(via "Ayodhya: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की "Ayodhya: श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की दो नई तस्वीरें आईं सामने, देखें कितना हो चुका निर्माण
5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहीं पर मंदिर का भूमि पूजन किया था. इसी गर्भगृह के नक्काशी युक्त छत के नीचे भव्य सिंहासन पर रामलला विराजमान होंगे. मंदिर का गर्भ गृह सफेद संगमरमर के 6 खंभों पर टिका है, जबकि बाहरी खंभे पिंक सैंड स्टोन के हैं."
"अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की नई तस्वीरें सामने आई हैं. यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर की दो तस्वीरें जारी की हैं. पहली तस्वीर में नजर आ रहा है कि भूतल के बाद मंदिर के प्रथम तल ने भी आकार लेना शुरू कर दिया है. प्रथम तल पर खंभे भी खड़े हो चुके हैं. ड्रोन से ली गईं तस्वीरों में दिखता है कि प्रथम तल पर खड़े हुए खंभों की ऊंचाई लगभग 10 फीट है.माना जा रहा है कि जनवरी 2024 में जब रामलला की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा मंदिर के भूतल में स्थित गर्भ गृह में होगी उस समय तक प्रथम तल की छत भी पड़ चुकी होगी और वहां की साज-सज्जा पर काम चल रहा होगा. जबकि दूसरी तस्वीर मंदिर के चारों तरफ बना रहे कॉरिडोर को प्रदर्शित करती है. 170 खंभों पर खड़ा होगा भूतल"
"श्रीराम जन्मभूमि मंदिर का भूतल 170 खंभों पर खड़ा है, जिसमें देवी-देवताओं की खूबसूरत नक्काशी की जा रही है. बताया गया है कि यह नक्काशी का काम काफी बारीक है इसलिए इसे पहले से इन खंभों पर नहीं किया जा सकता था. इसके अलावा मंदिर की दीवारों और छतों पर भी खूबसूरत नक्काशी की गई है."सफेद मार्बल से बने गर्भ गृह की दीवारों और छत पर खूबसूरत और बारीक नक्काशी दिखाई देगी. यह वही स्थान है जिसके बारे में कहा जाता है कि इसी स्थान पर 1949 में रामलला प्रकट हुए थे. इसीलिए रामलला के अस्थाई मंदिर में जिस तरह पूजा-अर्चना होती है वैसे ही यहां पर मूर्ति स्थापित होने के बाद भी लगातार होती चली आ रही है.5 अगस्त 2020 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहीं पर मंदिर का भूमि पूजन किया था. इसी गर्भगृह के नक्काशी युक्त छत के नीचे भव्य सिंहासन पर रामलला विराजमान होंगे. मंदिर का गर्भ गृह सफेद संगमरमर के 6 खभों पर टिका है, जबकि बाहरी खंभे पिंक सैंड स्टोन के हैं. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में उनके जन्मोत्सव के समय यहीं पर दोपहर 12 बजे सूर्य की किरण कुछ देर के लिए रामलला के ललाट पर भी पड़ेंगी." जनवरी 2024 से पुजारी और सेवादारों सरकारी कर्मचारियों की तरह अवकाश, आवास भत्ता, चिकित्सा भत्ता, यात्रा के साथ ही खाने-पीने का भत्ता भी मिलेगा. इस बारे में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने सभी पुजारियों और सेवादारों को जानकारी दे दी गई है.बनाए जा रहे हैं अतिरिक्त मंदिरश्रीराम जन्मभूमि मंदिर के अलावा परिसर में पांच अन्य मंदिर भी बन रहे हैं. लिहाजा मुख्य मंदिर में ��्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या और अन्य मंदिरों के लिए अतिरिक्त पुजारियों और सेवादारों की आवश्यकता होगी, जिनकी नियुक्ति दिसंबर 2023 तक कर ली जाएगी. जनवरी 2024 में यह सभी अपना कार्यभार ग्रहण कर लेंगे.
