां
क्या ‘तर्कहीन’ चुनावी मुफ्त के वादों पर अंकुश लगाया जा सकता है, सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा सुप्रीम कोर्ट ने 26 जुलाई को मौखिक रूप से केंद्र से वित्त आयोग से यह पता लगाने के लिए कहा कि क्या राजनीतिक दलों को चुनाव अभियानों के दौरान “तर्कहीन मुफ्त” का वादा करने और वितरित करने से रोकने का कोई तरीका है। स्पेक्ट्रम नीलामी | पहले दिन ₹1.45 लाख करोड़ की बोलियां लगाई गईं सरकार को मंगलवार को अब तक की…
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newsdaliy · 1 year
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अमेरिकी कोर्ट ने जमाल खशोगी की हत्या पर सऊदी क्राउन प्रिंस के खिलाफ मामला खारिज कर दिया
अमेरिकी कोर्ट ने जमाल खशोगी की हत्या पर सऊदी क्राउन प्रिंस के खिलाफ मामला खारिज कर दिया
इससे पहले सऊदी की एक अदालत ने 2020 में खशोगी की हत्या के लिए 8 लोगों को सात से 20 साल के बीच की जेल की सजा सुनाई थी। वाशिंगटन: एक अमेरिकी न्यायाधीश ने मंगलवार को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के खिलाफ असंतुष्ट पत्रकार जमाल खशोगी की 2018 की हत्या में उनकी कथित भूमिका के लिए एक मुकदमा खारिज कर दिया। वाशिंगटन के संघीय न्यायाधीश जॉन बेट्स ने अमेरिकी सरकार के इस रुख को स्वीकार किया कि…
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dainiksamachar · 3 months
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चीन के खिलाफ भारत का मिडिल ईस्ट प्लान क्या है, बजट में निर्मला सीतारमण ने बताया गेम चेंजर
रियाद: भारत मध्य-पूर्व को जोड़ने के लिए एक बड़ा भू-राजनीतिक दांव चल रहा है। अपने बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने इसे रणनीतिक गेम चेंजर बताया है। अगर यह प्लान सफल होता है तो इससे अरबों डॉलर का व्यापार हो सकता है और चीन का मुकाबला किया जा सकता है। इसका नाम भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक कॉरिडोर है, जिसे जी20 सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लॉन्च किया था। इस कॉरिडोर की लॉन्चिंग के वक्त अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान, यूरोपीय यूनियन की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेन मौजूद थी। चीन ने इस कॉरिडोर को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी थी, लेकिन इजरायल-हमास युद्ध के कारण इस कॉरिडोर के भविष्य पर सवाल उठने लगे थे। भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारा (IMEC) भारत को शिपिंग लेन और ओवरलैंड रेलवे के माध्यम से मध्य पूर्व और यूरोप को जोड़ेगा। इस गलियारे के मुख्य रूप से दो भाग हैं। पूर्वी गलियारा भारत को जहाज के जरिए मध्य पूर्व से जोड़ेगा। इसके बाद, माल को संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, जॉर्डन और इजरायल से होकर जाने वाली रेल लाइनों के माध्यम से मध्य पूर्व में ले जाया जाएगा। इसके बाद इजराइल से यूरोप तक माल जहाज से जाएगा। यह परियोजना सितंबर 2023 में अमेरिका, भारत, सऊदी अरब और कई यूरोपीय संघ देशों ने एक साथ मिलकर शुरू की थी। ऐसे में यह जानना आवश्यक है कि आईएमईसी क्यों मायने रखता है? चीन कई विश्लेषकों का मानना है कि आईएमईसी चीन की बेल्ट एंड रोड पहल का विकल्प विकसित करने में मदद करेगा। 