संत रामपाल जी महाराज का जन्म 8 सितम्बर हुआ जिनके विषय में हंगरी की महिला ज्योतिषी ‘‘बोरिस्का’’ ने लिखा है कि 21 वीं सदी में मानवीय सद्गुणों का विकास एक भारतीय संत के द्वारा होगा, जो चिरस्थाई रहेगा, इस आध्यात्मिक व्यक्ति के अनुयायी भौतिकवाद को आध्यात्मिकता में बदल देगें।
💥श्री ज्ञानानंद जी को यह ज्ञान है कि रजगुण श्री ब्रह्मा जी हैं, सतगुण श्री विष्णु उर्फ श्री कृष्ण जी हैं तथा तमगुण श्री शंकर उर्फ महादेव जी हैं। फिर भी उन्होंने स्पष्ट नहीं किया कि गीता अध्याय 7 श्लोक 12 से 15 तथा 20 से 23 में सतगुण श्री कृष्ण जी सहित अन्य सब देवताओं की भक्ति करना गीता में मना किया है।
- जगतगुरु तत्त्वदर्शी संत रामपाल जी महाराज
अधिक जानकारी के लिए देखें Sant Rampal Ji Maharaj Youtube Channel
♦️♦️गीता अध्याय 17 श्लोक 23 में गीता ज्ञान दाता ने संकेत किया है कि इस सच्चिदानंद घन ब्रह्म अर्थात परम अक्षर ब्रह्म की भक्ति का ऊँ तत् सत् यह तीन मंत्र का जाप है, इसी का जाप करने का निर्देश है।
हिन्दू साहेबान! नहीं समझे गीता, वेद, पुराण पुस्तक को Sant Rampal Ji Maharaj App से डाउनलोड करके पढ़ें।