इस तरह बढ़ा पुजारियों और सेवादारों का वेतन सुप्रीम कोर्ट से अयोध्या विवाद का फैसला आने के पहले सारी व्यवस्था रिसीवर के हाथ में थी. अयोध्या मंडल के पदेन कमिश्नर ही रिसीवर नियुक्त होते थे. इसलिए टेंट में मौजूद रामलला के मंदिर की सारी व्यवस्था, भोग राग और खर्च संबंधी सभी निर्णय रिसीवर के द्वारा ही होता था.साल 2019 में हुई थी वेतन में वृद्धिअगस्त 2019 में तत्कालीन रिसीवर मंडल आयुक्त मनोज मिश्रा ने रामलला के पूजन अर्चन और भोगराग की राशि के साथ पुजारियों और सेवादारों के वेतन में वृद्धि की थी. इसमें मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास के वेतन में 1000 रुपए की वृद्धि करते हुए 13 हजार रुपए, जबकि सहायक पुजारी के वेतन में 500 रुपए की वृद्धि करते हुए 7 हजार रुपए कर दिया गया था. इसके बाद भी वेतन में वृद्धि होती रही, लेकिन यह बहुत सीमित रही.सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद सारी व्यवस्था श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के हाथ में आ गई. इसी के बाद वेतन की बढ़ोतरी का सबसे बड़ा तोहफा अप्रैल 2023 में मिला था. जिसमें सेवादार कर्मचारियों का वेतन श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने 8 हजार से बढ़ाकर 15 हजार कर दिया था.इसी तरह सहायक पुजारियों के वेतन को 9840 से बढ़ाकर 20 हजार कर दिया गया था, जबकि मुख्य पुजारी का वेतन 15520 से बढ़ाकर 25 हजार कर दिया गया. वहीं कोठरी, भंडारी जैसे कर्मचारियों का वेतन सीधे 15 हजार कर दिया गया. साल 2023 में मिले इस बड़े तोहफे के बाद अब जनवरी 2024 से सरकारी कर्मचारियों की सुविधाओं का बड़ा तोहफा भी मिलने जा रहा है. मुख्य पुजारी ने जताई खुशीश्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास का कहना है कि रामलला के कर्मचारी और पुजारी उनको ही सुविधाएं दी जाएंगी. जो सरकारी कर्मचारियों को सुविधा मिलती है उसे विशेषकर स्वास्थ्य के संबंधी है उनकी चिकित्सा और कुछ अवकाश उसके बाद आना जाना और अन्य जो भी सुविधाएं हैं सभी प्रदान किया जाएगा.हमारे यहां मैं मुख्य पुजारी और 4 सहायक पुजारी हैं, 4 कर्मचारी हैं. उन सभी को या सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. ऐसा ट्रस्ट ने निश्चय किया है. ट्रस्ट के माध्यम से जो निश्चय किया है. उससे हम सभी में बड़ी प्रसन्नता है. हर शहर की जो सुविधा राज्य कर्मचारियों को मिलती है वह सुविधा जो यहां पुजारी है और कर्मचारी है उनको भी ट्रस्ट के माध्यम से दिया जाएगा. यह बड़ी प्रसन्नता की बात है. हमने एक भंडारी एक कोठारी की मांग की है क्योंकि यह दोनों बहुत जरूरी हैं. पुजारी की व्यवस्था है ही, लेकिन जब भव्य मंदिर में रामलला विराजमान हो जाएंगे तब अधिक पुजारियों की और कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ेगी" नई तस्वीरें आईं सामने, देखें कितना हो चुका निर्माण)
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दक्षिण अफ्रीका के मार्को जानसेन और केशव महाराज ने पहले टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड को दी सजा