2005 से 2022 तक, मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में चीनी निवेश और अनुबंध कुल 273 बिलियन डॉलर हो गए हैं। उन निवेशों का एक बड़ा हिस्सा बुनियादी ढांचे में रहा है। प्रमुख क्षेत्रीय शक्तियों ने चीन की बेल्ट एंड रोड पहल पर हस्ताक्षर किए हैं, जो बुनियादी ढांचे के निर्माण और मध्य पूर्व को चीन की अर्थव्यवस्था से जोड़ने की एक ट्रिलियन डॉलर की परियोजना है। भारत और अमेरिका ने चीन के बीआरआई के बढ़ते प्रभाव को लेकर चिंता भी जताई है। इस कारण बीआरआई के काट के तौर पर आईएमईसी को विकसित किया गया है। व्यापार जैसे-जैसे भारत की अर्थव्यवस्था बढ़ रही है, मध्य पूर्व के साथ इसके व्यापार और निवेश संबंध भी बढ़े हैं। सिर्फ संदर्भ के लिए, भारत ने पिछले साल अरब दुनिया के साथ 240 अरब डॉलर का व्यापार किया। भारत उस संख्या को बढ़ाना चाहता है। लेकिन, ऐसा करने के लिए बेहतर कनेक्टिविटी की आवश्यकता है। इस कमी को आईएमईसी दूर करेगी। पाकिस्तान और अफगानिस्तान से होकर गुजरने वाले जमीनी मार्गों के कारण, भारत के लिए पश्चिम एशिया तक पहुंचने के लिए समुद्री संपर्क ही एकमात्र व्यवहार्य विकल्प है। यह कनेक्टिविटी भारत की आर्थिक वृद्धि के लिए नए रास्ते बनाएगी। मध्य-पूर्व नीति आईएमईसी पर फोकस भारत की मध्य-पूर्व नीति में एक बड़े बदलाव को भी दर्शाता है। एक समय भारत की नीति तेल समृद्ध इन अर्थव्यवस्थाओं में श्रमिकों को भेजने पर केंद्रित थी। ऐसे में विशाल कनेक्टिविटी परियोजना आईएमईसी भारत की महत्वाकांक्षाओं में बदलाव को दर्शाती है। यह परियोजना दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाली भी साबित हो सकती है। विशेषज्ञों का सुझाव है कि भारतीय कंपनियां मध्य-पूर्व में रेलवे कनेक्टिविटी बनाने में मदद कर सकती हैं। भारतीय कंपनियों ने विदेशों में भी रेलवे परियोजनाएं बनाई हैं। इन परियोजनाओं को विदेशों में अंजाम देना एक बड़ी जीत होगी। खामियां आईएमईसी परियोजना भले ही रोमांचक और ���हत्वकांक्षी है, लेकिन इसके सटीक विवरण अब भी अस्पष्ट हैं। वित्तीय प्रतिबद्धताओं और इसमें शामिल लागतों के बारे में विवरण अभी तक तैयार नहीं किया गया है। कुछ लोगों को यह भी संदेह है कि क्या आईएमईसी का "जहाज-रेल" मार्ग मौजूदा मार्गों से सस्ता होगा। आईएमईसी के पीछे राजनीतिक सहमति भी कमजोर हो रही है। इस परियोजना के लिए इजरायल, अमेरिका और कई अरब देशों के बीच समन्वय की आवश्यकता है। लेकिन, 7 अक्टूबर के हमलों और गाजा में संघर्ष के बाद से, अरब शक्तियों के साथ इजरायल के संबंध खराब हो गए हैं। ऐसे में राजनीतिक इच्छाशक्ति के बिना, यह स्पष्ट नहीं है कि आईएमईसी सफल हो सकता है या नहीं। इस पर संदेह इसलिए भी क्योंकि इस परियोजना के कुछ हिस्से काफी पुराने विचार हैं। जैसे कि इजरायल और खाड़ी देशों दोनों ने अतीत में एक क्षेत्रीय रेलवे नेटवर्क का प्रस्ताव रखा है, लेकिन ये प्रस्ताव अभी भी प्रगति पर हैं। http://dlvr.it/T29v34
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wnewsguru · 8 months
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जी-20 शिखर सम्मेलन के सफल आयोजन के बाद मोदी और सऊदी अरब के प्रिंस सलमान के बीच द्विपक्षीय वार्ता होनी है
जी-20 शिखर सम्मेलन के बाद सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन-सलमान का आधिकारिक भारत दौरा आज शुरू हुआ। वे सोमवार सुबह ही राष्ट्रपति भवन पहुंचे, जहां उनका औपचारिक स्वागत किया गया। पीएम मोदी ने इस दौरान क्राउन प्रिंस को गले लगाकर उनका अभिवादन किया। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू भी इस दौरान मोहम्मद बिन-सलमान के स्वागत के लिए मौजूद रहीं।
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airnews-arngbad · 8 months
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Regional Marathi Text Bulletin, Aurangabad
Date: 11 September 2023
Time 01.00 to 01.05 PM
Language Marathi
आकाशवाणी औरंगाबाद
प्रादेशिक बातम्या
दिनांक: ११ सप्टेंबर २०२३ दुपारी १.०० वा.
