YouTube पर "Sant Rampal Ji's 2011 Satsangs | 13 to 15 May 2011 | Episode - 11 | SATLOK ASHRAM" देखें
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शेखतकी द्वारा परमात्मा कबीर साहेब को तलवार से कटवा कर मारने की व्यर्थ कोशिश*
अपनी प्रभुता बनाने के लिए एक बार शेखतकी ने कबीर साहेब को तलवार से कटवा कर टुकड़े टुकड़े करने की ठानी। इसके लिए शेखतकी ने कुछ गुंडे तैयार किये। जब परमेश्वर कबीर साहेब जी रात्रि में सोने की लीला कर रहे थे उस समय शेखतकी उन गुंडों के साथ परमात्मा की कुटिया में आया और कबीर परमात्मा पर तलवारों से अंधाधुंध वार किये। जब कबीर साहेब को मृत जानकर सभी वहां से जाने लगे तभी कबीर परमेश्वर उठ खड़े हुए। उनको भूत समझकर सभी गुंडे और शेखतकी डर कर वहां से भाग गए।
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तत्वज्ञान से ब्रह्मा, विष्णु, महेश, दुर्गा और ब्रह्म तक कि भी उत्पत्ति इनके दादा का नाम, इनकी आयु और इनसे ऋण मुक्त होने के मंत्र सब पता चल जाता है।
तत्वज्ञान जानने के बाद कुछ और जानने की जरूरत नही होती है।
#saint_rampalji_maharajaji
तत्वज्ञान से ये सिद्ध हुआ कि कौन तथा कैसा है भगवान, कहाँ रहता है। अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए पढ़ें पुस्तक ज्ञान गंगा
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https://m.facebook.com/story.php?story_fbid=160220555674297&id=106601674369519
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https://www.jagatgururampalji.org/en/bible/god-in-form-bible/
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When there is a sole empire of sinners in the world, then God appears on earth in human form.
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Chyren with the power of true worship would overpower all the nations.
- Nostradamus prediction about Saint Rampal Ji
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नशा करता है मानव समाज का नाश
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नशा करता है मानव समाज का नाश
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https://www.instagram.com/p/CDXs7DdJ0D3/?igshid=172csv62dq8yi
अल्लाह ने कुर्बानी अपने अंदर बेठे चेतानो की कुर्बानी के लिए कहा है।न कि किसी अबोल जीवो को मारने के लिए कहा है।
कुर्बानी की वास्तविक परिभाषा
कुर्बानी गर्दन काटने से नहीं होती, समर्पण से होती है। प्रभु को हृदय से तन-मन-धन समर्पण कर दे यही कुर्बानी प्रभु को पसन्द है। हिंसा, हत्या प्रभु कभी पसंद नहीं करता।
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https://bit.ly/SupremeGodinIslam
मांस खाना महापाप
कबीर, मांस मछलिया खात हैं, सुरापान से हेत।
ते नर नरकै जाहिंगे, माता पिता समेत।
परमात्मा कबीर जी कहते हैं जो मनुष्य मांस, मछली खाते हैं वह नरक में माता पिता के साथ जाते हैं। मांस खाना महापाप है। यह हमारे किसी भी धर्म की पवित्र पुस्तक में नही लिखा है।
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#AllahDoesNotNeedQurbani
*मांस खाना महा पाप*
कोई धर्म जीव हत्या करने का आदेश नही देता यह अपने मुख के स्वाद के लिए पाप इकठ्ठा कर रहें
बाखबर का संदेश
यदि हलाल करने का शौक है तो अपने काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार आदि बुराइयों को हलाल कर, खत्म कर। अल्लाह के लिए समर्पण भाव से सत्य भक्ति कर, यही वास्तव में कुर्बानी है।
अधिक जानकारी हेतु पढ़ें पुस्तक ज्ञान गंगा
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गरीब, संसा तो संसार है, तन पर धारै भेख। मरकब होंही कुम्हार कै, सन्यासी ओर सेख।।
भावार्थ :- भक्ति मार्ग किसका सही है? किसका गलत है? यह शंका पूरे संसार में है
और भक्तजन अपने-अपने पंथों की पहचान बनाए रखने के लिए शरीर के ऊपर भिन्न-भिन्न
पोषाक पहने हैं या कान चिराकर, जटा (सिर पर बाल) बढ़ाकर अपने-अपने भेषों (पंथों) की
पहचान बनाकर साधना करते हैं। तत्त्वज्ञान के अभाव से शास्त्रा के विपरित साधना करके
हिन्दू धर्म के सन्यासी तथा मुसलमान धर्म के शेख कुम्हार के घर गधे बनेंगे यानि मोक्ष तो
होगा नहीं, पशु शरीर मिलेगा।
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