दक्षिण अफ्रीका के मार्को जानसेन और केशव महाराज ने पहले टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड को दी सजा
मार्को जेन्सेन तथा केशव महाराज लॉर्ड्स में गुरुवार को खेले गए पहले टेस्ट में दक्षिण अफ्रीका ने इंग्लैंड पर सौ से अधिक रनों की पहली पारी की बढ़त बना ली। सरेल एरवी. इंग्लैंड कप्तान बेन स्टोक्स जब उन्होंने अच्छी तरह से स्थापित सलामी बल्लेबाज इरवी (73) और रस्सी वैन डेर डूसन (19) प्रोटियाज 192-5 छोड़ने के लिए त्वरित उत्तराधिकार में। लेकिन दूसरे दिन स्टंप्स आते हैं, दक्षिण अफ्रीका 289-7 – 124 रन आगे…
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चुनावी प्रतिस्पर्धीहरुसँग मेयर बालेन्द्र, केशव स्थापितको घरमै पुगे
चुनावी प्रतिस्पर्धीहरुसँग मेयर बालेन्द्र, केशव स्थापितको घरमै पुगे
काठमाडौं, २९ असार ।
काठमाडौं महानगरपालिकाका मेयर बालेन्द्र साह र स्थानीय चुनावमा एमालेबाट मेयर उम्मेदवार बनेका केशव स्थापितविच भेट भएको छ । स्थापितको घर सोही स्थानमा छ । सायद मेयर आएको थाहा पाएर स्थापित घरबाहिर निस्केका थिए । भेटमा सहभागी मेयर साहका सहयोगी कुमार बेनका अनुसार स्थापितले काठमाडौं महानगरमा के के काम गर्न सकिन्छ भनेर आफ्नो आइडिया शेयर गर्नुभएको थियो । स्थापितले ‘काठमाडौं आफ्नो पनि घर…
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बालेन शाहको यस्तो रहेछ तराईको गाउँ, पुर्खौली घर र सुन्दर परिवार (हेर्नु,होस् भिडियो सहित) – Anautho
बालेन शाहको यस्तो रहेछ तराईको गाउँ, पुर्खौली घर र सुन्दर परिवार (हेर्नु,होस् भिडियो सहित) – Anautho
काठमाडौं महानगर’पालिकाको मेयरमा स्वतन्त्र उम्मेदवार बालेन शाह निर्वाचित भएका छन्। बालेन शाह बिजयी भए’संगै युवा’हरूको ठूलो जमात उनको सम’र्थनमा उत्रिएको छ। ३२ वर्षे शाहले उमेरले आफ्नो बाबु–आमा भन्न सुहाउने प्रतिस्पर्धी’लाई पछि पार्दै मेयर पदमा निर्वाचित भएका हुन्।
काठमाडौं महानगर’पालिकाको मेयर पदमा नेकपा एमाले’बाट प्रतिस्पर्धा गरेको केशव स्थापित उमेरले ६३ वर्ष पुगेका छन् भने नेपाली कांग्रेसबाट…
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केशव स्थापितले दिए काठमाडौंको मेयरमा निर्वाचित बालेनलाई बधाई
केशव स्थापितले दिए काठमाडौंको मेयरमा निर्वाचित बालेनलाई बधाई
नेकपा एमालेका तर्फबाट काठमाडौंको मेयरका उम्मेदवार केशव स्थापितले काठमाडाैं महानगरपालिकाकाे नवनिर्वाचित मेयर बालेन्द्र साह (बालेन) लाई बधाई दिनुभएकाे छ । उहाँले आफ्नो सामाजिक संजाल फेसबुकमा यस्तो लेख्नुभएकाे छ :
“निर्वाचनमा पराजय भोग्दै गर्दा ‘काठमाडौँ महानगरपालिका’मा मेयर पदमा निर्वाचित बालेन साहलाई म शुभकामना भन्न चाहन्छु । काठमाडौँ महानगरवासीले तपाईँमाथि भरोसा गर्दै मतपेटिकामा खसालेका हरेक…
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चित्त बुझ्दो जवाफ नपाएपछि निर्वाचन आयोगको पुनः स्पष्टीकरणमा केशव स्थापित
