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#जल्दी नाश्ता बनाने की विधि
everynewsnow · 3 years
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यह पारसी-स्टाइल एग भुर्जी (अकुरी) इज़ जस्ट यू नीड यू नीड फॉर प्रोटीन-पैकिड ब्रेकफास्ट
यह पारसी-स्टाइल एग भुर्जी (अकुरी) इज़ जस्ट यू नीड यू नीड फॉर प्रोटीन-पैकिड ब्रेकफास्ट
यदि आप हमसे पूछें, हम सिर्फ प्यार करते हैं कि एक अंडा कितना बहुमुखी है। यह आसानी से सुलभ, सस्ती और व्यंजनों का एक पूल है। चाहे यह सबसे हल्का दिन हो या सबसे व्यस्त दिन – एक अंडा या दो हमारे बचाव में आता है और कुछ ही समय में एक पौष्टिक भोजन बनाने में हमारी मदद करता है। जबकि हम उन समय के दौरान सुबह उबले हुए अंडे का सहारा लेते हैं, अंडे की करी का एक विनम्र कटोरा चावल के साथ जोड़े जाने पर एक पूर्ण…
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quickyblog · 3 years
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जल्दी नाश्ता बनाने की विधि: नाश्ते के लिए पोहा तैयार करने के 6 स्वादिष्ट तरीके https://tinyurl.com/yy6qtkku #क #करन #जलद #तयर #तरक #नशत #पह #बनन #लए #वध #सवदषट
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differentlandmaker · 4 years
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Vipassana Meditation basic guide and easy way to practice at home
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Vipassana meditation practice or upasana meditation को India's most ancient techniques of meditation में से एक माना जाता है. इसके जनक आज से 2500 वर्ष पूर्व Gautama Buddha थे. उन्होंने इसे universal remedy for universal ills यानि Art of living की तरह लोगो के सामने प्रस्तुत किया और खुद पर प्रयोग किया. आज दुनिया भर में Vipassana meditation center देखे जा सकते है क्यों की ये 10 day silent meditation retreat बेहद amazing result देने वाली है. इस ध्यान की विधि से Point of view को पूरी तरह बदला जा सकता है. बहुत से लोगो ने अपने Vipassana meditation experience के बारे में अनुभव share किये है.
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उनके अनुसार इस तरह इसका कोई मुकाबला नहीं. ये one of the best meditation technique है जो हमारी सोच को जीने के नजरिये को पूरी तरह बदल देती है. ऐसे लोग जिन्होंने लाइफ में काफी depression and stress का सामना किया और अंत में Vipassana mindfulness का सहारा लिया है उनकी लाइफ पूरी तरह बदल गई. क्या सिर्फ 10 दिन में किये गए अभ्यास से हम खुद को बदल सकते है ? अगर आपके मन में ये सवाल आता है तो आपको ध्यान की इस विधि के बारे में जानना चाहिए क्यों की गौतम बुद्ध की जितनी भी ध्यान की विधि है सब अपने आप में पूर्ण है और उनके लाभ भी. आइये जानते है इस पोस्ट में विपस्सना ध्यान विधि के बारे में.
Vipassana meditation practice
Vipassana का मतलब है जो जैसा है उसे वैसे ही देखना. ये विधि पूरी तरह Eradication of mental impurities को दूर कर Highest happiness of full liberation से परिपूर्ण करने पर आधारित है. ये एक जरिया है जिसके self-transformation through self-observation को महत्त्व दिया जाता है. ध्यान की ये विधि Body and mind के बीच deep interconnection को लेकर focus रहती है. बॉडी को एक अनुशासन में रखते हुए इसे प्राप्त किया जाता है. ये Meditation technique इन Basic things पर आधारित है self-observation self-exploratory journey जब हम Body and mind के बिच एक common root को follow करते है तो ये हमारी mental impurity को दूर करना शुरू कर देता है जिसकी वजह से हमारा mind न सिर्फ balanced होता है बल्कि love and compassion से भरा हुआ होता है. Vipassana meditation या upasana meditation उन meditation technique में से एक है जो किसी बाहरी माध्यम से जुड़ने की बजाय अंतर से जुड़ने पर आधारित है. आज पुरे world में Vipassana meditation center खुल चुके है क्यों की लोगो में ये काफी पसंद की जाने वाली meditation technique बन चुकी है. किसी भी इन्सान के लिए एक scientific law लागू होता है जो उनके thoughts, feelings, judgments and sensations को control करता है. direct experience के जरिये इसे clear किया जाता है. The Tradition of Vipassana mindfulness महात्मा बुद्ध के समय से ही Vipassana meditation practice एक के बाद एक लोगो में फैलती गई जो आज बिना टूटे एक चैन की तरह पुरे विश्व में फ़ैल चुकी है. आज हर जगह आपको Vipassana meditation course से जुड़ी जानकारी मिल जाएगी क्यों की लोगो के बीच इसके benefit काफी ज्यादा चलन में है. Buddhism में 2 तरह की meditation technique चलन में रही है. Vipassana mindfulness meditation technique