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पंतप्रधान नरेंद्र मोदी आज सौदी अरेबियाचे युवराज तथा पंतप्रधान मोहम्मद बिन सलमान बिन अब्दुल अजीज अल-सौद यांची भेट घेणार आहेत. युवराज तीन दिवसांच्या भारत दौऱ्यावर आहेत. अठराव्या जी - ट्वेंटी शिखर परिषदेत सहभागी होण्यासाठी ते शनिवारी नवी दिल्लीत पोहोचले. राष्ट्रपती द्रौपदी मुर्मू आणि पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी आज सकाळी राष्ट्रपती भवनाच्या प्रांगणात युवराज यांचं स्वागत केलं. पंतप्रधान नरेंद्र मोदी आणि युवराज यांच्यातील बैठकीनंतर भारत-सौदी धोरणात्मक भागीदारी परिषदेच्या पहिल्या बैठकीसाठी करारांवर स्वाक्षऱ्या केल्या जाणार आहेत. 
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२०२२-२३ सालाचे शांती स्वरुप भटनागर पुरस्कार जाहीर झाले आहेत. यामध्ये महाराष्ट्रातील दोघांचा समावेश आहे. विज्ञान आणि औद्योगिकी पुरस्कार भौतिक विज्ञानासाठी डॉक्टर वासुदेव दासगुप्ता यांना तर शांती स्वरुप भटनागर विज्ञान आणि औद्योगिकी पुरस्कार रसायन विज्ञानासाठी डॉक्टर देवव्रत मैती यांना जाहीर झाला आहे. दासगुप्ता यांना, दाट खगोल भौतिकीय वातावरणातील न्यूट्रिअन्सच्या सुसंगत परस्परसंवादावर त्यांच्या अग्रगण्य संशोधनासाठी तसंच गडद पदार्थाचे स्वरूप आणि त्याच्या अप्रत्यक्ष शोधाची पद्धत यासाठी हा पुरस्कार जाहीर झाला आहे.
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बीड जिल्ह्यात ६५ गावांमध्ये मराठा समाज कुणबी असल्याच्या एकूण ९१२ नोंदी आढळल्या आहेत. याबाबतचा अहवाल जिल्हाधिकारी दीपा मुधोळ- मुंडे यांनी शासनाला पाठवला आहे. दरम्यान, मराठवाड्यातील मराठा समाजाला कुणबी म्हणून प्रमाणपत्र देण्यासाठीची कार्यपद्धती निश्चित करण्यासाठी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे यांनी न्यायमूर्ती संदीप पाटील यांच्या अध्यक्षतेखाली समिती स्थापन केली आहे. या समितीतर्फे मराठवाड्यातील कुणबी नोंदीबाबत जिल्हाधिकाऱ्यांकडून माहिती मागवण्यात आली होती.
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सामान्य जनतेची शासनाकडून खोळंबलेली कामं स्वराज्य संघटनेतर्फे मार्गी लावणार असल्या��ं स्वराज्य संघटनेचे संस्थापक तसंच माजी खासदार युवराज संभाजीराजे छत्रपती यांनी म्हटलं आहे. नाशिक जिल्ह्यात निफाड तालुक्यात गोंदेगाव इथं येवला लासलगाव मतदार संघातल्या पहिल्या स्वराज्य शाखेच्या फलकाचं अनावरण त्यांनी आज केलं, त्यावेळी ते बोलत होते. केवळ राजकारण न करता सुराज्य ह्या संकल्पनेनुसार काम करुन गोरगरिबांना न्याय देण्याची आपली भूमिका असल्याचं त्यांनी यावेळी सांगितलं. 
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अकोला जिल्ह्यात ५२ महसूल मंडळांतील नुकसानग्रस्त विमाधारक शेतकऱ्यांच्या खात्यात २५ टक्के अग्रीम एका महिन्याच्या आत जमा करावी अशी अधिसूचना अकोल्याच्या प्रभारी जिल्हाधिकारी बी. वैष्णवी यांनी जारी केली आहे. जिल्हास्तरीय संयुक्त समितीच्या बैठकीत काल ही अधिसूचना जाहीर करण्याचा निर्णय घेण्यात आला. तसंच एचडीएफसी इर्गो जनरल इन्शुरन्स विमा कंपनीने एका महिन्याच्या आत कार्यवाही पूर्ण करण्याचे आदेशही या बैठकीत देण्यात आले आहेत.
