हमारो ऐसो है रखवार। जैसो है नहिं सकल विश्व महँ, कोउ समरथ सरकार। तीनि लोक अनुचर रह जिन को, विधि हरि हर करतार। सोउ अनुचर श्री महाविष्णु कहं, जो कमला भरतार। सोउ श्री महाविष्णु अनुचर जिन, तिन कह नंदकुमार। सोउ *‘कृपालु'* अनुचर जिन सोइ गुरु, कह भागवत पुकार।। *भावार्थ*- हमारी रक्षा करने वाले ऐसे गुरुदेव हैं जैसा सम्पूर्ण विश्व में कोई समर्थ नहीं है। जरा सोचिये, तीनों लोकों के स्वामी ब्रह्मा, विष्णु, शंकर कहे जाते हैं, किन्तु वे तीनों भी महाविष्णु के दास हैं और फिर वे महाविष्णु भी श्याम के दास हैं। *'कृपालु'* कहते हैं कि वे श्यामसुन्दर भी सद्गुरु के दास | हैं। ऐसा उद्घोष भागवत पुराण का भी है। 🌹प्रेम रस मदिरा सद्गुरु माधुरी🌹 #जगद्गुरु_१००८_स्वामि_श्री_कृपालुजी_महाराज 🙏 #राधे_राधे ❤🙏 (at Ludhiana, Punjab, India) https://www.instagram.com/p/CDL3kVyluN53w8xgXEJkN21cYOK1mZmoW0b0dI0/?igshid=qdepqpftuyxt
0 notes