चित्त बुझ्दो जवाफ नपाएपछि निर्वाचन आयोगको पुनः स्पष्टीकरणमा केशव स्थापित
बालेनको विषयमा दिएको अभिव्यक्ति निर्वाचन आचारसंहिता २०७८ अनुकूल नभएको
काठमाडौँ, २३ बैशाख । नेकपा (एमाले)बाट काठमाडौं महानगर मेयरका उम्मेदवार केशव स्थापित निर्वाचन आयोगको पुनः स्पष्टीकरणमा परेका छन् । उक्त महानगर मेयरका अर्का उम्मेदवार बालेन शाहबारे गरेको टिप्पणीबारे आयोगले स्पष्टीकरण सोधेको हो ।
बिहीबार आयोगको नियमित पत्रकार सम्मेलनमा प्रवक्ता शालिग्राम शर्मा पौडेलले स्थापितको अभिव्यक्ति निर्वाचन…
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बालेनको ग्राफ बढेको बढेकै: बालेनको जित निश्चित
Balen's graph has grown exponentially
आइतबार बिहानसम्मा बालेन शाहले ४३ हजार भन्दा बढी मत पाएका छन्। यस्तै नेपाली कांग्रेसकी मेयर उम्मेदवार सिर्जना सिंह दोस्रो स्थानमा उक्लेकी छन्। यसअघि एमाले उम्मेदवार केशव स्थापित दोस्रो स्थानमा थिए।
आइतबार बिहानसम्मको मतगणना अनुसार सिर्जनाले २४ हजार ४०० मत पाएकी छन् भने तेस्रो स्थानमा केशब स्थापितको रहन गएका छन् ।
बालेनले पाउने मतसंख्याको ग्राफ बढ्दो छ । हरेक दिन १/२ हजारले बढिरहेको रहेको छ । यो…
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स्थापित र सिंहको भोट जोड्दा पनि बालेनको भोट धेरै
स्थापित र सिंहको भोट जोड्दा पनि बालेनको भोट धेरै
स्वतन्त्र उम्मेदवार बालेन्द्र साह अहिले चर्चाको विषय बनेका छन ।
स्थानीय निर्वाचन अन्तरगत काठमाडौं महानगरपालिकाको मेयरको जारी मतगणनमा शुरुवातदेखि अग्रता बनाइरहेका स्वतन्त्र उम्मेदवार बालेन साहले फराकिलो अग्रता कायम गरेका छन् ।
पछिल्लो परिणामअनुसार बालेनले १५ हजार ७७५ मत प्राप्त गर्दा एमालेका केशव स्थापितले ८ हजार २५३ मत ल्याएका छन् भने गठबन्धन तर्फबाट कांग्रेसकी सृजना सिंहले ७ हजर ३४८ मत प्राप्त…
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काठमाडौँ महानगर प्रमुखमा बालेनको अग्रता तिब्रता
काठमाडौँ महानगर प्रमुखमा बालेनको अग्रता तिब्रता
काठमाडौं । काठमाडौं महानगर प्रमुखमा स्वतन्त्र उम्मेदवार वालेन साहको ३४ सय दस मतसहित पहिलो स्थान कायमै छ।
प्रमुखमा नेकपा एमालेका केशव स्थापित १६ सय ९४ मतसहित दोस्रो र नेपाली काँग्रेसका सिर्जना सिंह १६ सय २० मतसहित तेस्रो स्थानमा हुनुहुन्छ।
महानगरका मुख्य निर्वाचन अधिकृतको कार्यालयले प्रमुखमा राष्ट्रिय प्रजातन्त्र पार्टीका मदनदास श्रेष्ठको ३२५, स्वतन्त्रका सुमन सायमी ३२८ मत परेको छ।
प्रमुखमा…
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हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे सरकार की योजनाओं का लाभ
हर पात्र व्यक्ति तक पहुंचे सरकार की योजनाओं का लाभ
फतेहाबाद
उपमुख्यमंत्री मौर्य ने फतेहाबाद केनगला देवबंद में चौपाल लगाकर ग्रामीणों से किया संवाद
फतेहाबाद प्रदेश के उपमुख्यमंत्री और जिले के प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य गुरुवार को फतेहाबाद के नगला देवहंस में चौपाल लगाकर लोगों की समस्या को सुना और उन्हें सरकार की योजना के बारे में बताया गया उन्होंने लोगों से संवाद स्थापित कर कहा हर पात्र व्यक्ति तक सरकार की योजना का लाभपहुंचना चाहिए इसके लिए हर प्रयास…