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महाराष्ट्र नवनिर्माण सेनेचे नाशिक इथले माजी आमदार नितीन भोसले यांनी काल मुंबईत राष्ट्रवादी काँग्रेसच्या शरद पवार गटात प्रवेश केला. यावेळी पक्ष अध्यक्ष शरद पवार यांनी त्यांचं स्वागत केलं. भोसले हे २००९ मध्ये नाशिक पश्चिम मतदार संघातून निवडून आले होते, त्यानंतर मात्र दोन वेळा त्यांचा पराभव झाला होता, त्यानंतर ते पक्षात सक्रिय नव्हते असं याबाबतच्या वृत्तात म्हटलं आहे.
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नाशिक जिल्ह्यातील दुध विक्रेत्यांनी उच्च प्रतीचं, भेसळ विरहीत दुध आणि दुग्धजन्य पदार्थांचीच विक्री करावी, असं आवाहन अप्पर जिल्हाधिकारी तथा जिल्हास्तरीय दुध भेसळ प्रतिबंधक समितीचे अध्यक्ष बाबासाहेब पारधे यांनी केलं आहे. भेसळ रोखण्यासाठी मोबाईल टेस्टिंग व्हॅनद्वारे तपासणी करण्यासाठी धडक मोहिम राबविण्यात येणार आहे. हलक्या प्रतीचं, भेसळयुक्त दुध आणि दुग्धजन्य पदार्थ, मुदतपूर्व तारीख नसल्यास दंडात्मक तसंच कायदेशीर कार्यवाही करण्यात येणार असल्याचं जिल्हा दुग्धव्यवसाय विकास अधिकारी वाय. आर. नागरे यांनी कळवलं आहे.
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बारा ज्योर्तिंलिंगापैकी आठवे ज्योर्तिंलिग असलेल्या हिंगोली जिल्ह्यातील औंढा नागनाथ इथं आज शेवटच्या श्रावण सोमवारी भाविकांनी शिवलिंगाच्या दर्शनासाठी प्रचंड गर्दी केल्याचं आमच्या वार्ताहरानं कळवलं आहे.
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आशिया चषक क्रिकेट स्पर्धेतला भारत-पाकिस्तान दरम्यानचा सामना काल पावसामुळे स्थगित करण्यात आला होता. कोलंबो इथं होत असलेल्या या सामन्यात प्रथम फलंदाजी करताना भारतानं पंचवीसाव्या षटकाच्या पहील्या चेंडूपर्यंत दोन बाद १४७ धावा केल्या होत्या. या सामन्यासाठी आजचा दिवस राखीव ठेवला असून भारत आपला डाव दोन बाद १४७ या धावसंख्येवरुन पुढे सुरु करेल. सामन्यावर आजही पावसाचं सावट आहे. 
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दक्षिण मध्य रेल्वेच्या नांदेड विभागात पायाभूत सेवा देखभालीच्या कारणामुळे आजपासून १७ सप्टेंबरपर्यंत काही रेल्वेगाड्या पूर्णत: रद्द तर काही अंशत: रद्द करण्यात आल्या आहेत.
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sabkuchgyan · 1 year
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बेहद दिलचस्प है मोहम्मद बिन सलमान के युवराज बनने की कहानी, तख्तापलट के बाद ऐसे मिली थी कुर्सी
बेहद दिलचस्प है मोहम्मद बिन सलमान के युवराज बनने की कहानी, तख्तापलट के बाद ऐसे मिली थी कुर्सी
आपने पिछले कुछ महीनों में मोहम्मद बिन सलमान का नाम कई बार सुना या पढ़ा होगा। मोहम्मद बिन सलमान सऊदी अरब के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन वह यहीं तक सीमित नहीं हैं। सऊदी अरब के मामलों के जानकारों का कहना है कि मोहम्मद बिन सलमान तय करते हैं कि दूसरे खाड़ी देश अमेरिका या दूसरे पश्चिमी देशों के साथ क्या करेंगे. पिछले कुछ दिनों से उनके और अमेरिका के बीच लगातार तनातनी चल रही है और वह बिना डरे लगातार अमेरिका…
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dailynews9 · 1 year
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पत्रकार हत्याकांड में सऊदी क्राउन प्रिंस के बचाव में में आया अमेरिका
पत्रकार हत्याकांड में सऊदी क्राउन प्रिंस के बचाव में में आया अमेरिका
वाशिंगटन । राष्ट्रपति जो बाइडन प्रशासन ने यू – टर्न लेते हुए अमेरिकी पत्रकार जमाल खशोगी हत्याकांड में अब सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान का बचाव किया है । हत्याकांड में बिन सलमान की निंदा कर चुके जो बाइडन प्रशासन ने घोषणा की कि सऊदी क्राउन प्रिंस के उच्च पद को अमेरिका स्थित एक पत्रकार की हत्या में उनकी भूमिका के लिए मुकदमों से बचाना चाहिए । पत्रकार हत्याकांड में सऊदी क्राउन मोहम्मद बिनं…
