#GodMorningSunday
चार पदार्थ एक कर, सुरति निरति मन पौन I असल फकीर जोग यौंह, गगन मंडल कूं गौन।
स्मरण (नाम जाप) करते समय अपने मन को सुरति-निरति को तथा पवन (श्वांस) को एक करें। वास्तव में (फकीरी) सन्यासी होना तथा जोग (योग) अथर्थात् भक्ति यह है। वन में जाने की अपेक्षा गगन मण्डल अथर्थात् आकाश खण्ड में ध्यान रखो। सतलोक की आशा रखो। शास्त्र विरूद्ध साधना करने से कोई लाभ नहीं होता।
📲अधिक जानकारी के लिए Download our official App "Saint Rampal Ji Maharaj " In Googal Playstore से।
0 notes
#GodNightSaturday
तेरा एक नाम तारे संसार, मैं ऐहा आस ऐहो आधार । नानक नीच कहै बिचार, धाणक रूप रहा करतार।।
उपरोक्त अमृतवाणी में प्रमाण किया है कि जो काशी में धाणक (जुलाहा) है यही (करतार) कुल का सृजनहार है। अति आधीन होकर श्री नानक साहेब जी कह रहे है कि मैं सत कह रहा हूँ कि यह धाणक अर्थात् कबीर जुलाहा ही पूर्ण ब्रह्म (सतपुरुष) है।
📲अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" Youtube Channel पर विजिट करें।
Watch sadhna TV 7:30pm !
0 notes
#SpiritualKnowledge
आध्यात्मिक ज्ञान
गरीब, काल करम करै बदंगी, महाकाल अरदास। मन माया अरु धरमराय, सब सिर नाम उपास ।।
उस परमेश्वर की बंदगी यानि प्रणाम करके नम्र भाव से स्तुति ब्रह्म काल (करम) दया की याचना करते हैं तथा महाकाल (अक्षर पुरूष) भी उस परमेश्वर से प्रार्थना करके अपने-अपने लोक चला रहे हैं। मन (काल ब्रह्म), माया (देवी दुर्गा) और धर्मराय (काल का न्यायधीश) सबको भक्ति करना अनिवार्य है, तब उनका पद सुरक्षित रहता है।
Visit 📲 "Satlok Ashram" Youtube Channel Saint Rampal Ji Maharaj 👇
Watch Nepal TV 6:00am Daily!
4 notes
·
View notes
#GodNightFriday
तत्वज्ञान के अभाव में पूर्णमोक्ष का मार्ग न मिलने के कारण कभी दोजख अर्थात् नरक में गए, कभी बहिश्त अर्थात् स्वर्ग में गए, कभी राजा बनकर आनन्द लिया। यदि इस मानव को तीन लोक का राज्य भी दे दें तो भी तृप्ति नहीं होती।
📲अधिक जानकारी के लिए Download our official App "Saint Rampal Ji Maharaj " In Googal Playstore से।
अवश्य देखें साधना चैनल शाम 07:30 बजे।
4 notes
·
View notes
#सत_भक्ति_संदेश
सांचै कोइ न पतीयई, झूठे जग पतियाय। पांच टका की धोपटी, सात टके बिक जाय।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि इस संसार में सत्य में कोई विश्वास नहीं करता और संसार के लोग झूठ में विश्वास करते हैं। झूठ बोलने वाले व्यापारी की पांच टके वाली धोती सात टके में असत्य बोलकर बिक जाती है। झूठ बोलकर ही वस्तु का दाम बढ़ाकर बेचा जा सकता है।
📲अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj " Youtube Channel पर विजिट करें।
Watch MH1 TV 2:00pm Daily 👀
5 notes
·
View notes
#जगत_उद्धारक_संत_रामपालजी
#SaviourOfTheWorld
#socialreformer
#SantRampalJiMaharaj
#trending
#fbreels
जात पात की खाई समाज को आगे बढ़ने से रोकती है लेकिन जगत उद्धारक संत रामपाल जी महाराज जी के अनुयाइयों ने अंतर जातीय विवाह करके समाज के सामने मिसाल पेश करते है।
संत रामपाल जी महाराज जी के शिष्य जात पात से ऊपर उठ कर सोचते है क्योंकि संत रामपाल जी महाराज जी ने अपने सत्संगो के माध्यम से बताया है कि
जीव हमारी जाति है, मानव धर्म हमारा। हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई, धर्म नहीं कोई न्यारा ।।
4 notes
·
View notes
#जगत_उद्धारक_संत_रामपालजी
नशा करता है नाश शराब के कारण उजड़ते घर सबने देखे हैं। गृह क्लेश, आत्महत्या, आर्थिक बदहाली, असाध्य बीमारियां और पता नहीं क्या-क्या ।
फिर भी इसको पीना क्या मूर्खता नहीं?