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केशव स्थापित : गेम इज नट ओभर, ‘थुतुनो’ र ‘भ्रष्टाचार’को इस्युले तातियो माहौल
केशव स्थापित : गेम इज नट ओभर, ‘थुतुनो’ र ‘भ्रष्टाचार’को इस्युले तातियो माहौल
प्रमुख प्रतिपक्षी दल एमालेबाट काठमाडौँ महानगरपालिकाको मेयरमा उम्मेदवारी दिएर फर्कँदै गर्दा मिडियासँग कुरा गर्ने क्रममा केशव स्थापितले आफूले जित्ने दावी गर्दै भनेका थिए- गेम इज ओभर। तर मतदान हुन अझै त्यत्रो दिन बाँकी छ, कसरी गेम ओभर हुनु, गेम त भर्खर पो सुरु भएको छ।
बिहीबार एकै पटक दुई वटा विषयले चर्चा पायो। त्यसमध्ये एउटाले उनलाई यति ड्यामेज गर्यो कि उनकै गेम ओभर हुनसक्छ। विषय हो- मिटूको प्रश्न…
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UP CM yogi Adityanath : समावेशी मंत्रिमंडल की कवायद और लोकसभा चुनावों के गणित के चलते योगी सरकार के गठन में देरी
लखनऊ: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में सरकार चुनावी नतीजे आने के 15 दिनों के बाद भी नई सरकार (New Government) के गठन न हो पाने के पीछे किसी तरह की मजबूरी न होकर आगामी लोकसभा चुनावों (Lok Sabha Elections) के समीकरण है जिन पर भलीभांति मंथन के बाद ही बीजेपी आगे बढ़ना चाहती है।
पर्याप्त बहुमत पाने और सब कुछ मन मुताबिक होने के बाद भी भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) में यूपी सरकार के गठन को लेकर बैठकों का दौर जारी है। मुख्यमंत्री और मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले अधिकांश नाम भी करीब करीब तय हैं, पर आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहती है।
इसमें कोई दो राय नहीं कि बीजेपी ने यूपी विधानसभा का चुनाव योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) के चेहरे को सामने रख कर लड़ा। प्रधानमंत्री मोदी से लेकर गृहमंत्री अमित शाह और राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने योगी के नाम पर ही जनता से वोट मांगे। जनता के बीच भी बतौर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ही पहली पसंद बन कर उभरे हैं जिन्हें जनसमर्थन भी मिला है।
सीएम योगी का कद बढ़ा
खुद योगी आदित्यनाथ गोरखपुर, अपने गृह क्षेत्र से विधानसभा का चुनाव लड़े और भारी मतों से जीते भी। नतीजे आने के साथ ही यह तय हो गया था कि अगले मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ योगी आदित्यनाथ को ही दिलायी जाएगी और वही अब अगले पांच साल तक सरकार के मुखिया होंगे।
भारी भरकम जीत से योगी का कद न केवल यूपी में बल्कि देश भर में बढ़ा है और बीजेपी के लिए वो मोदी के बाद दूसरे सबसे बड़े आकर्षण के तौर पर उभरे हैं।
महिलाओं को दिया जा सकता है उचित प्रतिनिधित्व