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newslobster · 1 year
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"2014 में PM मोदी को भी..." : सऊदी क्राउन प्रिंस को दी गई छूट पर US ने ऐसे दी सफाई
“2014 में PM मोदी को भी…” : सऊदी क्राउन प्रिंस को दी गई छूट पर US ने ऐसे दी सफाई
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने प्रधानमंत्री को वीजा देने पर सफाई दी है. अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने शुक्रवार को एक ब्रीफिंग में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमेरिका में अभियोजन पक्ष से उसी तरह की सुरक्षा दी गई थी, जो हाल ही में सऊदी क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को दी गई थी. यह भी पढ़ें Source link
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trendingwatch · 2 years
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सऊदी महामारी के बाद से सबसे बड़ी हज यात्रा के लिए दस लाख का स्वागत करता है
सऊदी महामारी के बाद से सबसे बड़ी हज यात्रा के लिए दस लाख का स्वागत करता है
द्वारा एएफपी MECCA: दुनिया भर के सफेदपोश उपासकों ने इस्लाम के सबसे पवित्र शहर की सड़कों को सबसे बड़ी हज यात्रा से पहले पैक कर दिया है, जब से कोरोनोवायरस महामारी शुरू हुई है। 2019 के बाद से पहले अंतरराष्ट्रीय आगंतुकों सहित वफादारों का स्वागत करने वाले बैनर, सजे हुए चौकों और गलियों में, जबकि सशस्त्र सुरक्षा बलों ने प्राचीन शहर, पैगंबर मोहम्मद के जन्मस्थान पर गश्त की। सूडान के तीर्थयात्री अब्देल…
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365store · 1 year
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हाई अलर्ट: सऊदी अरब को खुद पर "हमला" होने का डर, अमेरिका को दी खुफिया जानकारी, दुनिया के इस देश का लिया नाम
हाई अलर्ट: सऊदी अरब को खुद पर “हमला” होने का डर, अमेरिका को दी खुफिया जानकारी, दुनिया के इस देश का लिया नाम
Image Source : PTI सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान Saudi Arabia vs Iran: इस वक्त दुनियाभर में रूस यूक्रेन युद्ध की चर्चा जोरों पर है। इस बीच सऊदी अरब ने आशंका जताई है कि उस पर हमला हो सकता है। उसने इसकी जानकारी अमेरिका को दी है। सऊदी अरब ने अमेरिकी अधिकारियों के साथ खुफिया जानकारी साझा करते हुए कहा है कि ईरान संभवत: उस पर हमले की तैयारी कर रहा है। अमेरिका के तीन अधिकारियों ने यह…
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oyspa · 2 years
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सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के भारत दौरे को अहम माना जा रहा है ।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान के भारत दौरे को अहम माना जा रहा है ।
सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और प्रधानमंत्री नवंबर के मध्य में भारत दौरे पर आ रहे हैं. इंडोनेशिया में जी-20 सम्मेलन में हिस्सा लेने से पहले भारत की उनकी यात्रा काफी अहम मानी जा रही है. The Hindu ने क्राउन प्रिंस की भारत यात्रा की खबर को प्रमुखता देते हुए लिखा है कि भारत यात्रा के दौरान उनकी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ऊर्जा सुरक्षा पर बात हो सकती है. रूस-यूक्रेन युद्ध के बाद…
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newsdaliy · 1 year
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सऊदी राजकुमार शी जिनपिंग की यात्रा के साथ मध्यपूर्व नेतृत्व चाहता है
सऊदी राजकुमार शी जिनपिंग की यात्रा के साथ मध्यपूर्व नेतृत्व चाहता है