Samatha meditation technique दोनों ही विधि अलग अलग basic principle पर based थी जैसे की विपस्सना ध्यान विधि में जो घटित हो रहा है उसमे हकीकत में क्या घटित हो रहा है इस पर “awareness” को बढाने पर जोर दिया जाता था जबकि दूसरी विधि में “concentration” पर focus किया जाता है. जब ऐसा किया जाता था तब दिमाग को आराम देकर सिर्फ एक विचार पर focus कर लिया जाता था और उस जगह से ध्यान नहीं टूटता था. ऐसा होने की वजह से Body and mind आसानी से state of tranquility में आ जाती थी. आज बहुत सी meditation technique में Buddhism की इस दूसरी विधि ही practice की जाती है. साधक खुद को किसी भी एक माध्यम पर focus करता है जो की कुछ भी हो सकता है. ऐसा करने की वजह से जितने भी other thoughts and perceptions होते है वे सब consciousness से हट जाते है. इसके बाद बचता है हमारा शांत मन और अनुभव जो की meditation session के अंत तक या फिर जब तक हम उस अवस्था में है तब तक रहते है. ये temporary स्थिति है जबकि Vipassana experience में insight पर focus किया जाता है. Vipassana mediation में एक meditator अपनी Concentration को एक tools की तरह इस्तेमाल करता है. जब ऐसा होता है तब वो illusion की उस दीवार को तोड़ देता है जो उसे living light of reality से दूर रख रही थी. ये एक gradual process है जो लगातार हमारी self awareness को बढाती रहती है. इसमें अंतर से जुड़ाव की प्रक्रिया चलती रहती है और हम एक दिन सभी तरह के अवरोध को पार कर लेते है. यही है सही मायने में enlightenment और ये permanent होता है. Liberation हर Buddhist systems of practice का आखिरी गोल होता है. The oldest Buddhist meditation practice Vipassana yoga meditation को oldest Buddhist meditation practice माना जाता है. इस विधि को Satipatthana Sutta से गृहीत किया गया था. इसके अनुभव में mindfulness or awareness को लेकर धीरे धीरे बढ़ते जाते है और आगे बढ़ा जाता है. हालाँकि Vipassana meditation practice एक gentle technique है लेकिन इसमें काफी सारे रहस्य है. ये हमारे दिमाग को एक systematic तरीके से train करती है. ध्यान की इस विधि में हम attentive listening mindful seeing careful testing पर खुद को focus रखते है. Vipassana meditation experience में हम विचारो में उलझे बगैर उन्हें observe करते है. ज्यादातर Vipassana meditation practice के दौरान हमें ऐसा लगता है की ऐसा हम कई meditation technique में कर चुके है लेकिन ऐसा सिर्फ illusion होता है. हम अपनी अटेंशन को उस स्तर तक नहीं रखते है जितना हमें रखना चाहिए. ये सब वजह है की हमें क्षणिक अनुभव जरुर होते है लेकिन वो सब अस्थाई होते है. Vipassana yoga meditation के दौरान meditation as discovery की तरह आगे बढ़ा जाता है. Vipassana और कुछ नहीं बल्कि form of mental training है जो हमें दुनिया को एक नए नजरिये से देखने का चांस मिलता है. इस अभ्यास के दौरान खुद को 0 से शरू करे. हमें लगता है की हम ये सब पहले से जानते है लेकिन वो हमारा भ्रम रहता है. जब हम ये सोचते है की जो अनुभव हम कर रहे है वो हमें पहले से पता है तो हमें अनुभव सोच के अनुसार ही होते है न की वास्तविक इसलिए कभी भी ये न सोचे की ये सब हम जानते है. Vipassana meditation course experience बहुत सी वजह है जिनकी वजह से हम Vipassana meditation course के लिए apply करते है. खासकर वे लोग जो anxiety, depression or stress का शिकार होते है. Insomnia, chronic pain, panic attack जैसी कई वजह हो सकती है जिनकी वजह से लोग इस कोर्स के लिए आवेदन करते है. ये meditation technique दूसरी विधि mindfulness meditation से बिलकुल अलग है. बाकि की सभी विधि किसी न किसी object पर अटेंशन को focus करती है जबकि इसमें हम खुद एक object बन जाते है. घंटो एक ही स्थिति में बैठे रहना फिर चाहे दर्द क्यों न होने लगे आपको अपनी concentration पूरी बॉडी में हो रही अलग अलग सेंसेशन पर रखनी है. अलग अलग जगह पर स्थिति अलग हो सकती है लेकिन यहाँ पर आपको एक fix schedule को follow करना होता है. सुबह 4 बजे उठना 4:30 से 6:30 तक हॉल में या अपने कमरे में मैडिटेशन करना 6:30 से 8:00 बजे सुबह नाश्ता होता है 8:00 से 9:00 तक Group meditation 9:00 से 11:00 तक group meditation या फिर अपने कमरे में ध्यान 11:00 से 12:00 लंच का समय 12:00 से 1:00 तक या तो आराम होगा या spiritual guru से मंत्रणा होती है 1:00 से 2:30 तक group meditation in hall या फिर अपने रूम में 3:30 से 5:00 तक हॉल या रूम में आपके instructor के अनुसार ध्यान का अभ्यास 5:00 से 6:00 बजे चाय का ब्रेक 6:00 से 7:00 बजे group meditation 7:00 से 8:15 तक समूह में वार्तालाप 8:15 से 9:00 तक group में मैडिटेशन 9:00 से 9:30 पर हॉल में सवाल जवाब होते है 9:30 पर अपने रूम