भाजपा यूपी के मंत्रिमंडल के गठन के जरिए जनता में यह संदेश देना चाहती है कि उसके यहां योग्यता की कद्र है और असरदार लोगों को ही मंत्री बनाया जाता है। माना जा रहा है कि योगी के नए मंत्रिमंडल में बड़ी तादाद में विषय विशेषज्ञ, पूर्व काबिल नौकरशाह और तपे तपाए राजनेताओं का सामंजस्य होगा।
इस बार बीजेपी के टिकट पर पूर्व नौकरशाह राजेश्वर सिंह और असीम अरुण चुनाव जीत कर आए हैं तो पीएमओ में काम कर चुके अरविंद शर्मा पहले से मौजूद हैं। योगी के नए मंत्रिमंडल में इनको जगह मिल सकती है।
बीजेपी की कोशिश पिछड़ों और दलितों को भी उचित प्रतिनिधित्व देने की है जिनका बड़ी तादाद में वोट इसे विपरीत परिस्थितियों में भी मिला है। महिलाओं को वोटों की जीत में बड़ी भूमिका होने के चलते उन्हें भी उचित प्रतिनिधित्व दिया जा सकता है।
हो सकते हैं तीन उपमुख्यमंत्री
योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने में जहां कोई संदेह नहीं है वहीं सरकार में उप मुख्यमंत्रियों को लेकर जरुर बीजेपी के भीतर उहापोह की स्थिति है। बीजेपी नेतृत्व का एक हिस्सा जहां किसी को भी उप मुख्यमंत्री न बनाए जाने की हिमायत कर रही है, वहीं बड़े हिस्से का मानना है कि जातीय संतुलन बिठाने के लिए कम से कम तीन उप मुख्यमंत्री बनाए जाने चाहिए।
फिलहाल यूपी में उप मुख्यमंत्री के लिए जिन नामों को लेकर सुगबुगाहट हो रही है उनमें पुराने नामों में केशव प्रसाद मौर्य शामिल हैं तो ब्राह्म्णों के प्रतिनिधि के तौर पर ब्रजेश पाठक और दलित व महिला कोटे से बेबीरानी मौर्य का नाम सबसे उपर है। तय है कि पहले की सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे दिनेश शर्मा को संगठन में भेजा जा सकता है।
बैठकों के कई दौर चले
योगी की पिछली सरकार में उप मुख्यमंत्री रहे केशव प्रसाद मौर्य विधानसभा का चुनाव सिराथू से हार गए हैं तो दूसरे दिनेश शर्मा ने चुनाव ही नहीं लड़ा। बीजेपी में पिछड़ों के सबसे बड़े चेहरे के तौर पर स्थापित केशव प्रसाद मौर्य का उचित समायोजना सबसे बड़ी गुत्थी है जिसे सुलझाने में लंबा वक्त लगा और बैठकों के कई दौर चले। स्वामी प्रसाद मौर्य, दारा सिंह चौहान और धर्म सिंह सैनी के पार्टी छोड़ने के बाद केशव प्रसाद मौर्य का महत्व और भी बढ़ जाता है और उन्हें योगी कैबिनेट में स्थान देना बीजेपी की मजबूरी भी है।
सहयोगी दलों को दो कैबिनेट और दो राज्य मंत्री का पद मिल सकता है
इस बार के विधानसभा चुनाव में भाजपा के सहयोगी रहे दलों में अपना दल (एस) के 12 तो निषाद पार्टी के 11 विधायक जीत कर आए हैं। अब इन दोनों दलों की मांग कम से कम दो मंत्री पद की और बड़े विभागों की है। बीजेपी नेतृत्व की पूरी कोशिश इन दलों को एक-एक मंत्री पद देकर संतुष्ट करने की रही है।
निषाद पार्टी के अध्यक्ष डा. संजय निषाद कम से कम अपने लिए एक कैबिनेट तो एक राज्य मंत्री की मांग कर रहे हैं। अपना दल की मुखिया अनुप्रिया पटेल के पति आशीष पटेल भी इतने की ही मांग कर रहे हैं। माना जा रहा है कि संख्याबल को देखते हुए सहयोगियों के लिए दो कैबिनेट और दो राज्य मंत्री का पद छोड़ा जा सकता है।