शी की यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब अमेरिका-सऊदी संबंध निचले स्तर पर हैं। (फ़ाइल) रियाद: विश्लेषकों ने कहा कि क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने इस सप्ताह अमेरिका-सऊदी संबंधों में एक नाजुक क्षण में चीन के नेता की मेजबानी की, रियाद के अपने पश्चिमी सहयोगियों की इच्छाओं की परवाह किए बिना एक ध्रुवीकृत वैश्विक व्यवस्था को नेविगेट करने के संकल्प का संकेत दिया। तेल दिग्गज के शासक ने 2018 में जमाल…
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dainiksamachar · 8 months
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सऊदी अरब के हाथों पाकिस्‍तान की बड़ी बेइज्‍जती, क्राउन प्रिंस एमबीएस आएंगे भारत, इस्‍लामाबाद जाना कैंसिल
इस्‍लामाबाद: सऊदी अरब ने पाकिस्‍तान को एक बड़ा झटका दिया है। जी-20 सम्‍मेलन के लिए भारत आ रहे क्राउन प्रिंस और प्रधानमंत्री मोहम्‍मद बिन सलमान (एमबीएस) ने अपना पाकिस्‍तान का दौरा फिलहाल स्‍थगित कर दिया है। पाकिस्‍तान के अखबार द नेशन ने इस बाबत जानकारी दी है। लाहौर स्थित इस अखबार ने बताया है कि सऊदी और पाकिस्‍तान के बीच हुए सलाह मश‍विरे के बाद सऊदी क्राउन प्रिंस का इस्‍लामाबाद कुछ समय के लिए टाल दिया गया है। दौरा क्‍यों कैंसिल किया गया है, इस बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है। अब कब जाएंगे पाकिस्‍तान? सऊदी क्राउन प्रिंस एमबीएस जी-20 सम्‍मेलन के लिए भारत आने से पहले पाकिस्‍तान जाने वाले थे। पाकिस्‍तान विदेश विभाग की प्रवक्‍ता मुमताज जाहरा बलोच ने बताया है कि इस दौरे की प्‍लानिंग जारी है। जल्‍द ही नई तारीखों का ऐलान किया जाएगा। उनकी मानें तो नई तारीखों का फैसला दोनों देश आपसी सहमति से मिलकर लेंगे। पाकिस्‍तान बड़ी बेसब्री से सऊदी क्राउन प्रिंस के दौरे का इंतजार कर रहा था। पिछले दिनों ऐसी खबरें आई थी कि सऊदी क्राउन प्रिंस सितंबर के दूसरे हफ्ते में पाकिस्‍तान का दौरा कर सकते हैं। कहा जा रहा था कि मोहम्‍मद बिन सलमान देश के कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवार-उल-हक काकर और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से मुलाकात कर सकते हैं।यात्रा का क्‍या था मकसद सऊदी प्रिंस आखिरी बार फरवरी 2019 में पाकिस्‍तान गए थे। उन्‍होंने तब तत्‍कालीन प्रधानमंत्री इमरान खान से मुलाकात की थी। जानकारों का कहना था कि अगर सऊदी प्रिंस पाकिस्‍तान की यात्रा करते भी तो उसका कोई मतलब नहीं होता। पाकिस्‍तान में इस समय एक अंतरिम सरकार है। कार्यवाहक पीएम नई सरकार के सत्ता में आने तक किसी भी बड़े निर्णय को करने के हकदार नहीं है। कहा जा रहा था कि सऊदी प्रिंस की यात्रा एक रणनीतिक संतुलन के तहत होती क्‍योंकि खाड़ी देश पाकिस्‍तान में भारी निवेश कर रहा है। यह बात भी दिलचस्‍प है कि मोहम्‍मद बिन सलमान को पिछले साल भी पाकिस्‍तान जाना था लेकिन बाद में इसे स्थगित कर दिया गया था।भारत में दौरे की तैयारियां विदेश नीति के जानकारों की मानें तो एमबीएस अगर भारत आते तो वह पहले मंत्री होते जो एक ही यात्रा में पाकिस्तान और भारत का दौरा करते। भारत ने आधिकारिक तौर पर उनकी पिछली यात्रा पर कोई टिप्पणी नहीं की थी। लेकिन अगर कोई विदेश मंत्री भारत और पाकिस्तान का एक साथ दौरा करता था तो इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी जाती थी। सलमान 11 सितंबर को भारत के राजकीय दौरे पर होंगे। उनका यह दौरा G20 शिखर सम्मेलन में उनकी भागीदारी के बाद होग। साल 2019 में मोहम्मद बिन सलमान पहली बार भारत यात्रा पर आए थे। पुलवामा आतंकी हमले के बाद उनकी यह यात्रा काफी अहम थी। उस समय वह सऊदी के उप-प्रधानमंत्री थे। http://dlvr.it/SvWTyd
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