में जाये और सो जाये यहाँ आने के बाद आपको एक कड़े दिनचर्या का पालन करना होता है. यही वजह है की जल्दी ही आपको इसके positive effect मिलने शुरू हो जाते है. Vipassana meditation practice what to do Vipassana meditation center जाने से पहले आपको जरुरी जानकारी जुटा लेनी चाहिए. आपको वहां क्या ले जाना है क्या नहीं इस बारे में आपको पता होना चाहिए क्यों की केंद्र में जाने के बाद आपका संपर्क उन दिनों के दौरान बाकि सबसे हट जाता है. center में आपको problem का सामना न करना पड़े इसलिए वहां क्या ले जाना है ये जान ले. अलार्म टोर्च और लॉक ये 3 चीजे ले जाना बेहद जरुरी है. इस दौरान आप अपने मोबाइल का अलार्म इस्तेमाल नहीं कर सकते है. जितने दिन आप केंद्र में रहते है हर तरह के Electronic gadget से आपको दूर रहना होता है. साधना के दौरान आरामदायक कपड़े ले जाना जरुरी है. अगर आप कोई दवा ले रहे है तो आपके पास पर्याप्त मात्रा में दवा होनी चाहिए. एक जोड़ी चप्पल ले ले ये आपके काम आयेगी एक हल्का सा शाल मौषम के अनुसार जरुरी सामान जैसे की छाता या rain coat साधना केंद्र में आपको बेड और ध्यान लगाने के लिए आसन मिलता है. साधना के दौरान क्या ना ले जाए जरुरत से ज्यादा और फैंसी कपडे ना ले जाए. मोबाइल और किसी तरह का गैजेट ले जाना मना है. किसी भी तरह का रीडिंग मटेरियल. गाने सुनने की गैजेट या फिर खाने पिने का सामान तम्बाकू और किसी तरह की गैर जरुरी दवा धार्मिक चीजे या फिर परफ्यूम किसी भी तरह की गहने से जुड़ी चीजे. वहां basic need के अलावा किसी भी तरह की चीजे ले जाना बिलकुल मना है क्यों की इससे आप ज्यादा से ज्यादा समय साधना में दे पाएंगे और आपका ध्यान इधर उधर नहीं भागेगा. Vipassana yoga meditation practice बहुत से लोग जिन्होंने Vipassana meditation course को complete किया वे दूसरो के सामने अपने Vipassana experience से जुड़ी कई बाते बताते है. उनके अनुसार ये एक चमत्कारी ध्यान की प्रक्रिया है जो किसी की भी लाइफ को पूरी तरह से बदल देती है. आइये जानते है उन 10 दिन के दौरान Vipassana meditation India के केंद्र में क्या होता है जो उन्हें अलग बनाता है. जब आप Vipassana meditation center में जाते है तब पहले दिन आपको अपने कमरे में ध्यान लगाने के लिए कहा जाता है. आप कमरे में और बहार group में दोनों जगह ही अभ्यास करते है लेकिन 2 दिन बाद आपको सिर्फ कुछ खास निर्देश दिए जाते है. Vipassana meditation practice को लेकर और आप अपने रूम में अभ्यास करने के लिए फ्री हो जाते है. जब हम अकेले कमरे में Box breathing meditation यानि अपनी सांसो पर खुद को फोकस करते है तब हमारी सोच और नजरिया बदलने की पहली कड़ी शुरू होती है. Vipassana meditation course के दौरान पहली condition है खुद के ज्ञान को सेंटर से बाहर ही कर देना. आप अन्दर आकर जो सुनते है वो सब शुरुआत  से शुरु की जाती है. Vipassana 10 day course के ये 10 दिन आपकी पूरी लाइफ इस कारण बदल पाते है क्यों की इस दौरान बाहरी दुनिया और किसी भी समस्या से आप दूर होते है. किसी भी बाहरी सुविधा वाली चीजो से आप दूर होते है ऐसे में आनंद आपके अन्दर तलाशना शुरू करते है. सांसो पर पकड़ बनाने के बाद आपके लिए अपनी सोच को पकड़ना आसान बन जाता है. विपस्सना ध्यान के 3 चरण ऐसा माना जाता है की Vipassana meditation practice को 3 चरण में समझा जाता है. पहले 3 दिन आपको कुछ परेशानी होती है क्यों की आप एक नयी जगह होते है और आप उसके माहौल में खुद को ढालने की कोशिश करते है. दूसरे 3 दिन में आप खुद को इस केंद्र के नियम में ढाल लेते है और अभ्यास में आपको रस आने लगा है. लोगो के अनुसार ये 3 दिन आपके लिए गहन साधना अभ्यास के दिन होते है. आपको पूरी तरह फ्री कर दिया जाता है क्यों की अब आप अपने गाइड खुद है. आप खुद को अभ्यास के साथ साथ बाकि सभी जगह बेहतर ढंग से ढलना सीखते है. 10 दिन के दौरान जो जो बदलाव हम महसूस करते है वो हमें ये 5 सीख देते है. लाइफ में जुनूनी होकर आगे बढ़ने के लिए ध्यान का अभ्यास नहीं है. हमारी लाइफ में आने वाली जितनी भी समस्या है वो सब हमारी सोच से उपजी है. आपको हर हाल में काम करना ही होगा खुद को परफेक्ट समझ लेना सबसे बड़ी बेवकूफी होती है दर्द को सहना है तो खुद को इसके लिए reaction देने से रोके Vipassana meditation practice final conclusion आप सबको ये जान लेना चाहिए की Vipassana meditation practice किसी भी तरीके से कुछ भी बदलती नहीं है. ये हमें दिमाग को कमांड करना सिखाती है जिसकी वजह से हम जान पाते है की जितना हम सोच सकते है उससे कही ज्यादा हम कर सकते है. किसी भी तरह की मानसिक समस्या को जड़ से ख़त्म किया जा सकता है. 10 day silent meditation retreat के दौरान खुद को जानने के लिए जितना भी समय दिया जाता है उस दौरान हम brain को train करते है. हर सेशन के बाद Vipassana meditation experience को share किया जाता है जिसकी वजह से हम खुद ये जान पाते है की आखिर हमने बदलाव क्या किया है. सबसे बड़ी और अहम् बात ये है की आपका संपर्क सभी बाहरी चीजो से काट दिया जाता है जिसकी वजह से आप खुद से जुड़ाव करते है ना की बाहरी चीजो के पीछे भागते है. अकेले india में Best place to do vipassana है जहाँ आप अभ्यास कर सकते है. 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kisansatta · 4 years