जगत उद्धारक संत रामपाल जी महाराज जी द्वारा बताई गई सतभक्ति से आप इसे बड़ी आसानी से छोड़ सकते हैं।
Saviour Of The World
2 notes
·
View notes
#GodMorningWednesday
सांच बराबर तप नहीं, झूठ बराबर पाप। जाके हिरदे सांच है, ताके हिरदे आप।।
कबीर साहेब जी कहते हैं कि इस संसार में सत्य का पालन करने के समान दूसरी कोई तप-साधना नहीं है और झूठ के समान कोई पाप नहीं है। जिसके हृदय में सत्य भाव स्थित है, वहां सत्य-स्वरूप परमात्मा स्वयं विराजमान रहते है।
📲अधिक जानकारी के लिए Download our official App "Saint Rampal Ji Maharaj " In Googal Playstore से।
2 notes
·
View notes
#अयोध्यासे_जानेकेबाद_हनुमानको मिले पूर्ण परमात्मा
क्या आप जानते हैं ?
हनुमान जी को त्रेतायुग में ऋषि मुनीन्द्र रूप में स्वयं
कबीर परमेश्वर जी मिले थे। जिन्होंने हनुमान जी को
तत्वज्ञान प्रदान किया था। जिसके बाद हनुमान जी ने
मुनींद्र ऋषि को अपना गुरु बनाकर, उनके द्वारा बताई
सतभक्ति करके अपना आत्म कल्याण करवाया।
कबीर सागर के पृष्ठ 113 पर 12वां अध्याय "हनुमान बोध"
है। कबीर सागर के इस अध्याय में पवन सुत हनुमान जी
को पूर्ण परमात्मा द्वारा शरण में लेने का प्रकरण है।
5 notes
·
View notes
#सत_भक्ति_संदेश
सतगुरू सो सतनाम लखावै। सतलोक ले हंसन पहुँचावै ।। ओहं (ओम्) सोहं जावन बीरू। धर्मदास सों कहै कबीरू ।।
भावार्थ:- सतगुरू वही पूर्ण है जो सत्यनाम बताता है और सत्यनाम को देकर सतलोक ले जाता है। वह सत्यनाम दो अक्षर ओहं (ओम्) तथा सोहं है जो परमेश्वर कबीर जी ने धर्मदास जी को बताया था।
📲अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj " Youtube Channel पर विजिट करें।
Watch MH1 TV 2:00pm Daily 👀
3 notes
·
View notes
#GodNightMonday
कबीर, बार-बार निज श्रवणतें, सुने जो धर्म पुराण । कोमल चित उदार नित, हिंसा रहित बखान ॥
भावार्थ - भक्त को चाहिए कि वह बार-बार धर्म-कर्म के विषय में सत्संग ज्ञान सुने और अपना चित कोमल रखे। अहिंसा परम धर्म है। ऐसे अहिंसा संबंधी प्रवचन सुनने चाहिए।
📲अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" Youtube Channel पर विजिट करें।
Watch sadhna TV 7:30pm !
2 notes
·
View notes
#jains
#jainstavan
#jain108
#palitana
#jinshasan
#mahavir
#SaintRampalJi
महावीर जैन के गुरु कौन थे ?