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लोकतान्त्रिक अभ्यासमा हार जितलाई सामान्य रुपमा लिएको छु : स्थापित
लोकतान्त्रिक अभ्यासमा हार जितलाई सामान्य रुपमा लिएको छु : स्थापित
काठमाण्डौ, जेठ १३ ।
काठमाण्डौ महानगरपालिकामा मेयर पदमा उम्मेदवार भइ पराजित भएका केशव स्थापितले मेयरमा निर्वाचित भएका बालेन साह र उपमेयर सुनिता डङ्गोललाई बधाई तथा शुभकामना दिनु भएको छ ।
सामाजिक सञ्जाल फेसबुकमार्फत उहाँले आफू पटक–पटक लडेर पनि फेरि धुलो टकटक्याएर उठेको व्यक्ति भन्दै लोकतान्त्रिक अभ्यासमा हार–जितलाई सामान्य रुपमा लिएको बताउनु भएको छ।
नागरिकको सेवक भएर काम गर्ने आफ्नो आकाङ्क्षा भए पनि…
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काठमाडौंको मेयरमा बालेन शाह निर्वाचित, यस्ता छन् स्वास्थ्यमा ९ बुँदे घोषणा :: स्वास्थ्यखबर :: स्वास्थ्य खबरपत्रिका
काठमाडौंको मेयरमा बालेन शाह निर्वाचित, यस्ता छन् स्वास्थ्यमा ९ बुँदे घोषणा :: स्वास्थ्यखबर :: स्वास्थ्य खबरपत्रिका
काठमाडौं– काठमाडौं महानगरपालिकाको मेयरमा स्वतन्त्र उम्मेदवार बालेन (बालेन्द्र) शाह निर्वाचित भए्का छन्। बिहीबार सकिएको मतगणना परिणामअनुसार शाह ६१ हजार ७६७ मतसहित मेयरमा निर्वाचित भएका हुन्।
उनका निकटतम प्रतिद्वन्द्वी गठबन्धनका तर्फबाट नेपाली कांग्रेसकी सिर्जना सिंहले ३८ हजार ३४१ मत ल्याइन्। यस्तै, एमालेका केशव स्थापित तेस्रो स्थानमा रहे। उनले ३८ हजार ११७ मत ल्याए।
उपमेयरमा भने एमालेकी सुनिता…
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काठमाडौँ महानगरपालिकाको प्रमुखमा स्थापितद्वारा उम्मेदवारी दर्ता
काठमाडौँ महानगरपालिकाको प्रमुखमा स्थापितद्वारा उम्मेदवारी दर्ता
काठमाडौं, १२ बैशाख । स्थानीय तह २०७९ का लागि काठमाडौँ महानगरपालिकाको प्रमुखमा नेकपा (एमाले)का तर्फबाट केशव स्थापितले उम्मेदवारी दर्ता गराउनुभएको छ । रत्नपार्कस्थित शान्ति बाटिकाबाट बाजागाजासहित मुख्य निर्वाचन अधिकृतको कार्यालय रहेको राष्ट्रियसभा गृहमा पुगी उहाँले उम्मेदवारी दर्ता गर्नुभएको हो ।
त्यस्तै एमालेका तर्फबाट महानगरको उपप्रमुखमा सुनिता डङ्गोलले पनि उम्मेदवारी दर्ता गराउनुभयो । उम्मेदवारी…
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बालेन १७ हजार भन्दा बढी मतले अगाडी, केशव स्थापित सिर्जना भन्दा पछाडि
काठमाडौं महानगरपालिकाको एक लाखभन्दा धेरै मत गनिसक्दा मेयर पदका स्वतन्त्र उम्मेदवार बालेन शाहले फराकिलो अग्रता कायमै राखेका छन्।
काठमाडौं महानगरपालिकाको एक लाखभन्दा धेरै मत गनिसक्दा मेयर पदका स्वतन्त्र उम्मेदवार बालेन शाहले फराकिलो अग्रता कायमै राखेका छन्।
आइतबार बिहानसम्म गणना भएको १ लाख ६ हजार ८५२ मत मध्ये शाहले ३८ हजार ३३३ मत पाएका छन्। यस्तै नेपाली कांग्रेसकी मेयर उम्मेदवार सिर्जना सिंह दोस्रो स्थानमा उक्लेकी छन्। यसअघि एमाले उम्मेदवार केशव स्थापित दोस्रो स्थानमा थिए।
आइतबार बिहानसम्मको मतगणना अनुसार सिर्जनाले २१…
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