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बढ़ जाएगा स्वाद अगर इस तरह बनाएंगे पोहा
सुबह अगर आपको नाश्ता बनाने का टाइम नहीं है तो जल्दी से बनाये हेल्दी नाश्ता वैसे सुबह सबको बहुत जल्दी होती है| नाश्ता बनना अगर वर्किंग वीमेन नाश्ता बनाओ और ऑफिस जाओ कभी कभी तो इतना लेट हो जाता है नाश्ता बनाने का टाइम नहीं होता है| इस जल्दीबाज़ी के के चक्कर में भूखा रहना पद जाता है तो अगर आपके लिए आये हेल्दी नाश्ता जो बनाने में ज्यादा टाइम नहीं लेता है और हेल्दी भी रहता है| आइये जानते है कैसे बांया जाये ये हेल्दी नाश्ता|
बनाने की सामग्री 
1 कप पोहा 1 टेबल स्पून तेल 1/8 टी स्पून हींग 1 टी स्पून राई 1/2 कप प्याज़, बारीक कटा हुआ 8-10 कढ़ी पत्ता 2-3 साबुत लाल मिर्च 1/2 कप आलू, बारीक कटा हुआ 1/2 टी स्पून हल्दी 2 या स्वादानुसार टी स्पून नमक 1 टी स्पून हरी मिर्च, बारीक कटा हुआ 1 टेबल स्पून नींबू का रस 1 टेबल स्पून हरा धनिया
बनाने की विधि 
1.छन्नी में पोहा डालकर पानी से साफ कर लें। ध्यान रहे, पोहा को पानी में ज़्यादा समय के लिए न भिगोएं। इसलिए इसे छन्नी में ही रहने दें।अगर देर तक भीगा रह जायेगा तो पोहा अच्छा नहीं बनेगा| 2.एक पैन में तेल डालें। उसमें हींग, राई, कढ़ी पत्ता, प्याज़ और साबुत लाल मिर्च डालें। 3.जब प्याज़ हल्के सुनहरे रंग की हो जाएं, तो इसमें आलू डालें। जब आलू हल्के सुनहरे रंग के हो जाएं, तो इसमें हल्दी डालें। 4.आलू को हल्की आंच पर फ्राई कर लें। ध्यान रहे, आलू पूरी तरह पक जाना चाहिए। 5.अब आंच को तेज़ करें। उसमें नमक और पोहा डालकर अच्छी तरह मिलाएं। हल्का भूनें। 6.आंच बंद करके इसमें हरी मिर्च, नींबू का रस और आधा हरा धनिया डालें। 7.एक कटोरी में निकाल कर ऊपर से बाकी बचे हरे धनिये और नींबू का छिलके से गार्निश कर सर्व करें|
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rajatgarg79 · 6 years
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चंद दिनों में मैनें किया 17 किलो कम, जानें कैसे
वजन कम करने के बाद सबसे निराशाजनक बात तब होती है जब आपका वजन फिर से बढ़ जाता है। वजन को बनाये रखना सबसे बड़ी चुनौती होती है। 27 साल की आरुषि वर्मा के साथ भी कुछ ऐसा ही था।
उनके घर में शादी थी, जिससे उन्हें वजन कम करने की प्रेरणा मिली और वह वजन कम करने में सफल भी रहीं। लेकिन जब वो अपनी पुरानी जीवनशैली में वापिस लौटीं तो उनका वजन फिर से बढ़ गया। पर उन्होंने दिल छोटा नहीं किया और फिर से बढ़ते वजन को चुनौती के रूप में लिया।
(और पढ़ें - vajan kam kaise kare)
तो आइये आपको बताते हैं कि आरुषि वर्मा ने कैसे वजन कम किया –
आपने वजन घटाने का फैसला कब लिया?
मेरे घर में शादी थी, उसकी वजह से मैंने अपना वजन कम करने का फैसला लिया।
(और पढ़ें - motapa kam karne ki exercise​)
आप क्या खाती थीं?
मेरा नाश्ता - ड्राई फ्रूट्स और एक कप ग्रीन टी। (और पढ़ें - ग्रीन टी बनाने की विधि​) 
दोपहर का खाना - एक रोटी और एक कटोरी सब्जी।
रात का खाना - 7:30 से पहले एक रोटी और एक कटोरी सब्जी।
डाइट से हटकर खाना - डाइट से हटकर एक-आद बार मैं अंकल चिप्स खाती थी।
(और पढ़ें - motapa kam karne ke liye kya nahin khana chahiye)
आप क्या वर्कआउट करती थीं?
मैं बैडमिंटन खेला करती थी और योग अभ्यास भी करती थी। वजन कम करने के लिए योग बहुत ही अच्छा तरीका है। अक्सर जिम में वेट लॉस से आपकी त्वचा में ढीलापन आ जाता है, लेकिन योग से ऐसा नहीं होता है। योग स्वस्थ तरीके से वेट लॉस में मदद करता है।
(और पढ़ें - स्किन टाइट करने के उपाय)
आप इस दौरान कैसे प्रेरित रहीं?
मैं अब फिट और स्वस्थ महसूस करती हूँ। इसके अलावा, घटता वजन मुझे प्रेरित रहने में मदद करता था।
(और पढ़ें - pet kam karne ke liye kya kare)
आपने ये कैसे सुनिश्चित किया कि आप कभी अपने लक्ष्य से भटकेंगी नहीं?
मैं रोजाना सुबह अपना वजन मापती थी। इससे मुझे अपने लक्ष्य से डटे रहने में मदद मिलती थी।
(और पढ़ें - kamar patli karne ke vyayam​) 
अधिक वजन की वजह से आपके लिए कौन सा हिस्सा सबसे मुश्किल भरा था?
अधिक वजन की वजह से सबसे मुश्किल भरा हिस्सा था जब लोग मेरे मोटापे को लेकर मज़ाक बनाते थे। उससे मुझे बेहद दुख पहुँचता था। यही नहीं, सभी अच्छे कपड़े कम साइज में ही मिला करते थे और मैं उन्हें कभी नहीं पहन पाती थी।
(और पढ़ें - body banane ke tarike)
आप खुद को कुछ सालों में किस आकार में देखना चाहते हैं?