सच तो यह है कि महावीर जैन जी ने कोई गुरु नहीं बनाया। उन्होंने किसी से दीक्षा नहीं ली तथा मनमानी पूजा करते थे। यह पूजा पवित्र श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 16 श्लोक 23-24 में मना की गई है। इसी कारण से महावीर जी को मोक्ष की प्राप्ति नहीं हुई और अपने आध्यात्मिक अनुभवों के आधार पर महावीर जी ने 363 पाखंड मत अर्थात शास्त्रविरुद्ध धार्मिक प्रथाओं की शुरुआत की, जो वर्तमान जैन धर्म में भी प्रचलित हैं।
4 notes
·
View notes
#FactsAndBeliefsOfJainism
जैन धर्म में माना जाता है कि तीर्थंकर का पुनर्जन्म नहीं
होता। जबकि पुस्तक "आओ जैन धर्म को जाने" के पृष्ठ 154 में लिखा है कि ऋषभदेव जी अर्थात जैन धर्म के प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ वाला जीव ही बाबा आदम रूप में जन्मा। जिसे इस्लाम धर्म, ईसाई धर्म और यहूदी धर्म के लोग अपना प्रथम पुरुष मानते हैं।
विचार करें कि फिर तीर्थंकर ऋषभदेव का पुनर्जन्म क्यों हुआ ?
4 notes
·
View notes
#FactsAndBeliefsOfJainism
श्री ऋषभदेव जी जैन धर्म के प्रवर्तक थे व नेक आत्मा थे। उनको पूर्ण परमात्मा कबीर साहिब आकर मिले थे।
परमेश्वर ने उनको ज्ञान दिया कि आपकी साधना मोक्षदायक नहीं है।
15 notes
·
View notes
#AlmightyGodKabir
सर्वशक्तिमान परमेश्वर कबीर
भक्त प्रह्लाद की बार बार जीवन रक्षा करके भगवान ने हम जीवों को यह संदेश दिया कि केवल परम पिता ही हमारा रक्षक है।
होलिका को जो वरदान प्राप्त था उसके हिसाब से तो भक्त प्रह्लाद को ही जल जाना था। परंतु भक्त प्रह्लाद की रक्षा भगवान ने की।
इसी बात का प्रमाण ऋग्वेद मण्डल नंबर 10 सूक्त 161 मंत्र 2 और ऋग्वेद मण्डल नंबर 9 सूक्त 80 मंत्र 2 में है।
Kindly visit
(SANT RAMPAL JI MAHARAJ )Youtube Channel for more information about way of worship.
2 notes
·
View notes
#GodNightFriday
कबीर जी चारों युगों में आते हैं।
चारों युग देखो संवादा। पंथ उजागर कीन्हो नादा ।। कहां निर्गुण कहां सर्गुण भाई। नाद बिना नहीं चलै पंथाई।। (अनुराग सागर पृष्ठ 142)
उपरोक्त वाणी में परमात्मा कबीर जी अपने प्रिय शिष्य धर्मदास को समझाते हुए कहते हैं कि हे धर्मदास! मैंने चारों युगों में अपने नाद के पुत्रों से ही पंथ चलाए हैं।
📲अधिक जानकारी के लिए "Sant Rampal Ji Maharaj" Youtube Channel पर विजिट करें।
Watch sadhna TV 7:30pm !
2 notes
·
View notes
#SpiritualKnowledge
आध्यात्मिक ज्ञान
गीता अध्याय 16, श्लोक 23 यः शास्त्र-विधिम उत्सृज्य वर्तते काम-कर्तीः न स सिद्धि अवाप्नोति न सुखं न परम गतिम्
गीता अध्याय 16 श्लोक 23 में कहा है कि शास्त्रविधि को त्यागकर जो साधक मनमाना आचरण करते हैं उनको ना तो कोई सुख होता है ना कोई सिद्धि प्राप्त होती है तथा ना ही उनकी गति अर्थात् मोक्ष होता है।
Visit 📲 "Satlok Ashram" Youtube Channel Saint Rampal Ji Maharaj 👇
Watch Nepal TV 6:00am Daily!
2 notes
·
View notes