मैं खुद को कुछ सालों फिट और पतला देखना चाहती हूँ।
(और पढ़ें - हाथ की चर्बी घटाने के उपाय)
जीवनशैली में बदलाव लाने के लिए आपने क्या-क्या किया?
मैं सुबह अपने वर्कआउट के लिए जल्दी उठा करती थी और रात को 8 बजे के बाद कुछ भी नहीं खाती थी।
(और पढ़ें - pet kam karne ke liye diet plan)
आपके लिए सबसे निराशाजनक बात क्या थी?
पारिवारिक शादी के बाद, मैंने महसूस किया कि मैंने काफी ज्यादा लक्ष्य अपना हासिल कर लिया है। इसके बाद मैं कभी भी और कुछ भी खा लिया करती थी। इस तरह मैंने दो महीने में पांच किलो वजन अपना बढ़ा लिया। यह मेरे लिए सबसे निराशाजनक बात थी।
(और पढ़ें - मोटापा कम करने के लिए डाइट चार्ट)
वजन घटाने के बाद आपने क्या सीखा?
फिटनेस आपकी जीवनशैली में बदलाव लेकर आती है। अब मैं डाइट से हटकर आहार तभी खाती हूँ जब मैं बाहर जाती हूँ या फिर मुझे कुछ बाहर खाने का मन होता है। फिर अगले दिन मैं वर्कआउट करके सब कवर कर लेती हूँ। साथ ही, ग्रीन टी मेरी बहुत अच्छी दोस्त है! 
(और पढ़ें - hips kam karne ke tips)
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आशा करते हैं कि आपको आरुषि वर्मा के बारे पढ़ कर प्रेरणा मिली होगी और अब आप अपना वजन घटाने का सफर ज़रूर शुरू करेंगे।
अगर आपके पास भी कोई ऐसी ही प्रेरणा देने वाली कहानी है, अपनी या अपने किसी मित्र या परिवार के सदस्य की, तो हमसे ज़रूर शेयर करें यहाँ लिख कर - [email protected]
from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख via https://www.myupchar.com/weightloss/chand-dino-me-maine-kiya-17-kilo-kam-jane-kaise-in-hindi
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recipedunia · 6 years
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चने की दाल के पराठे बनाने की विधि | Chana Dal Paratha Recipe
चना दाल भरा पराठा एक बहुत ही लजीज व्यंजन है इसका मज़ा आप नाश्ते मे या स्नैक्स के तौर पर भी ले सकते है, और कुछ अलग नाश्ता बनाकर लों��ो की वाह वाही लूट सकते है इस व्यंजन के एक खासियत ये भी की इसे दो से तीन दिन तक भी रख सकते है , ये जल्दी ख़राब न होने वाला व्यंजन है, और सफ़र के लिए तो बहुत ही अच्छा व्यंजन है चना दाल भरा पराठा
चना दाल के भरे पराठे 
आवश्यक सामग्री 
१५० ग्राम चने की दाल 
२५० ग्राम आटा (गूंथा हुआ)
५० ग्राम तेल 
१ चम्मच कूटा हुआ जीरा
२ चम्मच कटी हुई हरी धनिया 
लाल मिर्च कूटा / पीसा हुआ स्वादानुसार
नमक स्वादानुसार
एक चौथाई चम्मच अमचूर
एक चौथाई चम्मच हींग 
You can also read: नमकीन मठरी बनाने की रेसिपी 
जरुरी तैयारी - Important Preparation 
चना दाल पराठा बनाने के लिए यह बहुत जरुरी है की चने की दाल को साफ करके एक रात पहले पानी में भिगो ले , (कम से कम �� घंन्टे तो दाल को अवश्य भिगो ले ) फिर भीगे हुए चने की दाल को पानी से निकल कर अलग कर ले , अब एक कुकर ले, उसमे दाल डाले , एक चौथाई पानी डाले , कुकर को गैस में रख कर २ सीटी लगाये, फिर गैस बंद कर दे, थोड़ी देर बाद कुकर से सारी दाल एक बर्तन में निकाल उबली दाल को मिक्सी में पीस कर अलग रख दे
दाल फ्राई करने की विधि 
एक कड़ाई में २५ मल तेल डालकर गरम करिए , अब तेल गरम होने पैर उसमे जीरा हींग का तड़का दीजिए, और पीसी हुई डालकर अच्छे से मिला लीजिये अब दाल के ऊपर से नमक, मिर्च, अमचूर डालकर अच्छे से मिला लीजिये, जब दाल अच्छे से फ्राई हो जाये तो एक बाउल में फ्राई की हुई दाल को निकाल लीजिये
बनाने की विधि - How to Make Chana Dal Paratha
सबसे पहले तवा लीजिये और उसको गैस पर हल्की आंच में रख दीजिये , इसके बाद गूथा हुआ आटा लीजिये , और आटे की लोई बनाकर हाथ से फैला ले उसके अन्दर एक चम्मच तैयार किया गया दाल मिश्रण डाले और उसे चारो तरफ से बंद कर दे, ऐसे बंद करे की दाल अन्दर ही रहे बाहर न निकलने पाये, अब हल्के हाथ से बेलन की मदद से रोटी की तरह गोल आकार दे , और तवे पर डालकर दोनों तरफ तेल लगाकर सेके, आपके पराठे तैयार है , आप इसे चटनी के साथ या सौस के साथ या दही के साथ भी सर्व कर सकते है
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everynewsnow · 3 years
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होली 2021: 7 सरल सामग्री के साथ घर पर बनाने के लिए त्वरित स्नैक्स
होली 2021: 7 सरल सामग्री के साथ घर पर बनाने के लिए त्वरित स्नैक्स
Happy Holi 2021: होली या रंगों का त्यौहार 29 मार्च, 2021 को पड़ रहा है। उत्साही समारोहों में आम तौर पर निकट और प्यारे लोगों पर रंग डालते हैं, उन्हें पानी से भरी पिचकारियों और सुगंधित गुलाल से सराबोर करते हैं। इस साल, कोरोनावायरस की दूसरी लहर के डर ने कई राज्यों को सार्वजनिक होली समारोह पर प्रतिबंध लगाने के लिए प्रेरित किया है। इसका मतलब यह है कि हम में से कई लोग गुझिया, ठंडाई और कांजी जैसे…
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everynewsnow · 3 years
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Chawal Ki Hisse - बिहार और महाराष्ट्र के इस पारंपरिक चावल बिस्किट को आजमाएं (देखें रेसिपी वीडियो)
Chawal Ki Hisse – बिहार और महाराष्ट्र के इस पारंपरिक चावल बिस्किट को आजमाएं (देखें रेसिपी वीडियो)
वसंत यहां है और यह वर्ष का वह समय है जब आप बाहर जाने के लिए प्यार करते हैं, हर सुखद, लंबे दिनों का आनंद लेते हैं। वसंत भी त्योहारों की एक कड़ी के साथ-साथ वापस लाता है। वसंत पंचमी और महाशिवरात्रि को चिह्नित करने के बाद, हम जल्द ही रंगों के त्योहार होली, गुड़ी पड़वा और वसंत नवरात्रि मनाने के लिए तैयार हैं। और त्योहारों को और अधिक विशेष बनाने के लिए, हम कई स्वादिष्ट व्यंजन (पकवाँ) तैयार करते हैं और…
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rajatgarg79 · 7 years
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मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान - Indian Diet Plan to Lose Weight in Hindi
आप मोटापा कम करने के लिए प्रतिज्ञा लेते हैं कि आज तो डाइटिंग करके ही रहेंगे और उतना ही कैलोरी का सेवन करेंगे जितने मेरे शरीर को ज़रुरत होगी लेकिन बाहर निकलते ही या घर पर खाली बैठते ही आपका मन बाहर के खाने की तरफ भागता है जो आपके शरीर के लिए बिल्कुल भी अच्छा नहीं हैं, इससे सिर्फ और सिर्फ आप ही का वज़न बढ़ेगा। अगर अपना वज़न सच में घटाना चाहते हैं तो सबसे पहले खानपान में बदलाव लाएं और अपने नज़रिये में सकरात्मकता लेकर आएं इससे वज़न जल्दी घटा पाएंगे।
अगर कम कैलोरी वाला आहार अपनी सूची में जोड़ते हैं तो ये आप ही के स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा साथ ही हृदय को भी स्वस्थ रखेगा। आज हम आपको मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान के बारे मे बताएंगे जिसमें प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन का एक संयोजन होगा।
1. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का पहला भोजन - सुबह उठने के तुरंत बाद 
अगर आपने अभी तक ये आदत नहीं डाली है तो अब डाल लीजिये। सुबह उठकर खाली पेट पानी का सेवन करना आपके शरीर के लिए सबसे ज़्यादा लाभदायक है क्यूंकि शरीर में मौजूद विषैले पदार्थ निकल जाते हैं जिससे खून भी साफ होता है और खून के साफ हो जाने से त्वचा पर भी चमक आती है। वज़न घटाने के लिए तो जितना जल्दी हो सके खाली पेट पानी को पियें। अगर आप गुनगुने पानी के साथ सिर्फ निम्बू डालकर पियेंगे तो आपका पेट साफ़ होने के साथ ही स्वस्थ भी रहेगा। जिन्हें शुगर है वो चीनी के साथ निम्बू पानी को नज़रअंदाज़ करें और जिन्हे उच्च रक्तचाप की शिकायत है वो नमक के साथ निम्बू पानी का सेवन न करें। (और पढ़ें - नींबू के फायदे और नुकसान) 
खाली पेट नींबू पानी पीने के फायदे 
नींबू पानी शरीर का मोटापा कम करने का सबसे अच्छा तरीका है।
नींबू में विटामिन सी होता है साथ ही कई ऐसे पदार्थ होते हैं जो कि आपके शरीर को रोगों से लड़ने में मदद मिलती है। इससे सांस से जुड़े रोग, सर्दी-जुकाम, खाँसी होने का खतरा भी कम हो जाता है।
नींबू पानी पीने से डायबिटीज से जुडी बीमारियां दूर होती है। नींबू पानी को खासतौर पर हाई शुगर वाले जूस व ड्रिंक का बेहतर विकल्प माना जाता है।
नींबू पानी मोटापे को ही कम नहीं करता, बल्कि ये लिवर को भी ठीक रखता है। नींबू में साइट्रिक एसिड होता है जिससे शरीर के एन्जाइम्स को सही तरीके से काम करने में मदद मिलती है। इससे आपके लिवर को अधिक लाभ मिलता है।
नींबू पानी में फ्लेवनॉयड्स होते हैं जो पाचन तंत्र को अच्छा रखते हैं। यही वजह है कि पेट जब खराब होता है तो नींबू पानी पिलाया जाता है। रोज सुबह नींबू पानी पीने से खाना हजम करने की शक्ति बढ़ती है। साथ ही ये एसिडिटी से भी राहत दिलाता है। (और पढ़ें - नींबू पानी के फायदे और नुकसान)
2. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का दूसरा भोजन - नाश्ता
सुबह उठकर खाली पेट नींबू पानी पीने के दो घंटे बाद नाश्ता करें। नाश्ते में हमेशा पोषक तत्व लें क्यूंकि एक नए दिन के साथ आपके शरीर को भी नया पोषण चाहिए होता है। चाय के साथ बिस्कुट नमकीन ले लेना कोई नाश्ता नहीं होता और न ही पोषण भरा होता है। नाश्ते में पोषक तत्वों को लेने से शरीर का फैट कम होता है और साथ ही इसके सेवन से आपके दिन की शुरुआत एक नयी ऊर्जा के साथ होगी। 
नाश्ते में क्या लें 
2 अंडे, उबली सब्जियां जैसे पत्ता गोबी (कम कैलोरी, फाइबर विटामिन सी), फूलगोबी (विटामिन सी, विटामिन के, फाइबर), साग (विटामिन ए, विटामिन के, फाइबर, आयरन), चुकुन्दर, टमाटर आदि। बिन मलाई वाला एक गिलास दूध। या फिर दाल चीला या बेसन का चीला ले सकते हैं इसके साथ बिन मलाई वाला दूध लें।
नाश्ते में इन आहार के फायदे
अंडे में विटामिन, प्रोटीन और खनिजों का एक अच्छा स्रोत पाया जाता है। अंडा न केवल पोषक तत्व का एक स्त्रोत है बल्कि वज़न को कम करने के लिए भी मदद करता है। अगर आप और व्यंजनों को अंडे के साथ लेते हैं तो इससे शरीर में कार्बोहाइड्रेट की खपत सीमित हो जाएगी। अंडा खुद में ही वज़न को कम करने में पर्याप्त है। अंडा वज़न कम करने के साथ-साथ हड्डियों, बालों, गर्भवती महिलाओं के लिए बेहद ही गुणकारी है। (और पढ़ें - अंडे के फायदे और नुकसान)
अगर आप शरीर में इम्युनिटी बढ़ाना चाहते हैं तो सब्ज़ियों को उबाल लीजिये। खाने में ये टेस्टी लगने के साथ ही शरीर को भी अंदर से फिट कर देगा। उबली हुई सब्जियों को खाने से हमारा फैट बढ़ता नहीं है और धीरे-धीरे बढ़ा हुआ वजन कंट्रोल हो जाता है क्यूंकि उबली हुई सब्ज़ियों मे से पोषक तत्व खत्म नहीं होते और तेल मसालों से आप दूर रहते हैं। उबली हुई सब्ज़ियां खाने से सिर्फ वज़न ही कम नहीं होता बल्कि बिमारियों का खतरा भी कम हो जाता है। उबालकर खाने से सब्ज़ियों की सारी गंदगी नष्ट हो जाती हैं जिस कारण हम कई बीमारियों से बचे रहते हैं जैसे हार्ट अटैक, कैंसर आदि। अगर आप अपने शरीर में एंटी-ऑक्सीडेंट बढ़ाना चाहते हैं तो आप उबली हुई सब्जियों का सेवन भरपूर मात्रा में करें। इससे शरीर को बीमारियों से बचाने में मदद मिलती है।
वज़न कम करने के लिए जितना हो सके वसा से जुडी चीज़ो से दूर रहें। अगर आप दूध पीते हैं तो बिन मलाई वाला पिए इससे आपके शरीर में वसा की मात्रा नहीं बढ़ेगी और आप कोलेस्ट्रॉल की बीमारियों से भी बचे रहेंगे। (और पढ़ें - दूध के फायदे और नुकसान) 
3. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का तीसरा भोजन - नाश्ते के 3-4 घंटे बाद 
मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का तीसरा भाग है नाश्ते के 3-4 घंटे बाद (तकरीबन 12 बजे) एक पेय पदार्थ लेना। आप कोई पेय पदार्थ लें जिससे आपके शरीर में ऊर्जा बनी रहेगी। 
नाश्ते के 3-4 घंटे बाद क्या लें
ग्रीन टी या नारियल पानी पियें। 
नाश्ते के बाद इन आहार के फायदे
मोटापे को कम करने में ग्रीन टी बेहतरीन घरेलू उपाय है। खाना खाने के बाद अगर आप ग्रीन टी को पीते हैं तो यह आपकी पाचन शक्ति को बढ़ायेगा और इसमे शामिल पोषक तत्व वजन कम करने में अहम भूमिका निभाते हैं।
ग्रीन टी को अगर आप खाना खाने के 1 घंटा पहले पीतें हैं तो यह आपके वजन को कम करता है और आपकी भूख पर नियंत्रण भी रखता है।
ग्रीन टी पूरी तरह से एंटीआक्सीडेंट होता है। साथ ही ग्रीन टी में बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है। ग्रीन टी को दिन में 2 से 3 बार पीने से आपका शरीर रोगमुक्त रहेगा। (और पढ़ें - ग्रीन टी के फायदे और नुकसान, बनाने की विधि और पीने का सही समय)
नारियल पानी वज़न घटाने में सबसे अच्छा पेय पदार्थ है। यह कैलोरी में कम होता है और पचाने में आसान होता है। नारियल पानी पीने से हमारी शरीर का मेटाबोलिज्म रेट बढ़ जाता है जिसके फलस्वरूप हमारी शरीर का शुगर बर्न होने लगता है और शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम होने लगती है। (और पढ़ें - नारियल पानी के फायदे और नुकसान) 
नारियल का पानी रक्तचाप को संतुलित रखता है, पानी की कमी को पूरा करता है, हड्डियों को मजबूत रखता है और चेहरे पर चमक लाता है। (और पढ़ें - नारियल पानी के फायदे और नुकसान)
4. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का चौथा भोजन - दोपहर का खाना 
मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का अगला हिस्सा है दोपहर का खाना। इसे आप दोपहर के एक या 2 बजे करें। इसमें ज़रूरी है कि बस खाली सब्ज़ी, रोटी न खाएं बल्कि और भी कई पोषक आहार लें जिससे आपके शरीर को पोषक तत्व मिलते रहें और साथ ही आपका वज़न भी नियंत्रण में रहे।
दोपहर के खाने में क्या लें
आप कई तरह के सलाद ले सकते हैं जैसे हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का सलाद (हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, गोबी या पत्ता गोभी, खीरा, ककड़ी और मिर्च आदि से बनता है, ग्रीन सलाद में विटामिन बी12 का अच्छा स्रोत होता है), वेजिटेबल सलाद (हरे रंग की सब्जियों के अलावा दूसरे रंगों की सब्जियां जैसे खीरा, मिर्च, टमाटर, मशरूम, प्याज, मूली, गाजर आदि), आप ऐसे ही कई तरह के सलाद ले सकते हैं। खाने में थोड़ी सी दाल लें और इसे सिर्फ 1 चम्मच तेल में ही बनाएं इससे आपका वज़न संतुलित रहेगा या फिर आप ब्राउन चावल और उसके साथ एक कटोरी खीरे का रायता भी ले सकते हैं। 
दोपहर के आहार को खाने के फायदे
जिन लोगों को ज़्यादा भूख लगती है उन्हें सलाद खाना चाहिए। इसमें मौजूद फइबर भूख को शांत रखता है, जिससे हमारा पेट भरा-भरा रहता है जिसकी वजह से हमारा वज़न कंट्रोल में रहता है और मोटापा बढ़ता नहीं है। सलाद में फाइबर पाया जाता है। इसके सेवन से शरीर में फाइबर की कमी पूरी हो जाती है। सलाद खाने से वज़न कम होता है और पाचन शक्ति भी सुधरती है। यह दिल के लिए भी फायदेमंद होता है और शरीर को कैंसर जैसी गंभीर बिमारियों से बचाता है। (और पढ़ें - सलाद पत्ते के फायदे और नुकसान) 
दाल को खाने का जो सबसे बड़ा फायदा है वो है इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन और मिनरल्स का भरपूर मात्रा में पाया जाना। अरहर, मुंग, मसूर, चना, उड़द इन सभी दालों में प्रोटीन बहुत ही ज़्यादा मात्रा में पाया जाता है। इनमे फैट और कैलोरी बहुत ही कम होती हैं। अगर आप एक कप दाल खाते है तो जल्दी भूख बिलकुल भी नहीं लगेगी और वज़न कम करने में मदद होगी। (और पढ़ें - दालों के फायदे)
ब्राउन राइस में फाइबर की मात्रा ज़्यादा पायी जाती है जो कि बेहतर पाचन में मदद करता है। काफी भारी होने की वजह से दुबारा भूख का लगना नामुमकिन होता है। ब्राउन राइस खाने से पेट काफी भरा रहता है और स्वास्थ के लिए भी बेहद फायदेमंद होता है। खीरे में पानी अधिक होता है और कैलोरी भी कम होती है, इसलिए वजन कम करने के लिए खीरा अच्छा विकल्प होता है।
5. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का पांचवा भोजन - दोपहर के खाने के दो घंटे बाद ग्रीन टी 
दोपहर के खाने के बाद ज़रूरी है ग्रीन टी लें इससे आपकी पाचन शक्ति बढ़ेगी और इसमे शामिल पोषक तत्व आपका वजन कम करने में मदद करेंगे। ग्रीन टी से जुड़े सभी लाभ ऊपर देखें।
6. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का छठा भोजन - शाम का नाश्ता 
दोपहर के खाने के 4-5 घंटे बाद शाम के नाश्ते को भी ज़रूर लें लेकिन उसमे पोषक तत्व भी होने ज़रूरी हैं। 
शाम के नाश्ते में क्या लें 
मुरमुरे को खूब सारी सब्ज़ियों के साथ इसका सेवन करें इसमें आप नींबू भी डालें जिससे आपको विटामिन सी की मात्रा मिलती रहें या फिर फल या अंकुरित दाल भी ले सकते हैं। 
शाम के नाश्ते को खाने के फायदे
शाम को भारी खाने की ज़रुरत नहीं होती इसलिए आप सब्ज़ियों को मुरमुरे के साथ कुछ टेस्टी बनाकर खा सकते हैं इससे आपको ज़रूरी पोषित आहार भी मिलेंगे साथ ही वज़न बढ़ने का डर भी नहीं होगा।
फल खाने से आपकी विटामिन की मात्रा पूरी होगी और कई बीमारियां को दूर करने में मदद मिलेगी।
अंकुरित दाल के खाने से आपकी हड्डिया मजबूत होती है साथ ही मोटापा भी कम होता है। (और पढ़ें - अंकुरित अनाज के फायदे)
7. मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का सातवाँ भोजन - रात का खाना 
मोटापा कम करने के लिए डाइट प्लान का अंतिम भाग है रात का खाना। आमतौर पर लोग नाश्‍ता कम खाते हैं और रात का भोजन हैवी करते हैं जबकि होना इसका उल्‍टा चाहिए। अगर आपको वज़न कम करना है तो रात में कम कैलोरी वाला खाना खाना चाहिए।
रात को खाने में क्या लें 
आप रात के खाने में भी कई तरह के सलाद ले सकते हैं हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का सलाद, वेजिटेबल सलाद लें। रात में चिकन या फिर दाल ले सकते हैं लेकिन जो लोग मांसाहारी नहीं है वो दाल का विकल्प ले सकते हैं। 
रात को खाने में आहार के फायदे
सलाद से आपके शरीर को फाइबर मिलेगा साथ ही फाइबर मिलने से भूख भी कम लगेगी।
रात के खाने में चिकन खाने से वज़न कम होता है क्यूंकि चिकन प्रोटीन से भरपूर होता है और हमारी शरीर को प्रोटीन मिलने से वज़न नियंत्रित रहता है। (और पढ़ें - चिकन के फायदे और नुकसान)
और अगर आप एक कप दाल खाते है तो जल्दी भूख भी नहीं लगेगी और वज़न कम करने में मदद मिलेगी। 
                        from myUpchar.com के स्वास्थ्य संबंधी लेख via http://www.myupchar.com/weightloss/motapa-kam-karne-ke-liye-diet-plan-in-hindi
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